निवेश के अवसर

(a) यह अनिवार्य रूप से एक सूचीबद्ध कंपनी में पूंजीगत साधनों के माध्यम से निवेश है
(b) यह बड़े पैमाने पर गैर-ऋण पैदा करने वाला पूंजी प्रवाह है
(c) यह निवेश है जिसमें ऋण-सेवा शामिल है
(d) यह विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में किया गया निवेश है
वैकल्पिक निवेश उत्पाद
अनुभवी निवेशकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (निवेश के अवसर पीएमएस), वैकल्पिक निवेश उत्पाद (एआईएफ), बॉण्ड, एनसीडी आदि सहित वैकल्पिक उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला तक एक्सेस प्रदान करता है.
पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा
पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) एक ऐसा निवेश माध्यम है जो निवेश नीतियों की विस्तृत श्रृंखला की सुविधा प्रदान करता है जिसे ग्राहक की ओर से योग्य और अनुभवी पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित किया जाता है. बैंक ऑफ़ बड़ौदा अपने ग्राहकों की निवेश आवश्यकताओं को उपयुक्त रूप से पूरा करने के लिए प्रतिष्ठित थर्ड पार्टी पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा तैयार पीएमएस उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराता है.
संरचित निवेश के अवसर उत्पाद
संरचित उत्पाद हाइब्रिड निवेश साधन हैं जिनमें इक्विटी / डेट एक घटक होता है और बेहतर जोखिम - प्रतिफल प्रोफ़ाइल और पूर्व-निर्धारित अदायगी प्रदान करने के लिए डेरिवेटिव का उपयोग करके इसका विस्तार किया जाता है. इन उत्पादों के लिए प्रतिफल (रिटर्न) अंतर्निहित बेंचमार्क जैसे कि निफ्टी, सरकारी-प्रतिभूतियां निवेश के अवसर प्रतिफल, सिंगल या बास्केट स्टॉक के कार्यनिष्पादन से जुड़ा होता है. यह विशिष्ट निवेशकों के लिए तैयार किए गए हैं जो आमतौर पर पूंजी बाजार में अंशांकित जोखिम के साथ एक निश्चित अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की रिपोर्ट 'विजन—विकसित भारत: बहुराष्ट्रीय कंपनियों के अवसर और अपेक्षाएँ शीर्षक के अनुसार, भारत 5 वर्षों में 475 बिलियन अमेरिकी डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करेगा।
- संक्षिप्त अवलोकन:
- भारत में कार्यरत 71 प्रतिशत बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ (बहुराष्ट्रीय निगम) देश को अपने वैश्विक विस्तार के लिये एक महत्त्वपूर्ण गंतव्य मानती हैं।
- भारत ने पिछले एक दशक में FDI में लगातार वृद्धि दर्ज की है, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022 में महामारी और भू-राजनीतिक विकास के प्रभाव के बावजूद 84.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए हैं ।
- भारत को वैश्विक मूल्य शृंखलाओं में एक उभरते हुए विनिर्माण केंद्र, विकसित होते उपभोक्ता बाजार और वर्तमान डिजिटल परिवर्तन के केंद्र के रूप में देखा जाता है।
- 60% से अधिक बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने माना है कि विगत तीन वर्षों मेंं व्यापारिक वातावरण में सुधार हुआ है।
- विकास की चुनौतियों की पृष्ठभूमि में बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ भारत को एक आकर्षक निवेश गंतव्य मानती हैं एवं व्यापार के विस्तार की योजना बना रही हैं।
भारत में FDI प्रवाह की स्थिति:
- वर्ष 2021 में FDI प्रवाह वित्त वर्ष 2019-2020 के 74,391 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 में 81,973 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
- शीर्ष 5 FDI राष्ट्र (अंतर्वाह):
- सिंगापुर: 27.01%
- अमेरिका: 17.94%
- मॉरीशस: निवेश के अवसर 15.98%
- नीदरलैंड: 7.86%
- स्विट्रज़लैंड: 7.31%
- कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर: 24.60%
- सेवा क्षेत्र (वित्त, बैंकिंग, बीमा, गैर-वित्तीय/व्यवसाय, आउटसोर्सिंग, अनुसंधान एवं विकास, कूरियर, टेक. परीक्षण और विश्लेषण, अन्य): 12.13%
- ऑटोमोबाइल उद्योग: 11.89%
- ट्रेडिंग: 7.72%
- निर्माण (अवसंरचना) गतिविधियाँ: 5.52%
अधोसंरचना क्षेत्र में 250 अरब डॉलर के निवेश का अवसर
शहरी अधोसंरचना के लिए देश को अगले 20 साल में 250 अरब डॉलर की जरूरत है और निवेश के अवसर यह विदेशी निवेशकों के लिए एक बहुत बड़ा अवसर है। यह बात शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार देश में निजी और विदेशी निवेशकों को निवेश के लिए बढ़ावा देने को लेकर कृतसंकल्प हैं।
नायडू ने यह बात यहां मंगलवार से शुरू हुए 11वें मेट्रोपोलिस वर्ल्ड कांग्रेस में कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने अधोसंरचना क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने का फैसला किया है। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में दिए गए भाषण में उन्होंने कहा, ''एक उच्च स्तरीय समिति के अनुमानों के मुताबिक परिवहन, जलापूर्ति, शौच और ठोस कचड़ा प्रबंधन से संबंधित शहरी अधोसंरचना को ठीक करने के लिए अगले 20 साल में देश को 250 अरब डॉलर चाहिए।''
देसी निवेशकों से 77 हजार रोजगार सृजन की उम्मीद
यह परियोजना ‘Invest India’ एजेंसी के अंतर्गत है, जिसे 2009 में भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के तहत एक गैर-लाभकारी उपक्रम के रूप में स्थापित किया गया था. बीते 4 मार्च तक इन्वेस्ट इंडिया के निवेश विशेषज्ञों ने घरेलू कंपनियों की ओर से प्राप्त 2,34,399 व्यावसाय के अनुरोधों को सुविधा प्रदान की है. घरेलू निवेशकों को सहूलियत प्रदान करना इन्वेस्ट इंडिया का एक प्रमुख कार्य है.
वर्तमान में निवेश के अवसर कई घरेलू कंपनियों के पास एक समर्पित रिलेशनशिप मैनेजर हैं और इन कंपनियों को 31,725 करोड़ रुपये की लागत वाले सांकेतिक निवेश और 9,375 करोड़ रुपये की निवेश के अवसर लागत वाले वास्तविक निवेश की सक्रिय सुविधा हासिल है, जिनसे 77,213 सांकेतिक रोजगार के सृजन होने की संभावना है.
विदेशी निवेशकों से 29.91 लाख रोजगार की संभावना
जहां तक वैश्विक निवेशकों को सहयोग देने का सवाल है, इन्वेस्ट इंडिया ने 162 देशों से प्राप्त 29,812 वैश्विक व्यावसायिक अनुरोधोंको सुविधा प्रदान की है. यह टीम 1,384 कंपनियों के साथ काम कर रही है, जिनमें से 601 सुविधा संबंधी मामलों को समर्पित रिलेशनशिप मैनेजर सौंपा गया है. वैश्विक कंपनियों से प्राप्त कुल निवेश 153.7 बिलियन डॉलर है, जिसमें से 28.75 बिलियन अमरीकी डॉलरका वास्तविक निवेश है.
इन कंपनियों ने 29,91,626 रोजगार के सृजन का संकेत दिया है और उन्होंने 04 मार्च, 2021 तक 3,38,685 वास्तविक रोजगार प्रदान किया है. निवेशकों को स्वर्णिम गुणवत्ता वाली सेवा प्रदान करने के लिए अंकटाड द्वारा इन्वेस्ट इंडिया की सराहना की गई है. सतत निवेश पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक कोर टीम के अलावा, इन्वेस्ट इंडिया व्यापक निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों और बहुपक्षीय संगठनों के साथ भी साझेदारी करता है. (इनपुट PIB निवेश के अवसर से भी)
More from Navbharat Times
पाकिस्तान हमारा देश नहीं चलाता. गुजरात निवेश के अवसर में क्यों पतला हो रहा रुपया? मेहसाणा में वोटरों के बीच तीखी बहस
गुजरात चुनाव न्यूज: बेरोजगारी- मंहगाई मुद्दा, बीजेपी पर गुस्सा और नाराजगी. फिर भी मोदी को ही देंगे वोट