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बचत खाता क्या है

बचत खाता क्या है
जानिए चालू और बचत खाते के फायदे (फोटो-Freepik)

सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है? और इसके प्रकार

जब भी बात बैंक में खाता खुलवाने की आती है, तब लोगों के मन में सबसे पहला ख्याल यही आता है की क्यों न बचत खाता अर्थात सेविंग अकाउंट खुलवाई जाए। लेकिन सेविंग अकाउंट अर्थात बचात खाता होता क्या है? और इसके कितने प्रकार होते है? इस लेख के माध्यम से आपको सेविंग अकाउंट से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिलेंगे।

लेख में मौजूद सामग्री

सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है?

सेविंग अकाउंट या कहें बचत खाता ये एक प्रकार का बैंक अकाउंट होता है। ये वैसे लोगों लिए बचत का एक अच्छा माध्यम है जिन्हे प्रत्येक महीने सैलरी मिलती है या फिर प्रत्येक महीने उन्हें एक खास रकम की बचत होती है। सेविंग अकॉउंट के जरिये केवल पैसों की ही बचत नहीं होती, बल्कि बचत खाते में पैसे रखने पर बैंक अपने ग्राहकों को 2.70% से 5.25% की ब्याज राशि भी देती है।

ये ब्याज का प्रतिशत आपके द्वारा जमा किये रकम के अलावा बैंक के ऊपर भी निर्भर करती है। बचत खाते की सबसे ख़ास बात ये है की कई सारे बैंकों में आपको अपने बचत खाते में न्यूनतम राशि रखने की जरुरत नहीं पड़ती। अर्थात खाते में शून्य बैलेंस होने पर भी बैंक आपके खाते को एक निश्चित समय तक कुछ शर्तों के साथ चालु रखती है।

सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाते के प्रकार

1 . जीरो बैलेंस(शुन्य बैलेंस) सेविंग अकाउंट / बचत खाता

वैसे सेविंग अकाउंट जिसमे आपको न्यूनतम राशि रखने की जरुरत नहीं पड़ती। अर्थात इस खाते में मौजूद पूरी राशि का उपयोग कभी भी और कहीं भी आकर सकता है। जीरो बैलेंस खाते की सबसे बड़ी खासियत ये है की खाते में शुन्य राशि होने की स्तिथि में भी बैंक आपसे किसी तरह के कोई अतिरिक्त शुल्क या चार्ज की वसूली नहीं करती।

2. माइनर सेविंग अकाउंट (Minor Saving Account)

  • इस तरह के खाते में जीरो बैलेंस अकाउंट की तरह न्यूनतम राशि बनाये रखने की जरुरत नहीं पड़ती।
  • खाते में 0 बैलेंस होने पर भी बैंक आपसे किसी तरह के कोई चार्ज या शुल्क नहीं लेती।
  • इस तरह के खाते आमतौर पर बच्चों के लिए खोले जाते है। 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का खाता उनके माता-पिता द्वारा ऑपरेट किया जा सकता है। बच्चे की उम्र 10 बचत खाता क्या है से अधिक होने की स्तिथि में बच्चा फिर खुद ही अपने कहते को ऑपरेट कर सकता है।
  • एक बार जब बच्चे की उम्र 18 वर्ष हो जाती है, तब इस खाते को नार्मल/रेगुलर बचत खाते में तब्दील कर दिया जाता है।

3. वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (Senior Citizen Saving Account)

  • सीनियर सिटीजन सेविंग अकाउंट वरिष्ठ नागरिकों के लिए खोले जाते हैं।
  • इस प्रकार के बचत खाते बिल्कुल आम बचत खाते की ही तरह होते हैं, बस अंतर इतना सा होता है की इसपर मिलने वाले ब्याज दर थोड़े अधिक होते हैं।
  • इस खाते का जुड़ाव सीनियर सिटीजन द्वारा कहलाये अन्य स्कीम से होता है और इस खाते में ही इनके वृद्धा पेंशन और अन्य सारे पैसों का लेनदेन एक ही अकाउंट के तहत किया जाता है।

4. महिला बचत खाता (Women’s Saving Account)

  • महिला बचत खाता जैसी सुविधा कई सारे गैर-सरकारी बैंकों द्वारा दिए जाते हैं। इसके तहत केवल महिलाओं के बचत खाते खोले जाते हैं।
  • इसमें कई प्रकार की स्कीम और सुविधाएं बैंकों द्वारा महिला ग्राहक को आकर्षित करने के लिए दिए जाते हैं: जैसे की कम जमा राशि(Deposite) में भी खाते का खुलना, लोन पर कम ब्याज दर, मुफ्त चेक बुक, व्यक्तिगत बिमा इत्यादि।

5. रेगुलर सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account)

  • इस तरह के स्विंग अकाउंट देश में कार्यरत लगभग सभी बैंकों में खोले जाते हैं।
  • इसमें साधारण सी शर्तों को केवल पूरी करने की जरुरत पड़ती है।
  • इस तरह के बचत खाते में न्यूनतम पैसे अकाउंट में रखने की जरूरत पड़ती है, अन्यथा इस शर्त को पूरा नहीं करने पर बैंक द्वारा पैसे काट लिए जाते हैं।
  • घर पर नगद राशि रखने से अच्छा है की इसे बैंक के बचत खाते में रखा जाए, क्योंकि इसपर बैंक द्वारा ब्याज भी जमाकर्ता के कहते में दिए जाते हैं।

6. वेतन आधारित बचत खाता (Salary based Saving Account)

  • इस तरह के बैंक खाते बचत खाता क्या है आमतौर पर किसी भी कंपनी के आग्रह पर उनके अंदर कार्यरत कर्मचारियों के भुगतान हेतु खुलवाए जाते हैं।
  • इस प्रकार के खाते में न्यूनतम जमाराशि की आवश्यकता नहीं पड़ती।
  • अगर किसी कारणवश लगातार तीन महीनो तक खाते में बचत खाता क्या है वेतन नहीं आते हैं, तब ऐसी परिस्तिथि में वेतन आधारित बचत खाते को रेगुलर बचत खाते में तब्दील कर दिया जाता है।

बचत खाता खोलने की पात्रता

किसी भी बैंक में बचत खाता खोलने की भिन्न-भिन्न जरूरतों को पूरा करना पड़ता है और ये इस बात पर निर्भर करती है की आप किस बैंक में खाता खुलवाना चाहते हो। लेकिन फिर भी आमतौर पर भारत के किसी भी बैंक में बचत खाता खुलवाने के इन शर्तों को पूरा करना आवश्यक माना जाता है:

  • नागरिकता का प्रमाण पत्र।
  • निवास प्रमाण पत्र।
  • उम्र को सत्यापित करने से जुड़ा प्रमाण पत्र।

बचत खाता खुलवाने में लगने वाले दस्तावेज़

किसी भी बैंक में खाता खुलवाने हेतु आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरुरत पड़ सकती है।

उम्र और व्यक्तिगत पहचान पत्रआधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, इत्यादि।
निवास प्रमाण पत्र ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली बिल, पासपोर्ट इत्यादि।
फोटो 2 से 5 पासपोर्ट साइज फोटो (बैंक की जरूरतों के अनुसार)

बचत खाता खुलवाने के फायदे और विशेषताएं

  • बचत खाता में अधिशेष धन राशि को सुरक्षित रखा जाता है।
  • इस खाते में जमा धनराशि पर बैंकों द्वारा ब्याज का भुगतान भी किया जाता है।
  • बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज दर 2.75% से 4.75% (बैंक पर निर्भर) तक होता है।
  • इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के साथ एस.एम.एस अलर्ट की सुविधा दी जाती है।
  • एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएँ भी बचत खाते के साथ दी जाती है।
  • कई बैंकों द्वारा बैंक खाते के साथ मुफ्त में व्यक्तिगत बिमा दिया जाता है।
  • चेक बुक की सुविधा दी जाती है।
  • साथ में मिलने वाले एटीएम का उपयोग ऑनलाइन/ऑफलाइन खरीदारी से लेकर पैसे निकालने में किया जाता है।

अंतिम शब्द

इस लेख के माध्यम से आपने जाना की सेविंग अकाउंट अर्थात बचत खाता क्या होता है? साथ ही आपने ये भी जाना की इसके कितने प्रकार होते हैं और अंत में आपने इससे जुड़े फायदे और इसकी विशेषता को भी जाना। इस लेख से सम्बंधित किसी प्रकार के कोई सवाल, सुझाव या शिकायत आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बताएं, धन्यवाद।

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एवरेज मंथली बैलेंस का मतलब क्या है?

उत्तर:

Q: क्या दूसरे शहर में रहते हुए मैं अपने बैंक खाते का उपयोग कर सकता हूँ?

उत्तर: जी हाँ, किसी भी शहर में रहते हुए आप अपने फ़ोन बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग या फिर एटीएम के जरिये अपने बैंक खाते सकते हैं।

आकाश कुमार एक Tech-Enthusiast और एक Electronics and Communications Engineering Graduate हैं, और इनका Passion है ब्लॉगिंग करना और लोगो तक सही एवं शटीक जानकारी पहुँचाना। अपने फ्री समय में ये Spotify में गाना सुनना पसंद करते हैं।

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Types of Savings Account: हर जरूरत के लिए अलग बचत खाता, खूबियों को समझकर चुनें अपने लिए बेस्ट

Types of Savings Account: बैंक सिर्फ एक ही प्रकार का बचत खाता नहीं खोलते हैं बल्कि कई प्रकार के विकल्प रहते हैं.

Types of Savings Account: हर जरूरत के लिए अलग बचत खाता, खूबियों को समझकर चुनें अपने लिए बेस्ट

अपने पैसे को सुरक्षित रखने का सबसे आसान तरीका किसी बैंक में बचत खाता खुलवाकर उसमें डिपॉजिट करना है.

Types of Savings Account: अपने पैसे को सुरक्षित रखने का सबसे आसान तरीका किसी बैंक में बचत खाता खुलवाकर उसमें डिपॉजिट करना है. इसमें पैसे भी सुरक्षित रहते हैं और जरूरत के वक्त निकासी भी कर सकते हैं और जमा पैसों पर ब्याज भी मिलता है. हालांकि बैंक सिर्फ एक ही प्रकार का बचत खाता नहीं खोलते हैं बल्कि कई प्रकार के विकल्प रहते हैं. ऐसे में इन सबके बारे में जानना जरूरी है. आमतौर पर सभी बैंकों में सेविंग्स अकाउंट के कई विकल्प मिलते हैं. यहां देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में खुलने वाले सभी प्रकार के बचत खाते और इनकी खासियतों के बारे में बताया जा रहा है. अन्य बैंकों में भी इस प्रकार के खाता खुलते हैं.

बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट

  • इसे वैध केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के जरिए कोई भी इंडिविजुअल खुलवा सकता है.
  • इस प्रकार के खाते में रूपे का डेबिट कार्ड जारी किया जाता है.
  • न्यूनतम बैलेंस शून्य और मैक्सिमम बैलेंस की कोई सीमा नहीं है.
  • यह खाता बैंक की किसी भी शाखा में खुलवा सकते हैं.
  • इसमें चेक बुक नहीं मिलता है.

बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट स्माल अकाउंट

  • बिना केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के भी 18 वर्ष से अधिक उम्र का कोई इंडिविजुअल इस खाते को खुलवा सकता है.
  • केवाईसी डॉक्यूमेंट्स दाखिल करने के बाद इसे रेगुलर सेविंग्स अकाउंट्स में बदलवा सकते हैं.
  • इसमें रूपे का बेसिक डेबिट कार्ड जारी किया जाता है.
  • इस खाते में अधिकतम 50 हजार रुपये ही मेंटेन किया जा सकता है.
  • न्यूनतम बैलेंस की कोई बाध्यता नहीं है.

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सेविंग्स बैंक अकाउंट

  • न्यूनतम बैलेंस शून्य और मैक्सिमम बैंलेस की कोई बाध्यता नहीं है.
  • नॉमिनेशन फैसिलिटी भी मिलती है.
  • बिना किसी अतिरिक्त खर्च के एक साल में 25 चेक लीव्ज मिलते हैं.
  • औसतन मासिक बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है.
  • मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस एलर्ट्स और इंटरनेट बैंकिंग सुविधा मिलती है.
  • पासबुक मिलता है.

बच्चों के लिए सेविंग्स अकाउंट

  • यह खाता बच्चों के लिए खुलवाया जाता है और इसमें डेली लिमिट्स होती है ताकि बच्चे समझदारी से पैसे खर्च करें.
  • न्यूनतम बैलेंस शून्य और अधिकतम 10 लाख रुपये.
  • इसमे 10 पन्नों का चेक बुक मिलता है लेकिन बच्चे के नाम पर गार्जियन को जारी किया जाता है.
  • फोटो लगा हुआ डेबिट कार्ड मिलता है जिसमें 5 हजार रुपये की निकासी सीमा होती है.
  • मोबाइल बैंकिंग फैसिलिटीज मिलती है और हर दिन अधिकतम 2 हजार रुपये का लेन-देन कर सकते हैं.
  • 5 हजार रुपये का दैनिक ट्रांजैक्शन लिमिट के साथ इंटरनेट बैंकिंग सुविधा.

सेविंग्स प्लस अकाउंट

  • यह बचत खाता मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (MODS) से जुड़ा होता है.
  • इसमें बचत बैंक खाते में निर्धारित सीमा से अधिक राशि अपने आप ही 1 हजार रुपये के गुणकों में सावधि जमा ट्रांसफर कर दिया जाता है लेकिन बचत बैंक खाते में न्यूनतम 35 हजार रुपये होने के बाद एमओडी में पैसे ट्रांसफर होते हैं.
  • एमओडी जमा के प्रति लोन ले सकते हैं.
  • इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एसएमएस अलर्ट्स सुविधा मिलती है.
  • न्यूनतम बैलेंस की कोई सीमा नहीं है.
  • जमा अवधि 1-5 वर्ष है.
  • सालाना चेक के 25 पन्ने मुफ्त.

मोटर एक्सिडेंट्स क्लेम अकाउंट (MACT)

  • यह खाता मोटर एक्सीडेंट के पीड़ितों को ट्रिब्यूनल / न्यायालय द्वारा तय की गई मुआवजा राशि और ब्याज के लिए खुलवाया जाता है.
  • इसमें चेक बुक, एटीएम डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग सुविधा कोर्ट की मंजूरी के बाद ही मिलती है.
  • केवल व्यक्तियों के लिए ही नामांकन की सुविधा.

रेजिडेंट फॉरेन करेंसी डोमेस्टिक अकाउंट

  • यह खाता विदेशी मुद्रा रखने के लिए खुलवाया जाता है और इसमें अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पौंड और यूरो में पैसे रखे जाते हैं.
  • यह बिना ब्याज़ का चालू खाता है.
  • चेक बुक या एटीएम कार्ड नहीं दिया जाता है.
  • इस खाते में कम से कम 500 अमेरिकी डॉलर, 250 ब्रिटिश पॉण्ड और 500 यूरो रखना है.
  • खाते के पैसे को बिना शुल्क वापस लौटाया जा सकता है.

इंस्टा प्लस वीडियो केवाआईसी सेविंग्स अकाउंट

  • सिर्फ आधार नंबर और पैन के जरिए यह खाता खुलता है.
  • रूपे क्लासिक कार्ड मिलेगा.
  • नॉमिनी को ऐड करना अनिवार्य है.
  • इस खाते को खुलवाने के लिए बैंक ब्रांच जाने की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन वीडियो केवाआईसी पूरी करनी पड़ती है.
  • चेक बुक नहीं मिलता है. हालांकि होम ब्रांच जाकर चेक बुक इश्यू करा सकते हैं.
  • रिक्वेस्ट करने पर ही पासबुक मिलेगा.

(सोर्स: एसबीआई)

और भी प्रकार के खुलते हैं बचत खाते

ऊपर जितने टाइप्स दिए गए हैं, उसके अलावा भी बैंक कई प्रकार के सेविंग्स अकाउंट का विकल्प देते हैं. जैसे कि ‘महिलाओं के लिए बचत खाता’ को महिलाओं की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है और इसमें शॉपिंग इत्यादि पर फायदे मिलते हैं. इसके अलावा ‘वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत खाता’ बुढ़ापे की जरूरतों के मुताबिक सुविधाएं देता है जैसे कि इसमें इंश्योरेंस बेनेफिट्स और प्रिफरेंशियल रेट्स पर एफडी की सुविधा मिलती है. वहीं ‘फैमिली सेविंग्स अकाउंट’ में एक ही बचत खाते से परिवार के सभी सदस्य सेविंग्स अकाउंट के बेनेफिट्स ले सकते हैं. सैलरी खाते को आमतौर पर बैंक बड़े कॉरपोरेशन और कंपनियों के अनुरोध पर खोलते हैं लेकिन इसे कर्मी खुद हैंडल करते हैं.

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बचत खाते की ब्याज दरें: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है

मूलभूत वित्तीय साधनों में से एक जो प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए वह एक बचत खाता है। देश भर में कई बैंक बचत खातों पर प्रतिस्पर्धी ब्याज दर प्रदान करते हैं। दैनिक गणना का उपयोग ब्याज निर्धारित करने के लिए किया जाता है, जिसे समय-समय पर जमा किया जाता है। एक बचत खाता एक खुदरा बैंक में एक प्रकार का खाता है। आप बचत खाते से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, पैसे निकाल सकते हैं और पैसे बचा सकते हैं। आपके खाते में जो पैसा है उस पर भी आपको ब्याज मिलेगा। बाजार में ऐसे कई निवेश उत्पाद नहीं हैं जो तरलता और ब्याज दोनों प्रदान करते हैं। हालांकि, एक बचत खाता आपको कुछ पैसे बचाने और जरूरत पड़ने पर पैसे कमाने में सक्षम बनाता है।

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सेविंग बैंक अकाउंट में कितने पैसे जमा कर सकते हैं आप? क्‍या कहते हैं टैक्स के नियम? एक्‍सपर्ट से जानिए

भारत में सेविंग अकाउंट खुलवाने की कोई लिमिट नहीं है.

भारत में सेविंग अकाउंट (Bank Saving Account) खोलने की भी कोई सीमा निर्धारित नहीं है. एक व्‍यक्ति कितने भी खाते खोल सकता है. इसी तरह सेविंग अकाउंट में पैसा जमा कराने की भी कोई ऊपरी लिमिट भी सरकार ने नहीं लगाई है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 23, 2022, 14:01 IST

हाइलाइट्स

बैंक के सेविंग अकाउंट में पैसे जमा कराने पर बैंक ब्‍याज देता है.
भारत में एक व्‍यक्ति कितने भी सेविंग अकाउंट खुलवा सकता है.
सेविंग अकाउंट राशि पर मिले ब्‍याज पर आयकर देना होता है.

नई दिल्‍ली. सेविंग अकाउंट (Saving Account) या बचत खाते के माध्यम से बैंक एक व्‍यक्ति को अपनी जरूरतों के लिए पैसा बैंक में रखने की सुविधा प्रदान करते हैं. भारत में सेविंग अकाउंट खुलवाने की कोई लिमिट नहीं है. यानी एक व्‍यक्ति कितने भी बचत खाते खोल सकता है. खास बात यह है कि भारत में सेविंग अकाउंट में पैसे जमा कराने की भी कोई लिमिट नहीं है. मतलब, आप सेविंग अकाउंट में चाहें जितना पैसा जमा कर सकते हैं. हां, जीरो बचत खाता क्या है बैलेंस खाते को छोड़कर अन्‍य सभी सेविंग बैंक अकाउंट्स में मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य होता है. बैंक द्वारा निर्धारित राशि से कम पैसे अकाउंट में रखने पर बैंक शुल्‍क लेता है.

लाइव मिंट की एक‍ रिपोर्ट के अनुसार टैक्‍स और निवेश सलाहकार बलवंत जैन का कहना है कि सेविंग अकाउंट में कोई भारतीय कितना भी पैसा रख सकता है. बचत खाते में पैसा जमा कराने पर आयकर कानून या बैंकिंग रेगुलेशन्‍स में कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है. यही नहीं, बैंक में पैसा जमा कराने पर बैंक किसी तरह का कोई शुल्‍क नहीं लेता, बल्कि जमाकर्ता को ब्‍याज देता है.

ब्‍याज पर देना होता है आयकर
बैंक के सेविंग अकाउंट पर रखी राशि पर जो ब्‍याज बनता है, उस पर बैंक अकाउंट होल्‍डर को टैक्‍स देना होता है. बैंक 10 फीसदी टीडीएस ब्‍याज पर काटता है. बलवंत जैन का कहना है कि ब्‍याज पर टैक्‍स चुकाना होता है लेकिन, इस पर भी टैक्‍स कटौती का लाभ लिया जा सकता है. आयकर अधिनियम की धारा 80 टीटीए के अनुसार सभी व्‍यक्ति 10 हजार तक की टैक्‍स छूट प्राप्‍त कर सकते हैं. अगर ब्‍याज 10 हजार रुपये से कम बना होगा तो टैक्‍स नहीं चुकाना होगा.

इसी तरह, 60 साल से ज्‍यादा उम्र के अकाउंट होल्‍डर को 50 हजार रुपये तक के ब्‍याज पर टैक्‍स नहीं देना होता है. अगर आपकी कुल सालाना आमदनी में उस ब्याज को मिलाने के बाद भी, आपकी सालाना आमदनी इतनी नहीं होती कि उस पर टैक्स देनदारी बन सके तो फिर आप फॉर्म 15 G जमा करके बैंक द्वारा काटे गए टीडीएस का रिफंड प्राप्‍त कर सकते हैं.

कितने अकाउंट होने चाहिए?
भारत में सेविंग अकाउंट खोलने की भी कोई सीमा निर्धारित नहीं है. एक व्‍यक्ति जितने चाहे खाते खोल सकता है. वित्‍तीय सलाहकारों का कहना है कि एक व्‍यक्ति के पास तीन से ज्‍यादा बैंक खाते नहीं होने चाहिए. वेल्‍थ क्रिएटर्स फाइनेंशियल एडवाइजर्स के को-फाउंडर विनित अय्यर का कहना है कि सभी परमानेंट इनकम के लिए एक बैंक खाता होना चाहिए. रोजाना के खर्चों के लिए पति-पत्‍नी एक संयुक्‍त खाता खुलवा सकते हैं. तीसरा खाता व्‍यक्तिगत खर्चों के लिए भी खोला जा सकता है. अय्यर का कहना है कि तीन से ज्‍यादा बैंक अकाउंट रखने में कोई समझदारी नहीं है.

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सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट, जानिए किसमें खाता खोलना होगा बेहतर

सेविंग अकाउंट या बचत खाता लोगों को पैसे जमा करने के साथ ही पैसे सेव और समय के साथ अपने धन को बढ़ाने या बनाने में मदद करने के साथ-साथ खाताधारकों को अन्य लेनदेन करने और बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने में मदद करता है।

सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट, जानिए किसमें खाता खोलना होगा बेहतर

जानिए चालू और बचत खाते के फायदे (फोटो-Freepik)

देश के सभी बैंक लोगों को कई तरह के खाते खोलने का विकल्‍प देते हैं। इसमें सबसे ज्‍यादा सेविंग और करंट अकाउंंट में खाता सबसे अधिक खोला जाता है, लेकिन ज्‍यादातर लोगों को इन दो अकाउंट को लेकर कंफ्यूजन होता है कि किसमें आपको अधिक फायदा मिलेगा और कौन आपके लिए बेहतर विकल्‍प हो सकता है। हालांकि दोनों प्रकार के खातों के अलग-अलग फायदे हैं।

सेविंग अकाउंट या बचत खाता (Savings account)

सेविंग अकाउंट या बचत खाता लोगों को पैसे जमा करने के साथ ही पैसे सेव और समय के साथ अपने धन को बढ़ाने या बनाने में मदद करने के साथ-साथ खाताधारकों को अन्य लेनदेन करने और बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने में मदद करता है। इसे ज्‍यादातर सैलरी पाने वाले लोगों द्वारा यूज में लाया जाता है। इसमें सीमित संख्या में निकासी होती है, जिसे बैंक द्वारा निर्धारित किया जा सकता है (आमतौर पर, 3 और 5 के बीच) बिना अतिरिक्त शुल्क के निकासी की जा सकती है।

बचत खाता पर ब्‍याज की भी सुविधा दी जाती है। वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 2.75 प्रतिशत से 4 प्रतिशत और निजी बैंकों में 2.75 प्रतिशत से 6.75 प्रतिशत के बीच है। वहीं कुछ बैंकों ने बचत खाते को आरबीआई के रेपो रेट से जोड़ा है, जिससे जब रेपो रेट में संशोधन होगा ब्‍याज दर बढ़ेगी।

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चालू खाता (Current account)

एक चालू खाता भी बचत खाते की तरह एक प्रकार का जमा खाता है, लेकिन ज्‍यादा पैसों की लेनदेन के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यह खाता ज्‍यादातर व्यवसायों, उद्यमियों, संस्थानों और अन्य बड़ी संस्थाओं द्वारा खोला जाता है, जो प्रतिदिन के हिसाब से अधिक लेनदेन करते हैं। हालांकि, बचत खाते के विपरीत, एक चालू खाता शून्य-असर वाले ब्याज खाते हैं, लेकिन खाताधारकों को एक ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान किया जाता है।

जानिए कौन सा होगा बेहतर?

ब्याज दरें: बचत खातों में खाते में जमा राशि पर अलग-अलग ब्याज दरें होती हैं। कई डिजिटल बचत खाते भी हैं, जो बैंकों द्वारा सुरक्षा के आश्वासन के साथ उच्च ब्याज दरों पर पेश किए जाते हैं। चालू खातों में जमा धन पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।

न्यूनतम शेष और अतिरिक्त शुल्क: बचत और चालू खातों दोनों पर रखरखाव और निकासी से जुड़े शुल्क होंगे। वे बैंक के आधार पर अधिक या कम हो सकते हैं। हालांकि यह आवश्यक है कि आप न्यूनतम शेष राशि को जानते हैं, जिसे बनाए रखने की आवश्यकता है, और यदि आप इसे बनाए रखने में विफल रहते हैं तो जुर्माना लगाया जाता है।

जबकि बचत खातों में न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकताएं कम होती हैं, चालू खातों में अधिक न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकताएं होती हैं। चालू खातों के साथ आपको ओवरड्राफ्ट शुल्कों को भी ध्यान में रखना पड़ सकता है।

लेन-देन की संख्या: बचत खातों में सीमित संख्या में मुफ्त लेनदेन होते हैं, जिसके बाद शुल्क लागू हो सकते हैं, जबकि चालू खातों में किए जा सकने वाले लेनदेन की संख्या पर कोई सीमा नहीं होती है।

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