पुनर्बीमा दलाल कौन है

नेपाली कम्पनीहरुले जेवि बोडा (भारत), पाईनियर इन्स्योरेन्स ब्रोकर (भारत), फ्रस्ट पोलिसी इन्स्योरेन्स ब्रोकर (भारत) लगायतका भारतिय दलाल मार्फत पुनर्बीमा दलाल कौन है पनि पुनर्बीमा गर्दै आएका छन् । त्यस्तै, नेपालका निर्जीवन बीमा कम्पनीहरुले स्वीस रि (स्वीजरल्याण्ड), जेवि बोडा पुनर्बीमा कम्पनी (भारत), जनरल इन्स्योरेन्स कर्पोरेशन (जिआईसी) (भारत), ह्यानओभर रि (जर्मन), ट्रस्ट रि (बहराईन), वाईका रि वेस्ट अफ्रिकन (सियरा लियोन), लोयड लण्डन, केन्या रि, केन्या, भुटान रि (भुटान) लगायतका कम्पनीहरुसँग पुनर्बीमा गर्दै आएका छन् ।
नेपालमा पुनर्बीमा दलाल कम्पनी संचालनका लागि लाइसेन्स दिइने
जसअनुसार यस्तो व्यवसाय संचालन गर्ने संगठित संस्थाको अधिकृत पूँजी कम्तीमा १० करोड हुनेछ। सोमध्ये ५० प्रतिशत चुक्ता पूँजी हुनुपर्नेछ। पुनर्बीमा दलाल कम्पनीका लागि लाइसेन्स दिइनेछ। लाइसेन्सविना कार्य गर्न पाइने छैन।
लाइसेन्स पुनर्बीमा दलाल कौन है लिनका लागि बीमा समितिमा निवेदन दिनुपर्नेछ। संस्था दर्ता भएको पुनर्बीमा दलाल कौन है प्रमाणपत्रको प्रतिलिपी, प्रवन्धपत्र तथा नियमावली, संभाव्यता अध्ययन प्रतिवेदन, सिइओ वा प्रमुख व्यवस्थापकको व्यक्तिगत विवरण, पूँजी बैंक खातामा जम्मा भएको पुष्टि निस्सा लगायतका विवरण समितिमा बुझाएर लाइसेन्स लिन सकिनेछ।
कुनै बीमक, पुनर्बीमकको पुनर्बीमा दलाल कौन है संचालक, आधारभूत सेयरधनी, कर्मचारी वा पदाधिकारी, परामर्शदाता, सल्लाहकार, बीमक वा पुनर्बीमकसँग व्यवसायिक कारोबार भएकाले पुनर्बीमा दलाल व्यवसायमा संलग्न हुन पाउने छैनन्।
पुनर्बीमा दलाल कम्पनीहरुले पुनर्बीमितको तर्फबाट पुनर्बीमक तथा पुनर्बीमकको तर्फबाट पुनर्बीमा दलाल कौन है अर्को पुनर्बीमकसँग मध्यस्थता गर्ने, पुनर्बीमा विशेषज्ञता सेवा र प्राविधिक परामर्श दिने कार्य गर्नेछन्।
पुनर्बीमा क्या है? पुनर्बीमा के प्रकार
पुनर्बीमा बीमा का एक प्रकार है जिसमें एक बीमा कंपनी दूसरी बीमा कंपनी से अपने लिए कवर खरीदती है जिससे वह अपनी बीमा देयताएं का कुछ हिस्सा दूसरी कंपनी पर डाल देती है। इस तरह कंपनी लंबे समय तक बिजनेस में रह सकती है, मुनाफा कमा सकती है और इंश्योरेंस क्लेम को आसानी से पूरा कर सकती है।
जो कंपनी दूसरी बीमा कंपनियों का बीमा करती है उसे पुनर्बीमाकर्ता (reinsurer) कहां जाता है और इसी तरह जो कंपनी अपना बीमा कवर दूसरी कंपनी से खरीदती है उसे हम सीडिंग कंपनी (ceding company, cedant) कहते हैं।
एक बीमा कंपनी पुनर्बीमा क्यों खरीदती है? – पुनर्बीमा के लाभ
लगभग हर बीमा कंपनी पुनर्बीमा कवर लेती है इसका एकमात्र उद्देश्य कंपनी को अनदेखे जोखिम से बचाना होता है। यहां नीचे पुनर्बीमा के लाभ मुख्य लाभ दिए गए:
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए बीमा कंपनी ने 100 पॉलिसी बेतची है और सारे पॉलिसीधारक एक साथ बीमा दावा कर देते हैं। ऐसे में बीमा कंपनी घाटे में चली जाएगी। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए बीमा कंपनी पुनर्बीमा लेती है।
इसी तरह जब कंपनी अपनी क्षमता से ज्यादा कवरेज बेचना चाहती है तो भी वह इस तरह का बीमा चुनती है।
पुनर्बीमा में ऐच्छिक पुनर्बीमा (Facultative Reinsurance) और पुनर्बीमा दलाल कौन है संधि पुनर्बीमा (Treaty Reinsurance) कवर होते हैं।
ऐच्छिक पुनर्बीमा (Facultative Reinsurance) मुख्य बीमा कंपनी द्वारा खरीदा जाता है जिससे कि वह अपनी क्षमता से ज्यादा क्लेम राशि भर सके, असामान्य जोखिम या असामान्य रूप से क्लेम मिलने की तिथियों से निपट सके।
पुनर्बीमा कौन सी कंपनियां बेचती है?
इंश्योरेंस कंपनियों में कुछ कंपनियां ही इस तरह का बीमा बेचती है क्योंकि सीडिंग कंपनी का क्लेम सेटल करने के लिए ज्यादा पूंजी निवेश की जरूरत होती है। पुनर्बीमाकर्ता भी अपना जोखिम कवर ज्यादा होने पर पुलिंग करके जोखिम दूसरे पुनर्बीमाकर्ता से सांझा पुनर्बीमा दलाल कौन है कर लेते हैं, उनको भी कुछ प्रीमियम का प्रतिशत देकर।
आगे हम पुनर्बीमा के प्रकार जानेंगे।
पुनर्बीमा के प्रकार
आनुपातिक (Proportional)
यह पॉलिसी संधि पुनर्बीमा के एक प्रकार अंतर्गत आती है। आनुपातिक पुनर्बीमा में पुनर्बीमाकर्ता (एक या एक से ज्यादा) निश्चित या तय किए गए अनुपात में प्रीमियम का प्रतिशत आपस में बांट लेते हैं और उसी अनुपात में क्लेम की राशि, पॉलिसीधारक द्वारा दावा करने पर, अदा करते हैं।
गैर-आनुपातिक (Non-proportional)
यह भी संधि पुनर्बीमा के अंतर्गत है। इस तरह के पुनर्बीमा के प्रकार में सीडिंग कंपनी एक तय राशि के बाद के लिए कवर खरीदती है। जब सीडिंग कंपनी द्वाराअदा किए जाने वाले इंश्योरेंस क्लेम की राशि पुनर्बीमा में तय की गई राशि से ऊपर चली जाती है तो इस स्थिति में ऊपर की क्लेम राशि पुनर्बीमाकर्ता द्वारा दी पुनर्बीमा दलाल कौन है जाती है।
गैर-आनुपातिक पुनर्बीमा के दो रूप होते हैं: नुकसान की अधिकता (Excess of loss) और स्टॉप लॉस (stop loss)।
जोखिम संलग्न आधारित (Risks attaching basis)
यदि क्लेम की तारीख पुनर्बीमा अनुबंध अवधि के भीतर है (लेकिन वास्तव में दावे बहुत पहले किए हो सकते हैं) तो इस पुनर्बीमा के प्रकार में ये कवर किए जाते हैं।
पुनर्बीमा दलाल सम्बन्धी निर्देशिका विदेशीको पक्षमा
बीमा समितिले जारी गरेको पुनर्बीमा दलाल सम्बन्धी निर्देशिकाको दफा ३ मा पुनर्बीमा दलालको लागि दश करोड रुपैयाँ अधिकृत पुँजि भएको कम्पनी आवश्यक पर्ने र पाँच करोड रुपैयाँ चुक्ता पुँजि पुनर्बीमा दलाल कौन है हुनुपर्ने व्यवस्था छ ।
नेपाली कम्पनीले पुनर्बीमा दलालको लाइसेन्स लिँदा उक्त व्यवस्था लागू भएपनि विदेशी कम्पनीको शाखा कार्यालय नेपालमा स्थापना गर्दा भने न्यूनतम रकम लगानीमा खोल्न पाइने भएको छ । पुनर्बीमा दलाल सम्बन्धी निर्देशिका २०७८ को दफा १७ मा विदेशी कम्पनीले नेपालमा पुनर्बीमा व्यवसायको अनुमति लिँदा जम्मा ५० हजार डलर अर्थात आजको मूल्यमा ५९ लाख ५० हजार रुपैयाँ धरौटी राखेपछि अनुमति पाउने व्यवस्था छ ।
नेपालमा किन पाएनन् ब्रोकर दलालले पुनर्बीमा दलाल कौन है अनुमती
बीमा ऐनमा ब्रोकर दलालको स्पष्ट व्यवस्था भए पनि हालसम्म एउटा पनि ब्रोकर दलालले अनुमती पाएका छैनन् । समितिले निर्देशिका नै बनाएर दलालको व्यवस्था गर्ने बताए पनि हालसम्म यसले पूर्णता पाउँन सकेको छैन ।
आज भन्दा करिब सात बर्ष अगाडी भारतीय पुनर्बीमा कम्पनी जेवि बोडाले पुनर्बीमा दलालको लागि समितिमा आवेदन समेत दिएको थियो । तर, तत्काल नेपालमा पुनर्बीमा कम्पनी नै नभएकाले निश्क्रिय रहेको समितिले बताएको छ ।
पुनर्बीमा दलाल भनेको बीमा कम्पनी र पूनर्बीमा कम्पनी बीच काम गर्ने कम्पनी हो । यसले दुई पक्ष बीच पुलको काम गर्छ । यस्तो कम्पनीले पुनर्बीमा कम्पनी तथा बीमा कम्पनीको अध्ययन अनुसन्धान गरी जोखिम निर्धारण गर्छ । दलाल कम्पनीहरु प्राविधिक रुपमा दक्ष हुन्छन् । त्यसैले पुनर्बीमा प्रक्रियामा दलालको ठूलो महत्व रहन्छ । नेपालमा भने हालसम्म यस्तो खालको दलालको व्यवस्था गरिएको छैन । तर, पछिल्लो समय विदेशी दलाल कम्पनीहरुले नेपाली बीमा कम्पनीहरुको पुनर्बीमा नेपालकै पुनर्बीमा दलाल कौन है पुनर्बीमा कम्पनीसँग गराउँन थालेपछि समितिको ध्यान आकर्षित भएको हो ।
कौन हैं कांग्रेस में दलाल? जिन्हें लेकर लक्ष्मण सिंह ने की मल्लिकार्जुन खड़गे से की बड़ी मांग
Mallikarjun Kharge Laxman Singh: अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. इस बार उन्होंने नए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से ऐसी मांग कर दी है कि पार्टी पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.
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