विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं?

Заметка! Прежде чем инвестировать, проверьте, какого брокера выбрать!
Вас интересуют разные формы и виды инвестирования денег? Вы заинтересованы в торговле или инвестировании в производные инструменты, например, в CFD, опционы, золото, валюты, нефть? Если это так, помните, что во время инвестирования или торговли, например, CFD , бинарных опционов , криптовалют или форекс , важная вещь – это хороший выбор брокера, с которым вы будете устанавливать счет для торговли. Ниже вы найдете важную информацию о том, как правильно выбрать брокера и информацию о том, на что обратить внимание. Мы считаем, что нам удалось выбрать некоторых из самых популярных брокеров в 2020 году (вы найдете рейтинг ниже этой статьи).
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- Риск, каждый инвестор должен знать, что каждая инвестиция рискованна, поэтому не вкладывайте деньги, которые вы не можете позволить себе потерять.
- Урегулирование прибылей и убытков, как и любой доход или убыток, должно осуществляться в данной налоговой стране.
Инвестирование и торговля в 2020р.
Если вы заинтересованы в инвестировании в различные типы активов, валют, форекс или криптовалют, например, в биткойны, эфириум или в покупку контрактов CFD на золото, серебро, платину или иностранные компании, такие как Amazon, Microsoft, Google или другие крупные компании, у нас есть некоторая важная информация для вас.
А именно, выбор правильного брокера является очень важным шагом при инвестировании. Это человек, которому мы переводим наши деньги, которыми будем управлять. Вот почему доверие к брокеру очень важно, потому что, если мы хотим снять определенную сумму, мы хотим быть уверены, что получим ее. Некоторые люди говорят, что многие брокеры или страницы, к сожалению, не очень надежны. Поэтому мы решили проверить, какие брокеры популярны в 2020 году, и подготовить специальный рейтинг для брокеров, который будет представлен ниже этой статьи.
Прежде чем начать инвестировать, вы можете создать демо-счет, который позволит вам протестировать выбранного брокера, познакомиться с платформой и научиться торговать на ней. Вы можете сделать свои первые विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? инвестиции и торговать на актив, который вы выбрали. Вы проверите возможности платформы и узнаете, как покупать и продавать активы, вы можете отслеживать курсы доллара, евро, нефти, золота, серебра или криптовалюты, такие как биткойны или эфириум.
Инвестируя с брокером без соответствующих лицензий, вы можете, например: потерять весь свой капитал. Также следует помнить, что каждая инвестиция всегда сопряжена с риском потери капитала. Вот почему стоит выбирать сертифицированных брокеров и тех, кто имеет соответствующие разрешения для ведения этого вида бизнеса.
Доверие брокера !!
Достоверность брокеров может быть проверена путем анализа их лицензий, разрешений, сертификатов и того, подлежат ли они соответствующему финансовому надзору в стране, в которой вы проживаете.
Демо-счет!
Вы можете попробовать так называемый демо-счет, чтобы узнать, проверить платформу и свои навыки. Вам не нужно проверять свои данные, чтобы начать свое приключение с инвестирования (например, в Plus500 вам нужен только адрес электронной почты).
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- Вы можете выбирать и тестировать различные варианты покупки и продажи определенного актива, например, золота, серебра, криптовалюты, нефти и т. Д.
- Вы сами решаете, сколько вы покупаете и сколько продаете, что покупаете и что продаете.
- Вы сами решаете, когда перейти на реальный счет и начать вкладывать свои реальные деньги.
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Ниже представлены 4 самых популярных брокера в 2020 году. Вы можете создать демо-счет и протестировать платформу или, например, проверить, как торговать, например, золотом, валютами, нефтью, акциями или криптовалютами.
बिटकॉइन (Bitcoin) मुद्रा क्या है और कैसे काम करती है?
वर्तमान समय में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली मुद्रा बिट कॉइन (Bitcoin) है. बिटकॉइन डिजिटल मुद्रा का एक रूप है सरल शब्दों में, यह एक गणितीय संरचना है जो एल्गोरिदम पर चलता है. इसे किसने विकसित किया था इसके बारे में कोई भी ठोस सबूत नही है लेकिन छदम रूप से इसके संस्थापक का नाम ‘सोतशी नाकामोतो’ माना जाता हैl जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीद होती है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा इसको पारम्परिक मुद्राओं में भी बदला जाता है.
बिटकॉइन एक तरह की एक डिजिटल मुद्रा (digital currency) और स्वतन्त्र मुद्रा है | इस पर किसी भी संस्था या देश का अधिकार नहीं है| इसका मालिक, भौतिक (physical) रूप से चीजों की खरीदारी नहीं कर सकता बल्कि बिटकॉइन का उपयोग ऑनलाइन ही क्या जा सकता है.
इसका अधिग्रह होने पर अधिकारी सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग या हस्तांतरण के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं| इसका उत्पादन स्वतन्त्र रूप से कंप्यूटर प्रोसेसिंग प्रणाली “Mining” के द्वारा किया जाता है| Miners विशेष प्रकार के हार्डवेयर का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के लेन देन को पूरा करते है और नेटवर्क को सुरक्षित करते है जिनके बदले में नए बिटकॉइन बनते है जो miners को मिलते है|
जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीद होती है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा इसको पारम्परिक मुद्राओं में भी बदला जाता है। बिटकॉइन की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं, लेकिन उसका कोई औपचारिक रूप नहीं है। जबकि गोल्डमैन साक्स और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज तक ने इसे बेहद तेज विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? और विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? कुशल तकनीक कहकर इसकी तारीफ की है।
इसलिए दुनियाभर के बिजनेसमैन और कई कंपनियां फाइनैंशियल ट्रांजेक्शन के लिए इसका इस्तेमाल खूब कर रहे हैं। इसे किसने विकसित किया था इसके बारे में कोई भी ठोस सबूत नही है लेकिन छदम रूप से इसके संस्थापक का नाम सोतशी नाकामोतो माना जाता हैl
(बिटकॉइन के संस्थापक सोतशी नाकामोतो)
Image source:Daily Mail
1- इसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी।
2- यह विश्व का प्रथम पूर्णतया खुला भुगतान तंत्र है।
3- इस समय दुनिया भर में 1 करोड से अधिक बिटकाइन हैं, जिनका मूल्य 55 हज़ार करोड रुपए है।
बिटकॉइन का इस्तेमाल कौन कर रहा है ?
दुनिया का पहला ओपन पेमेंट नेटवर्क बिटकॉइन चर्चा में है। क्योंकि, फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन के लिए यह सबसे तेज और कुशल मानी जा रही है। इसलिए बिटकॉइन को वर्चुअल करंसी भी कहा जाता है।
दरअसल बिटकॉइन एक नई टेक्नोलॉजी है जिसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है। हजारों कंपनियों, लोगों और गैर लाभकारी संगठन ने ग्लोबल बिटकॉइन सिस्टम को अपनाया है। हालांकि इस मुद्रा का व्यापार, निर्माण और नियंत्रण अन्य बिटकॉइन उपयोगकर्ताओं द्वारा किया जाता है l
कोई केंद्रीय संस्था नहीं है
बिटकॉइन को किसी संस्था द्वारा नियंत्रित नही किया जाता है जिसका अर्थ है कि इसके ऊपर सरकार या बैंक का कोई अधिकार नही हैl इनका उपयोग या खरीदारी किसी के द्वारा भी की जा सकती हैl चूंकि इनके व्यापार को रोका नही जा सकता है इसलिए कोई भी बैंक या प्राधिकरण आपको इंटरनेट द्वारा किसी और को अपने बिटकॉन्स भेजने से रोक नही सकता है। लेकिन इसमें एक दुविधा यह भी है कि यदि आपके साथ कोई धोखा होता है तो आप किसी के पास भी इसके बारे में शिकायत दर्ज नही करा सकते हैं l
इसका मूल्य कितना होता है ?
दुनिया भर में Bitcoins के वितरण की सीमा मात्र 210,00000 है यानि कि कुल मिलकर पूरे विश्व में 210,00000 ही बनाए जाएँगे उसके बाद इसका उत्पादन बंद हो जाएगा| कुछ ऐसी भी मूलभूत प्रक्रियाएं हैं जो इसे जटिल बनाती हैं और अधिकृत व्यक्ति को इसे समझने के लिए तकनीकी जानकारी होना आवश्यक हो जाता हैl
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि यह एक छदम मुद्रा है जिसने 2013 में बहुत प्रसिद्धि पाकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में उठा पटक मचा दी थी l दरअसल तीन साल पहले वजूद में आई बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करंसी बन गई है। इस समय एक बिटकॉइन को ऑनलाइन या बाजार में तकरीबन 790676 रुपये में बेचा जा सकता है। इसका मूल्य इसकी मांग और पूर्ती के बीच के समन्वय पर पड़ता है या खरीदने वाला जितना मूल्य देने को तैयार हो जाये l
(वर्तमान में बिट कॉइन का मूल्य इस प्रकार है)
इसकी कीमत हर देश में अलग अलग होती हैl चूँकि इसका चलन विश्व बाज़ार में है, इसलिए इसकी कीमत हर देश में इसकी मांग के अनुसार होती है| इस समय एक बिटकॉइन का खरीदी मूल्य 790676 रूपए है वहीँ अमेरिका में एक बिटकॉइन की कीमत $604 है आज बिटकॉइन का चलन विश्व बाज़ार में बहुत तेज़ी पर हैl लेकिन इस बाजार में अस्थिरता बहुत अधिक होती हैl
बिटकॉइन की बिक्री और खरीद कैसे की जाती है?
डिजिटल करंसी बिटकॉइन का उपयोग करने वाले बिजनेसमैन की संख्या लगभग 30 लाख बताई जा रही है और जूपिटर रिसर्च के मुताबिक यह संख्या 2019 तक 50 लाख तक पहुंच सकती है।
बिटकॉइन को हासिल करने के लिए आपको बहुत मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है आप खनन (mining ) जैसे विभिन्न तरीकों के माध्यम से डिजिटल मुद्रा कमा सकते हैं ( बिटकॉइन की संरचना करने के लिए एक विशेष सॉफ़्टवेयर की मदद ली जा सकती है जिसे बिटकॉइन बनाने वाला सॉफ्टवेयर कहा जाता (Bitcoin Miner) है l यह सॉफ्टवेयर बिटकॉइन नेटवर्क में आपके लिए एक जगह को सुरक्षित कर लेगाl
Image source:How-To Geek
कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी माध्यम के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। वहीं, इस डिजिटल करंसी को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है। बिटकॉइन को क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है। जबकि जटिल कम्प्यूटर एल्गोरिथम्स और कम्प्यूटर पावर से इस मुद्रा का निर्माण किया जाता है जिसे माइनिंग कहते हैं।
बिटकॉइन को किसी को अपनी सेवा देकर भी सैलरी के रूप में कमाया जा सकता है l यदि आप चाहें तो इसे वास्तविक मुद्रा जैसे डॉलर और यूरो से भी बदल सकते हैं l
साधारण मुद्रा की तरह बिटकॉइन को भी आसानी से खर्च किया जा सकता है l इसका इस्तेमाल आप सामान खरीदने के लिए, कुछ गैर-सरकारी संगठनों को दान करने या उन्हें किसी और को भेजने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं l कुछ ऐसी विभिन्न साइटें जैसे विकिलीक्स, पी 2 पी फाउंडेशन, वर्डप्रेस.कॉम और बिटकॉइन.ट्रेवल हैं जो बिटकॉइन को स्वीकार करते हैं l अभी हाल ही में दुनिया में आतंक मचाने वाले रैन्समवेयर वायरस को बनाने वाले हैकरों ने फिरौती के तौर पर bitcoin मुद्रा की ही मांग की हैl
भारत में भारतीय रिज़र्व बैंक लोगों को इस मुद्रा में निवेश करने से रोक रहा है लेकिन फिर भी लोग इसमें बड़ी संख्या में निवेश कर रहे हैं लेकिन भारत सरकार इस bitcoin मुद्रा के दोषों को देखते हुए इसके वाणिज्यिक प्रसार को रोकने के लिए जल्दी ही कानून बनाने की बात सोच रही है l ज्ञातब्य है कि भारतीय रिज़र्व बैंक पहले से ही इस मुद्रा में किसी भी प्रकार के निवेश को गैर कानूनी बताता आया है और उसने लोगों को इस मुद्रा से दूर रहने की सलाह भी दी है क्योंकि यह मुद्रा, बैंकिंग नियमन अधिनियम,1934 के नियमों का पालन भी नही करती है l
यहां भारतीय रुपए के मूल्य में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण दिए गए है
यहां भारतीय रुपए के मूल्य में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण दिए गए है
- Date : 14/07/2020
- Read: 4 mins Rating : -->
- Read in English: Here’s what causes the Indian rupee to fluctuate
यदि आपने कभी सोचा है कि भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले क्यों कमज़ोर रहता है, तो यहां आपके लिए आवश्यक जानकारी दी गई है।
हर चीज की एक कीमत होती है - आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन और आपके द्वारा खरीदे गए कपड़ों से लेकर आप जिस घर में रहते हैं और जिस कार से आप ड्राइव करते हैं। कुछ भी जो उपयोगिता का कोई रूप होता है और बहुत सारे लोगों द्वारा वांछित होता है, इसकी कीमत आवश्य ही होती है। चूंकि आप इन वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए पैसे का उपयोग करते हैं, इसलिए आप आम तौर पर पैसे को एक उत्पाद के रूप में नहीं मानते होंगे जिसकी विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? भी कीमत होती है।
हालांकि, जिस मिनट आप भारतीय मुद्रा को विदेशी मुद्रा बाजार के वैश्विक परिदृश्य में देखते हैं, आपका दृष्टिकोण बदल जाएगा। भारतीय रुपये से लेकर अमेरिकी डॉलर तक सभी मुद्राओं की एक कीमत होती है, जिसे अधिक उचित रूप से विदेशी मुद्रा दर के रूप में जाना जाता है। विनिमय दर मूल रूप से एक देश की मुद्रा की कीमत है जिसे किसी अन्य देश की मुद्रा के संदर्भ में मापा जाता है। उदाहरण के लिए, एक अमेरिकी डॉलर खरीदने के लिए जितने भारतीय रुपए लगते हैं, यह ही दोनों मुद्राओं के बीच का विनिमय दर है।
यह विनिमय दर लगातार बदलते रहता है क्योंकि अधिकांश देश एक लचीली विनिमय दर प्रणाली का पालन करते हैं जहां मांग और आपूर्ति के मुक्त बाजार बल ,विनिमय दर का निर्धारण करते हैं। इसलिए, जो भी कारक मुद्रा की मांग और आपूर्ति को प्रभावित करता है, वह इसकी विदेशी मुद्रा दर को भी प्रभावित करता है।
यहां सबसे आम कारण दिए गए हैं जिससे किसी देश की मुद्रा के मूल्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है:
1. मुद्रास्फीति की दर
आमतौर पर, किसी देश में मुद्रास्फीति की दर जितनी कम होती है, उसका मुद्रा मूल्य उतना ही अधिक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसकी क्रय शक्ति में बढ़ जाती है उन देशो के मुकाबले जहां मुद्रास्फीति की दर अधिक होती है। इसका मतलब है कि कम-मुद्रास्फीति वाले देश की मुद्रा से खरीदी गई किसी विशेष उत्पाद या सेवा की एक इकाई को उच्च-मुद्रास्फीति वाले देश की मुद्रा की एक इकाई से अधिक ख़रीदा जा सकता है।
2. ब्याज दरों में अंतर
ब्याज दरें एक तरीका है जिससे देश के केंद्रीय बैंक विदेशी विनिमय दर को प्रभावित करते हैं - ब्याज दरें, मुद्रास्फीति, और विदेशी विनिमय दरें सभी सहसंबद्ध हैं। जब किसी देश की ब्याज दर बढ़ती है, तो यह विदेशी पूंजी को आकर्षित करता है क्योंकि उधारदाताओं को अन्य देशों के सापेक्ष उच्च रिटर्न मिलता है जहां ब्याज दर कम होती है। इसके कारण विदेशी विनिमय दर भी बढ़ती है।
3. पब्लिक डेब्ट की राशि
पब्लिक डेब्ट सरकारी धन का एक अनिवार्य स्रोत है और देश के आर्थिक विकास और उन्नति के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की परियोजनाओं को वित्त देने में मदद करता है। हालांकि, पब्लिक डेब्ट की उच्च मात्रा का विदेशी मुद्रा दर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बहुत अधिक पब्लिक डेब्ट वाले देश विदेशी निवेशकों के लिए बहुत आकर्षक नहीं होते हैं और इससे उच्च मुद्रास्फीति दर हो सकती है।
4. चालू खाता नुकसान
जब कोई देश कुछ सामान और सेवाओं के निर्यात से उसके आयात करने पर अधिक खर्च करता है, तो व्यापार के संतुलन के चालू खाते में घाटा होता है। ऐसे मामले में, देश को अपने विदेशी भुगतान और इस घाटे को पूरा करने के लिए विदेशी पूंजी उधार लेने की आवश्यकता होगी। विदेशी मुद्रा की यह अतिरिक्त मांग, घरेलू मुद्रा के मूल्य को कम करती है और विदेशी विनिमय दर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
5. राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता
यदि कोई देश राजनीतिक रूप से अस्थिर है और बहुत अधिक संघर्ष और उथल-पुथल का सामना करता है, तो विदेशी निवेशक इसमें निवेश विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? नहीं करेंगे क्योंकि यह आर्थिक अस्थिरता में बदल जाता है। विदेशी पूंजी की कम मात्रा के परिणामस्वरूप कम मुद्रा मूल्य और लगातार मुद्रा में उतार-चढ़ाव होगा।
व्यापार की शर्तें, अटकलें, मंदी, आदि कुछ अन्य कारक हैं जो मुद्रा में उतार-चढ़ाव का कारण बनते हैं। अंत में, यह याद रखना महत्वपूर्ण है विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? कि ये सभी कारक आपस में जुड़े हुए हैं; भारत या किसी अन्य देश में मुद्रा मूल्य निर्धारित करने वाला कोई एक ही कारक नहीं है।
हर चीज की एक कीमत होती है - आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन और आपके द्वारा खरीदे गए कपड़ों से लेकर आप जिस घर में रहते हैं और जिस कार से आप ड्राइव करते हैं। कुछ भी जो उपयोगिता का कोई रूप होता है और बहुत सारे लोगों द्वारा वांछित होता है, इसकी कीमत आवश्य ही होती है। चूंकि आप इन वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए पैसे का उपयोग करते हैं, इसलिए आप आम तौर पर पैसे को एक उत्पाद के रूप में नहीं मानते होंगे जिसकी भी कीमत होती है।
हालांकि, जिस मिनट आप भारतीय मुद्रा को विदेशी मुद्रा बाजार के वैश्विक परिदृश्य में देखते हैं, आपका दृष्टिकोण बदल जाएगा। भारतीय रुपये से लेकर अमेरिकी डॉलर तक सभी मुद्राओं की एक कीमत होती है, जिसे अधिक उचित रूप से विदेशी मुद्रा दर के रूप में जाना जाता है। विनिमय दर मूल रूप से एक देश की मुद्रा की कीमत है जिसे किसी अन्य देश की मुद्रा के संदर्भ में मापा जाता है। उदाहरण के लिए, एक अमेरिकी डॉलर खरीदने के लिए जितने भारतीय रुपए लगते हैं, यह ही दोनों मुद्राओं के बीच का विनिमय दर है।
यह विनिमय दर लगातार बदलते रहता है क्योंकि अधिकांश देश एक लचीली विनिमय दर प्रणाली का पालन करते हैं जहां मांग और आपूर्ति के मुक्त बाजार बल ,विनिमय दर का निर्धारण करते हैं। इसलिए, जो भी कारक मुद्रा की मांग और आपूर्ति को प्रभावित करता है, वह इसकी विदेशी मुद्रा दर को भी प्रभावित करता है।
यहां सबसे आम कारण दिए गए हैं जिससे किसी देश की मुद्रा के मूल्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है:
1. मुद्रास्फीति की दर
आमतौर पर, किसी देश में मुद्रास्फीति की दर जितनी कम होती है, उसका मुद्रा मूल्य उतना ही अधिक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसकी क्रय शक्ति में बढ़ जाती है उन देशो के मुकाबले जहां मुद्रास्फीति की दर अधिक होती है। इसका मतलब है कि कम-मुद्रास्फीति वाले देश की मुद्रा से खरीदी गई किसी विशेष उत्पाद या सेवा की एक इकाई को उच्च-मुद्रास्फीति वाले देश की मुद्रा की एक इकाई से अधिक ख़रीदा जा सकता है।
2. ब्याज दरों में अंतर
ब्याज दरें एक तरीका है जिससे देश के केंद्रीय बैंक विदेशी विनिमय दर को प्रभावित करते हैं - ब्याज दरें, मुद्रास्फीति, और विदेशी विनिमय दरें सभी सहसंबद्ध हैं। जब किसी देश की ब्याज दर बढ़ती है, तो यह विदेशी पूंजी को आकर्षित करता है क्योंकि उधारदाताओं को अन्य देशों के सापेक्ष उच्च रिटर्न मिलता है जहां ब्याज दर कम होती है। इसके कारण विदेशी विनिमय दर भी बढ़ती है।
3. पब्लिक डेब्ट की राशि
पब्लिक डेब्ट सरकारी धन का एक अनिवार्य स्रोत है और देश के आर्थिक विकास और उन्नति के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की परियोजनाओं को वित्त देने में मदद करता है। हालांकि, पब्लिक डेब्ट की उच्च मात्रा का विदेशी मुद्रा दर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बहुत अधिक पब्लिक डेब्ट वाले देश विदेशी निवेशकों के लिए बहुत आकर्षक नहीं होते हैं और इससे उच्च मुद्रास्फीति दर हो सकती है।
4. चालू खाता नुकसान
जब कोई देश कुछ सामान और सेवाओं के निर्यात से उसके आयात करने पर अधिक खर्च करता है, तो व्यापार के संतुलन के चालू खाते में घाटा होता है। ऐसे मामले में, देश को अपने विदेशी भुगतान और इस घाटे को पूरा करने के लिए विदेशी पूंजी उधार लेने की आवश्यकता होगी। विदेशी मुद्रा की यह अतिरिक्त मांग, घरेलू मुद्रा के मूल्य को कम करती है और विदेशी विनिमय दर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
5. राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता
यदि कोई देश राजनीतिक रूप से अस्थिर है और बहुत अधिक संघर्ष और उथल-पुथल का सामना करता है, तो विदेशी निवेशक इसमें निवेश नहीं करेंगे क्योंकि यह आर्थिक अस्थिरता में बदल जाता है। विदेशी पूंजी की कम मात्रा के परिणामस्वरूप कम मुद्रा मूल्य और लगातार मुद्रा में उतार-चढ़ाव होगा।
व्यापार की शर्तें, अटकलें, मंदी, आदि कुछ अन्य कारक हैं जो मुद्रा में उतार-चढ़ाव का कारण बनते हैं। अंत में, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ये सभी कारक आपस में जुड़े हुए हैं; भारत या किसी अन्य देश में मुद्रा मूल्य निर्धारित करने वाला कोई एक ही कारक नहीं है।
बिटकॉइन (Bitcoin) मुद्रा क्या है और कैसे काम करती है?
वर्तमान समय में सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली मुद्रा बिट कॉइन (Bitcoin) है. बिटकॉइन डिजिटल मुद्रा का एक रूप है सरल शब्दों में, यह एक गणितीय संरचना है जो एल्गोरिदम पर चलता है. इसे किसने विकसित किया था इसके बारे में कोई भी ठोस सबूत नही है लेकिन छदम रूप से इसके संस्थापक का नाम ‘सोतशी नाकामोतो’ माना जाता हैl जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीद होती है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा इसको पारम्परिक मुद्राओं में भी बदला जाता है.
बिटकॉइन एक तरह की एक डिजिटल मुद्रा (digital currency) और स्वतन्त्र मुद्रा है | इस पर किसी भी संस्था या देश का अधिकार नहीं है| इसका मालिक, भौतिक (physical) रूप से चीजों की खरीदारी नहीं कर सकता बल्कि बिटकॉइन का उपयोग ऑनलाइन ही क्या जा सकता है.
इसका अधिग्रह होने पर अधिकारी सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग या हस्तांतरण के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं| इसका उत्पादन स्वतन्त्र रूप से कंप्यूटर प्रोसेसिंग प्रणाली “Mining” के द्वारा किया जाता है| Miners विशेष प्रकार के हार्डवेयर का उपयोग करके विभिन्न प्रकार के लेन देन को पूरा करते है और नेटवर्क को सुरक्षित करते है जिनके बदले में नए बिटकॉइन बनते है जो miners को मिलते है|
जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीद होती है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा इसको पारम्परिक मुद्राओं में भी बदला जाता है। बिटकॉइन की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं, लेकिन उसका कोई औपचारिक रूप नहीं है। जबकि गोल्डमैन साक्स विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज तक ने इसे बेहद तेज और कुशल तकनीक कहकर इसकी तारीफ की है।
इसलिए दुनियाभर के बिजनेसमैन और कई कंपनियां फाइनैंशियल ट्रांजेक्शन के लिए इसका इस्तेमाल खूब कर रहे हैं। इसे किसने विकसित किया था इसके बारे में कोई भी ठोस सबूत नही है लेकिन छदम रूप से इसके संस्थापक का नाम सोतशी नाकामोतो माना जाता हैl
(बिटकॉइन के संस्थापक सोतशी नाकामोतो)
Image source:Daily Mail
1- इसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी।
2- यह विश्व का प्रथम पूर्णतया खुला भुगतान तंत्र है।
3- इस समय दुनिया भर में 1 करोड से अधिक बिटकाइन हैं, जिनका मूल्य 55 हज़ार करोड रुपए है।
बिटकॉइन का इस्तेमाल कौन कर रहा है ?
दुनिया का पहला ओपन पेमेंट नेटवर्क बिटकॉइन चर्चा में है। क्योंकि, फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन के लिए यह सबसे तेज और कुशल मानी जा रही है। इसलिए बिटकॉइन को वर्चुअल करंसी भी कहा जाता है।
दरअसल बिटकॉइन एक नई टेक्नोलॉजी है जिसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है। हजारों कंपनियों, लोगों और गैर लाभकारी संगठन ने ग्लोबल बिटकॉइन सिस्टम को अपनाया है। हालांकि इस मुद्रा का व्यापार, निर्माण और नियंत्रण अन्य बिटकॉइन उपयोगकर्ताओं द्वारा किया जाता है l
कोई केंद्रीय संस्था नहीं है
बिटकॉइन को किसी संस्था द्वारा नियंत्रित नही किया जाता है जिसका अर्थ है कि इसके ऊपर सरकार या बैंक का कोई अधिकार नही हैl इनका उपयोग या खरीदारी किसी के द्वारा भी की जा सकती हैl चूंकि इनके व्यापार को रोका नही जा सकता है इसलिए कोई भी बैंक या प्राधिकरण आपको इंटरनेट द्वारा किसी और को अपने बिटकॉन्स भेजने से रोक नही सकता है। लेकिन इसमें एक दुविधा यह भी है कि यदि आपके साथ कोई धोखा होता है तो आप किसी के पास भी इसके बारे में शिकायत दर्ज नही करा सकते हैं l
इसका मूल्य कितना होता है ?
दुनिया भर में Bitcoins के वितरण की सीमा विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? मात्र 210,00000 है यानि कि कुल मिलकर पूरे विश्व में 210,00000 ही बनाए जाएँगे उसके बाद इसका उत्पादन बंद हो जाएगा| कुछ ऐसी भी मूलभूत प्रक्रियाएं हैं जो इसे जटिल बनाती हैं और अधिकृत व्यक्ति को इसे समझने के लिए तकनीकी जानकारी होना आवश्यक हो जाता हैl
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि यह एक छदम मुद्रा है जिसने 2013 में बहुत प्रसिद्धि पाकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में उठा पटक मचा दी थी l दरअसल तीन साल पहले वजूद में आई बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करंसी बन गई है। इस समय एक बिटकॉइन को ऑनलाइन या बाजार में तकरीबन 790676 रुपये में बेचा जा सकता है। इसका मूल्य इसकी मांग और पूर्ती के बीच के समन्वय पर पड़ता है या खरीदने वाला जितना मूल्य देने को तैयार हो जाये l
(वर्तमान में बिट कॉइन का मूल्य इस प्रकार है)
इसकी कीमत हर देश में अलग अलग होती हैl चूँकि इसका चलन विश्व बाज़ार में है, इसलिए इसकी कीमत हर देश में इसकी मांग के अनुसार होती है| इस समय एक बिटकॉइन का खरीदी मूल्य 790676 रूपए है वहीँ अमेरिका में एक बिटकॉइन की कीमत $604 है आज बिटकॉइन का चलन विश्व बाज़ार में बहुत तेज़ी पर हैl लेकिन इस बाजार में अस्थिरता बहुत अधिक होती हैl
बिटकॉइन की बिक्री और खरीद कैसे की जाती है?
डिजिटल करंसी बिटकॉइन का उपयोग करने वाले बिजनेसमैन की संख्या लगभग 30 लाख बताई जा रही है और जूपिटर रिसर्च के मुताबिक यह संख्या 2019 तक 50 लाख तक पहुंच सकती है।
बिटकॉइन को हासिल करने के लिए आपको बहुत मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है आप खनन (mining ) जैसे विभिन्न तरीकों के माध्यम से डिजिटल मुद्रा कमा सकते हैं ( बिटकॉइन की संरचना करने के लिए एक विशेष सॉफ़्टवेयर की मदद ली जा सकती है जिसे बिटकॉइन बनाने वाला सॉफ्टवेयर कहा जाता (Bitcoin Miner) विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? है l यह सॉफ्टवेयर बिटकॉइन नेटवर्क में आपके लिए एक जगह को सुरक्षित कर लेगाl
Image source:How-To Geek
कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी माध्यम के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। वहीं, इस डिजिटल करंसी को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है। बिटकॉइन को क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है। जबकि जटिल कम्प्यूटर एल्गोरिथम्स और कम्प्यूटर पावर से इस मुद्रा का निर्माण किया जाता है जिसे माइनिंग कहते हैं।
बिटकॉइन को किसी को अपनी सेवा देकर भी सैलरी के रूप में कमाया जा सकता है l यदि आप चाहें तो इसे वास्तविक मुद्रा जैसे डॉलर और यूरो से भी बदल सकते हैं l
साधारण मुद्रा की तरह बिटकॉइन को भी आसानी से खर्च किया जा सकता है l इसका इस्तेमाल आप सामान खरीदने के लिए, कुछ गैर-सरकारी संगठनों को दान करने या उन्हें किसी और को भेजने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं l कुछ ऐसी विभिन्न साइटें जैसे विकिलीक्स, पी 2 पी फाउंडेशन, वर्डप्रेस.कॉम और बिटकॉइन.ट्रेवल हैं जो बिटकॉइन को स्वीकार करते हैं l अभी हाल ही में दुनिया में आतंक मचाने वाले रैन्समवेयर वायरस को बनाने वाले हैकरों ने फिरौती के तौर पर bitcoin मुद्रा की ही मांग की हैl
भारत में भारतीय रिज़र्व बैंक लोगों को इस मुद्रा में निवेश करने से रोक रहा है लेकिन फिर भी लोग इसमें बड़ी संख्या में निवेश कर रहे हैं लेकिन भारत सरकार इस bitcoin मुद्रा के दोषों को देखते हुए इसके वाणिज्यिक प्रसार को रोकने के लिए जल्दी ही कानून बनाने की बात सोच रही है l ज्ञातब्य है कि भारतीय रिज़र्व बैंक पहले से ही इस मुद्रा में किसी भी प्रकार के निवेश को गैर कानूनी बताता आया है और उसने लोगों को इस मुद्रा से दूर रहने की सलाह भी दी है क्योंकि यह मुद्रा, बैंकिंग नियमन अधिनियम,1934 के नियमों का पालन भी नही करती है l
श्रीलंका में राष्ट्रपति के खिलाफ सड़कों पर उतरे 1000 व्यापार यूनियन, गोटबाया के इस्तीफे की मांग को लेकर हो रही है देशव्यापी हड़ताल
Nationwide strike in Sri Lanka: भारी विदेशी कर्ज के कारण श्रीलंका दिवालिया होने के कगार पर है, उसके पास विदेशी मुद्रा भंडार की कमी है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अनवर
Updated on: Apr 28, 2022 | 6:01 PM
श्रीलंका (Sri Lanka) में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) के तत्काल इस्तीफे की मांग को लेकर करीब 1000 व्यापार यूनियन ने गुरुवार को एक दिन की देशव्यापी हड़ताल (Nationwide strike in Sri Lanka) का आयोजन किया. देश में अभूतपूर्व आर्थिक संकट से निपटने में नाकाम रहने के कारण उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है. साल 1948 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से श्रीलंका पहली बार इस तरह की अप्रत्याशित आर्थिक उथल-पथल का शिकार है. इस संकट का आंशिक कारण विदेशी मुद्री की कमी है, जिसका मतलब है कि श्रीलंका जरूरी खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात का भुगतान करने में समर्थ नहीं है.
विदेशी मुद्रा में कमी की वजह से जरूरी चीजों की कमी होने समेत अधिकतर वस्तुओं के दाम बढ़ गए. कई क्षेत्रों की यूनियन ने हड़ताल में भाग लिया जिसमें राज्य सेवा, स्वास्थ्य, बंदरगाह, बिजली, शिक्षा और डाक विभाग के कर्मी शामिल हुए. इस दौरान हड़ताल की एक विषय वस्तु निर्धारित की गई जो थी, जनता के आगे झुको, सरकार घर जाओ. इसी के मद्देनजर लोगों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से घर जाने की मांग की. स्वास्थ्यकर्मियों के व्यापार यूनियन के रवि कुमुदेश ने कहा कि गुरुवार की हड़ताल के बाद वे सरकार को इस्तीफा देने के लिए एक सप्ताह का समय देंगे. रवि ने कहा कि इसके बाद सरकार के इस्तीफा देने तक वे लगातार हड़ताल करेंगे.
सार्वजनिक परिवहन को नुकसान पहुंचाने वालों को गिरफ्तार करने का निर्देश
रवि कुमुदेश ने कहा कि हड़ताल में 1000 से अधिक व्यापार यूनियन ने हिस्सा लिया. बैंक कर्मचारी यूनियन ने कहा कि हड़ताल के कारण सभी बैंक बंद रहे और सार्वजनिक यातायात बहुत कम चला. विपक्षी दल के नेता मानो गणेशन ने कहा कि कृषि श्रमिकों ने भी हड़ताल में हिस्सा लिया. इस बीच, परिवहन मंत्री दिलम अमुनुगामा ने कहा कि पुलिस को निर्देश दिया गया है कि हड़ताल के मद्देनजर सार्वजनिक परिवहन को नुकसान पहुंचाने और निजी परिवहन को प्रभावित करने वालों को गिरफ्तार किया जाए.
उन्होंने कहा कि सड़क जाम करने वालों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी. श्रीलंका विदेशी मुद्रा व्यापार में सबसे महत्वपूर्ण चीजें क्या हैं? रेलवे के महाप्रबंधक धम्मिका जयसुंदरा ने कहा कि बिना पूर्व जानकारी दिये रेलवे कर्मचारियों के बीमार होने की सूचना के कारण ट्रेन सेवाएं बाधित होंगी.
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दिवालिया होने की कगार पर श्रीलंका
संघ के सह संयोजक एस पी विथानगे ने कहा कि मंत्री के हस्तक्षेप से कई ट्रेन चलाने की योजना के बावजूद रेल कर्मचारी हड़ताल पर हैं. गौरतलब है कि भारी विदेशी कर्ज के कारण श्रीलंका दिवालिया होने के कगार पर है, उसके पास विदेशी मुद्रा भंडार की कमी है, जिसके कारण वह ईंधन और खाद्यान्न जैसी महत्वपूर्ण चीजों का आयात नहीं कर पा रहा है. सड़कों पर 31 मार्च से ही जमा प्रदर्शनकारी देश के इस भीषण आर्थिक संकट के लिए द्वीपीय देश पर पिछले करीब 20 साल से शासन कर रहे राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और उनके परिवार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.