एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है

शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 66 पैसे टूटा
नवभारत टाइम्स 4 दिन पहले
मुंबई, 16 नवंबर (भाषा) विदेशी बाजारों में अमेरिकी मु्द्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 66 पैसे टूटकर 81.57 पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.41 पर खुला, और फिर गिरावट के साथ 81.57 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 66 पैसे की कमजोरी दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 37 पैसे की तेजी के साथ 80.91 पर बंद हुआ था।
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत बढ़कर 106.58 पर पहुंच गया।
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RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्ट
अवैध ऐप्स की लंबी सूची में OctaFX शामिल है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम दिल्ली कैपिटल्स का आधिकारिक ट्रेडिंग स्पॉन्सर है। आरबीआई ने इन ऐप को लेकर लोगों को चेताया है और उपयोग नहीं करने की सलाह दी है।
RBI ने जारी की अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप की अलर्ट लिस्ट (फाइल फोटो)
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस सप्ताह अवैध इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर विदेशी मुद्रा लेनदेन में शामिल संस्थाओं की एक अलर्ट सूची जारी की। इसमें एक ऐप ऐसा भी है, जो IPL टीम दिल्ली कैपिटल को स्पॉन्सर करता है। यह अवैध संस्था या ऐप लोगों से हाई रिटर्न का वादा करके लुभाते हैं। आरबीआई ने कहा कि इन अवैध प्लेटफॉर्म के यूजर्स पर मुकदमा चलाया जा सकता है।
अवैध ऐप्स की लंबी सूची में OctaFX शामिल है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम दिल्ली कैपिटल्स का आधिकारिक ट्रेडिंग स्पॉन्सर है। आरबीआई ने इन ऐप को लेकर लोगों को चेताया है और उपयोग नहीं करने की सलाह दी है, वरना यूजर्स पर कार्रवाई भी की जा सकती है। यहां अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप्स और वेबसाइटों की पूरी सूची है।
अवैध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप
Alpari, AnyFX, Ava Trade, Binomo, e Toro, Exness, Expert Option, FBS, FinFxPro, Forex.com, Forex4money, एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है Foxorex, FTMO, FVP Trade, FXPrimus, FXStreet, FXCm, FxNice, FXTM, HotFores, ibell Markets, IC Markets, iFOREX, IG Market, IQ Option, NTS Forex Trading, Octa FX, Olymp Trade, TD Ameritrade, TP Global FX, Trade Sight FX, Urban Forex, Xm और XTB है।
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आरबीआई ने यह भी कहा कि इस लिस्ट में नहीं आने वाले यूनिट को केंद्रीय बैंक की ओर से रजिस्टर्ड नहीं माना जाना चाहिए। भारतीय रिजर्व बैंक के मानदंडों के अनुसार, लोगों को (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999) के अनुसार केवल रजिस्टर्ड संस्थाओं के साथ विदेशी मुद्रा लेनदेन करना चाहिए।
आरबीआई ने क्या कहा
आरबीआई के अनुसार, जबकि अनुमत विदेशी मुद्रा लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से किए एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है जा सकते हैं, उन्हें केवल आरबीआई या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, बीएसई लिमिटेड और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा इस उद्देश्य के लिए अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए।
हेमंत सोरेन से खनन घोटाले में ईडी की पूछताछ शुरू
रांची। झारखंड (Jharkhand) के साहिबगंज जिले में अवैध स्टोन माइनिंग (Stone Mining) के जरिए एक हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में ईडी (ED) ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी की ओर से भेजे गए समन पर मुख्यमंत्री रांची (Ranchi) के एयरपोर्ट रोड स्थित एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय में गुरुवार सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर पहुंचे। ईडी के समक्ष पेश होने के पहले सीएम ने एक प्रेस कांफ्रेंस (Press Conference) में कहा कि उनपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्हें इस तरह समन भेजा गया जैसे वे देश छोड़कर भाग एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है रहे हों। इस देश में घोटाला करने वाले व्यापारियों देश छोड़कर भागते रहे हैं, लेकिन किसी राजनेता को लेकर ऐसा कोई उदाहरण नहीं है। हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने के षड्यंत्र का हिस्सा है।
अवैध खनन (Illegal Mining) को लेकर उनपर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं। ईडी का कहना है कि सिर्फ एक जिले में अवैध पत्थर खनन के जरिए एक हजार करोड़ का घोटाला हुआ है, जबकि पूरे राज्य में स्टोन चिप्स से साल भर में एक हजार करोड़ रुपए की आमदनी नहीं होती। मुख्यमंत्री ने झारखंड राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) पर भी बड़ा हमला बोला और कहा कि राज्यपाल का पद राजनीति और पार्टी से ऊपर से होता है, लेकिन इनके कार्यकलापों से ऐसा लगता है कि वे षड्यंत्रकारी राजनीति करने वाले दलों को संरक्षण दे रहे हैं। एक तरफ माइनिंग लीज मामले में चुनाव आयोग के मंतव्य की चिट्ठी का लिफाफा राज्यपाल महीनों बाद भी नहीं खोलते, और दूसरी तरफ बयान देते हैं राज्य में बम-पटाखा फूट सकता है। उनके बयान के तुरंत बाद ईडी का समन आता है और सत्ताधारी दलों के एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है विधायकों के यहां आईटी और केंद्रीय एजेंसियों का छापा पड़ने लगता है। मुझे खबर है कि अभी कई और विधायकों के यहां छापमारी की तैयारी चल रही है। यह सब षड्यंत्र का हिस्सा है। सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए ईडी के ज्वायंट डायरेक्टर कपिल राज (Kapil Raj) सहित कई बड़े अफसर पहुंचे हैं। ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय की सुरक्षा कड़ी की गई है। यहां गुरुवार की सुबह से ही जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है।
कार्यालय के बाहर सीआरपीएफ, जैप, आइआरबी, एसआइआरबी के जवानों की तैनाती की गई है। इधर राज्य के एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है विभिन्न इलाकों से आए झामुमो के हजारों कार्यकर्ता रांची में जुटे हैं। वे ईडी की कार्रवाई के खिलाफ मोरहबादी मैदान (Moharbadi Maidan) के पास नारेबाजी कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने ईडी दफ्तर के पास विरोध प्रदर्शन करने वालों को पहुंचने से रोकने के तमाम इंतजाम किया है। हिनू चौक से लेकर एयरपोर्ट के इलाके तक धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। बता दें कि अवैध माइनिंग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के जिस मामले में ईडी सीएम से पूछताछ कर रहा है, उसमें मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) को पहले ही गिरफ्तार किया गया है। पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के खिलाफ दायर चार्जशीट में ईडी ने उसे मिलने वाले राजनीतिक संरक्षण का विस्तार पूर्वक उल्लेख किया है। खनन घोटाले में साहिबगंज में छापेमारी के दौरान ईडी को पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के घर से एक लिफाफा मिला था। इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक था।
इसमें से दो चेक बुक हस्ताक्षरित थे। हालांकि, इसमें राशि का उल्लेख नहीं किया गया था। ईडी की चार्जशीट के मुताबिक मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोका जाता था। पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के अलावा पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश और कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल (Amit Agarwal) को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ने भी एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है पूछताछ में हेमंत सोरेन से अपने संबंधों के बारे में जानकारी दी है। माना जा रहा है कि इन्हीं तथ्यों के आधार पर मुख्यमंत्री से पूछताछ की जाएगी। ईडी ने इसके पहले मनरेगा घोटाले के जरिए मनी लांड्रिंग में झारखंड की सीनियर आईएएस खनन सचिव पूजा सिंघल (Pooja Singhal) को भी गिरफ्तार किया था। उनसे जुड़े सीए सुमन कुमार (Suman Kumar) के ठिकाने से 17.49 करोड़ नकद मिले थे। ईडी को जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली थी कि इसमें अवैध खनन से मिली राशि भी शामिल है। पूछताछ के दौरान मुख्यमंत्री से इन सभी मुद्दों से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं। (आईएएनएस)
झारखंड में सियासी हलचल तेजः सीएम से कल ईडी करेगी पूछताछ
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से गुरुवार को होनेवाली ईडी की पूछताछ के पहले राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास में बुधवार शाम चार बजे सत्ताधारी गठबंधन जेएमएम, कांग्रेस और राजद के सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है। इसके पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने अपने आवास पर पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई। इन बैठकों में ईडी के समन से लेकर चुनाव आयोग की अनुशंसा पर राज्यपाल की ओर से संभावित कार्रवाई के मद्देनजर पैदा हुए पॉलिटिकल क्राइसिस के मद्देनजर रणनीति पर चर्चा होगी।
इधर राज्य के विभिन्न इलाकों से जेएमएम के हजारों कार्यकर्ता रांची के मोरहाबादी मैदान में इकट्ठा हो रहे हैं। पार्टी की रणनीति है कि जिस वक्त मुख्यमंत्री से ईडी की पूछताछ होगी, उस वक्त रांची में जोरदार शक्ति प्रदर्शन हो।
बता दें कि ईडी ने राज्य में अवैध माइनिंग के जरिए एक हजार करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 17 नवंबर को रांची एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने को कहा है। इसके पहले उन्हें 3 नवंबर को पूछताछ के लिए समन भेजा गया था, लेकिन उन्होंने पूर्व से तय कार्यक्रमों मे अपनी व्यस्तताओं का हवाला देते हुए ईडी से तीन हफ्ते का वक्त मांगा था। इसपर ईडी ने उन्हें तीन के बदले दो हफ्ते का वक्त दिया और दूसरी बार समन जारी कर 17 नवंबर की तारीख तय की गई है।
बताया जा रहा है कि सीएम से पूछताछ के लिए ईडी के ज्वायंट डायरेक्टर कपिल राज सहित कई बड़े अफसर रांची पहुंच रहे हैं। ईडी ने इस पूछताछ के मद्देनजर क्षेत्रीय कार्यालय और उसके बाहर पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए राज्य के पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री के समर्थक और सत्ताधारी पार्टियों के कार्यकर्ता ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर सकते हैं। इस ²ष्टि से पुलिस मुख्यालय ने सुरक्षा की आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
अवैध माइनिंग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार किया है। पंकज मिश्रा के खिलाफ दायर चार्जशीट में ईडी ने उसे मिलने वाले राजनीतिक संरक्षण का विस्तार पूर्वक उल्लेख किया है। खनन घोटाले में साहिबगंज में छापेमारी के दौरान ईडी को पंकज मिश्रा के घर से एक लिफाफा मिला था। इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक था। इसमें से दो चेक बुक हस्ताक्षरित थे। हालांकि, इसमें राशि का उल्लेख नहीं किया गया था। ईडी एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर क्या है की चार्जशीट के मुताबिक मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोका जाता था।
पंकज मिश्रा के अलावा पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश और कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ने भी पूछताछ में हेमंत सोरेन से अपने संबंधों के बारे में जानकारी दी है। माना जा रहा है कि इन्हीं तथ्यों के आधार पर मुख्यमंत्री से पूछताछ की जाएगी।
ईडी ने इसके पहले मनरेगा घोटाले के जरिए मनी लांड्रिंग में झारखंड की सीनियर आईएएस खनन सचिव पूजा सिंघल को भी गिरफ्तार किया था। उनसे जुड़े सीए सुमन कुमार के ठिकाने से 17.49 करोड़ नकद मिले थे। ईडी को जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली थी कि इसमें अवैध खनन से मिली राशि भी शामिल है। पूछताछ के दौरान मुख्यमंत्री से इन सभी मुद्दों से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं। (आईएएनएस)