रणनीति व्यापार

गलत ब्रेकआउट

गलत ब्रेकआउट
(यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.)

गलत Face Wash की वजह से खराब हो सकता है चेहरा, हो सकती है ये 5 दिक्‍कतें

5 signs your face wash isn’t actually working for you

गलत Face Wash की वजह से खराब हो सकता है चेहरा, हो सकती है ये 5 दिक्‍कतें

वे लोग जिनकी स्‍किन पहले से ही संवेदनशील है, उनके लिए गलत तरह का फेस वाश चुनना एक बुरे सपने के समान हो सकता है। यदि आप पहले से ही अपनी त्वचा पर जलन का अनुभव कर रही हैं, तो सबसे गलत ब्रेकआउट अच्छा है कि आप किसी माइल्‍ड या अधिक प्राकृतिक चीज से बना फेस वॉश यूज करें।

​स्‍किन दिखने लगेगी बेजान

वैसे तो फेस वॉश का काम गलत ब्रेकआउट स्‍किन को एक्सफोलिएट करना है होता, लेकिन अगर गलत ब्रेकआउट चेहरा धोने से त्वचा की चमक गायब हो जाए, तो समझिए कि यह अपना काम नहीं कर रहा है। कई लोग मानते हैं कि अगर फेस वॉश लगाने से स्‍किन कुछ देर के लिए ड्राय और बेजान दिखे, तो समझे कि वह अपना काम बेहतरीन तरीके से कर रहा है। मगर यह एक गलत धारणा है। एक फेस वॉश हाइड्रेटिंग होना चाहिए।

​दिखेंगे एजिंग के समयपूर्व गलत ब्रेकआउट लक्षण

ऐसी कोई भी चीज जो आपकी स्‍किन के लिए अच्‍छी न हो, वह आपको समय से पहले बूढ़ा दिखा सकती है। इसी तरह से एक गलत फेस वॉश भी स्‍किन पर एजिंग के गलत ब्रेकआउट निशान पैदा कर सकता है। हो सकता है कि आपको इसके संकेत अभी न दिखाई दें, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, आपको अपनी स्‍किन पर साफ फर्क नजर आने लगेगा।

​T-Zone के चारों ओर कसाव महसूस होना

t-zone-

सर्दियों के दौरान जैसे स्‍किन रूखी हो जाती है और फटना शुरू कर देती है, ठीक उसी तरह से गलत तरह का फेस वॉश लगाने से स्‍किन अपनी नमी खो बैठती है। यदि आपकी त्वचा पहले से ही ड्राय है, तो होठों और नाक के आसपास काले निशान और धब्बे दिखाई देना शुरू हो जाएंगे। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फेस वॉश स्‍किन बैरियर को किसी न किसी तरह से बाधित करता है। यह त्वचा के प्राकृतिक तेलों को दूर करता है और पीएच स्तर को कम करता है।

Face Beauty Tips: चेहरे पर चाहती हैं जबरदस्त निखार? किचन में रखी इस चीज से पूरा होगा ख्वाब!

Face Beauty Tips: चेहरे पर चाहती हैं जबरदस्त निखार? किचन में रखी इस चीज से पूरा होगा ख्वाब!

डीएनए हिंदी: स्किन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बेकिंग गलत ब्रेकआउट सोडा (Baking Soda) आपकी स्किन को बेहतर बना सकता है. यह आपकी त्वचा को नरिश करने के साथ-साथ स्‍क्रबिंग में भी मदद करता है लेकिन बता दें कि इसका गलत तरीके से इस्‍तेमाल स्किन को ड्राई भी बना सकता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्किन केयर के लिए बेकिंग सोडे का इस्तेमाल किस तरह से किया जा सकता है.

इससे गलत ब्रेकआउट पहले जानते हैं स्किन को बेकिंग सोड़ा से मिलने वाले फायदे के बारे में-

Face Beauty Tips: चेहरे पर चाहती हैं जबरदस्त निखार? किचन में रखी इस चीज से पूरा होगा ख्वाब!

Face Beauty Tips: चेहरे पर चाहती हैं जबरदस्त निखार? किचन में रखी इस चीज से पूरा होगा ख्वाब!

डीएनए हिंदी: स्किन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बेकिंग सोडा (Baking Soda) आपकी स्किन को बेहतर बना सकता है. यह आपकी त्वचा को नरिश करने के साथ-साथ स्‍क्रबिंग में भी मदद करता है लेकिन बता दें कि इसका गलत तरीके से इस्‍तेमाल स्किन को ड्राई भी बना सकता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्किन केयर गलत ब्रेकआउट के लिए बेकिंग सोडे का इस्तेमाल किस तरह से किया जा सकता है.

इससे पहले जानते हैं गलत ब्रेकआउट स्किन को बेकिंग सोड़ा से मिलने वाले फायदे के बारे में-

राकेश झुनझुनवाला के फेवरेट स्टॉक पर एक्सपर्ट बुलिश, 150 रुपये के पार जाएगी कीमत

राकेश झुनझुनवाला के फेवरेट स्टॉक पर एक्सपर्ट बुलिश, 150 रुपये के पार जाएगी कीमत

शेयर बाजार के बिग बुल राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में कई ऐसे स्टॉक हैं जो मालामाल कर रहे हैं। ऐसा ही एक स्टॉक नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (NALCO) है। NALCO के शेयर को लेकर गलत ब्रेकआउट एक्सपर्ट बुलिश नजर आ रहे हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक गलत ब्रेकआउट इस कंपनी के शेयर की कीमत 150 रुपए तक जाने की उम्मीद है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट: आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा, "NALCO का स्टॉक बुल ट्रेंड में है। ये स्टॉक 130 रुपये के भाव पर ब्रेकआउट दे सकता है। ब्रेकआउट के बाद, यह 160 रुपए के स्तर तक जा सकता है। कोई भी निवेशक मौजूदा स्तरों पर इसे 160 रुपए के अल्पावधि लक्ष्य के लिए खरीद सकता है। हालांकि, इस मल्टीबैगर स्टॉक में खरीदारी करते वक्त 104 रुपए पर स्टॉप लॉस बनाए रखना चाहिए।"

गैर-संरचनात्मक 1 प्रोटीन

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी, हैदराबाद ने गैर-संरचनात्मक 1 प्रोटीन (Non-Structural 1 protein: NS1) की तीव्र, संवेदनशील और विशिष्ट पहचान के लिए इलेक्ट्रोकेमिकल आधारित इम्यूनोसेंसर के रूप में कम ग्राफीन ऑक्साइड (rGO) के गलत ब्रेकआउट साथ निर्मित फ्लोरीन डोपेड टिन ऑक्साइड (FTO) इलेक्ट्रोड विकसित किया है, जो रक्त में परिसंचरण करते हुये जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस (जेईवी) के लिए उपयुक्त बायोमार्कर है।

(Image Source: https://www.who.int/)

महत्वपूर्ण तथ्य: चूंकि जेईवी निदान के लिए पारंपरिक तरीके महंगे, अधिक खतरनाक और समय लेने वाली नैदानिक तकनीक हैं और इसके लिए एक विस्तृत प्रयोगशाला की स्थापना और प्रशिक्षित विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। ऐसे में विकसित बायोसेंसर इन कमियों से पार पाने में सक्षम हो सकता है।

रेटिंग: 4.33
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 285
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *