क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है?

अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन चेज के सीईो जैमी डिमॉन ने बिटकॉइन के बारे में यह तक बोल दिया है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा फ्रॉड है और इसमें निवेश करना बेवफूकी है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF की डायरेक्टर ने भी बिटकॉइन की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता जताई है.
भारत में कैसे खरीदें बिटकॉइन?
बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसमें 2009 में इसकी शुरुआत से अब तक कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस साल के शुरुआत से अब तक इसमें 120 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इस असेट क्लास को बीच में झटके लगे हैं। फिर भी डिजिटल करेंसी ने पूरी दुनिया में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर ली। अब तो दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंक भी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि किस तरीके से डिजिटल करेंसी को मुख्य धारा की मुद्रा के तौर पर मान्यता दी जाए। संस्थागत रूप से मिल रही स्वीकृति बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी की अहम वजहों में से एक रही है।
पूरी दुनिया में इन्फ्लेशन (महंगाई) की बढ़ती चिंताओं के बीच बिटकॉइन को सेफ हैवेन असेट (सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प) माना जा रहा है। न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन ETF(एक्सचेंज ट्रेड फंड) के हाल में हुए आगाज ने भी बिटकॉइन की कीमतों में जोरदार उछाल में सहयोग किया है। इसके साथ ही अक्टूबर का महीना पूरे स्टॉक मार्केट लिए भी रिकॉर्ड ब्रेकिंग रहा है। इसके अलावा 35 करोड़ यूजर वाले पे पल (PayPal) क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? ने भी क्रिप्टो में होने वाली पेमेंट को मंजूरी दे दी है। इन सब कारणों के चलते 9 नवंबर 2021 को बिटकॉइन की कीमतें 68,641.57 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं।
क्रिप्टोकरेंसी: भारत में क्या है लीगल स्टेटस? कैसे होती है खरीदी-बिक्री? कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल?
बुधवार को पूरी क्रिप्टो दुनिया हिल गई थी. क्योंकि, इसे मार्केट कैप में करीब 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था और Binance और कॉइनबेस सहित कई बड़े ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्रैश हो गए थे, जिससे निवेशकों को निराशा हुई थी. हालांकि, बाद के घंटों में Bitcoin, Ethereum और Dogecoin जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी में सुधार देखने को मिला था. ये हालिया गिरावट वित्तीय और भुगतान संस्थानों को क्रिप्टोकरेंसी सेवाएं देने से बैन करने के चीन के फैसले के बाद आई थी.
क्रिप्टोकरेंसी : बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला अल सल्वाडोर पहला देश बना
मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। अल सल्वाडोर कांग्रेस ने 9 जून को देश में दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को कानूनी तौर पर मान्यता देने वाले बिल को मंजूरी दे दी है। इसका इस्तेमाल अल-सल्वाडोर की आधिकारिक मुद्रा अमेरिकी डॉलर के साथ किया जाएगा।
अल सल्वाडोर की संसद में राष्ट्रपति के प्रस्ताव पर बिटकॉइन को 62 की तुलना में 84 वोटों से मंजूरी दे दी गई। बिटकॉइन को वैध मुद्रा बनाने का कानून 90 दिनों में लागू हो जाएगा
आर्थिक विकास में होगा मददगार: बुकेले
अल-सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले के अनुसार बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा बनाने से विदेशों में रहने वाले अल सल्वाडोर के नागरिकों के लिए घर पर पैसे भेजना आसान हो जाएगा।
विस्तार
मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। अल सल्वाडोर कांग्रेस ने 9 जून को देश में दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को कानूनी तौर पर मान्यता देने वाले बिल को मंजूरी दे दी है। इसका इस्तेमाल अल-सल्वाडोर की आधिकारिक मुद्रा अमेरिकी डॉलर के साथ किया जाएगा।
अल सल्वाडोर की संसद में राष्ट्रपति के प्रस्ताव पर बिटकॉइन को 62 की तुलना में 84 वोटों से मंजूरी दे दी गई। बिटकॉइन को वैध मुद्रा बनाने का कानून 90 दिनों में लागू हो जाएगा
आर्थिक विकास में होगा मददगार: बुकेले
अल-सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले के अनुसार बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा बनाने से विदेशों में रहने वाले अल सल्वाडोर के नागरिकों के लिए घर पर पैसे भेजना आसान हो जाएगा।
बुकेले ने एक ट्वीट में कहा, यह हमारे देश के लिए वित्तीय समावेशन, निवेश, पर्यटन, नवाचार और आर्थिक विकास लाएगा। इस कदम से अल सल्वाडोर के लोगों के लिए वित्तीय सेवाएं खुल जाएंगी। विदेशों में काम कर रहे सल्वाडोर के लोग काफी तादाद में करेंसी अपने घर भेजते हैं। विश्व बैंक के डाटा के अनुसार साल 2019 में लोगों ने कुल छह अरब डॉलर देश में भेजे थे।
टैक्स लगाने से वैध नहीं हो जाएगी क्रिप्टोकरेंसी, इससे पता चलेगा Crypto में कहां कितना लगा है पैसा: CBDT प्रमुख
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Feb 02, 2022 | 6:59 PM
वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) या क्रिप्टोकरंसी पर टैक्स लगाने से इनकम टैक्स को पता चलेगा कि देश में इसकी ट्रेडिंग (Crypto Trading) किस स्तर तक और कहां-कहां हो रही है. ट्रेडिंग से जुड़ी जानकारी हासिल करने में इनकम टैक्स क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? विभाग को मदद मिलेगी. क्रिप्टोकरंसी या वर्चुअल डिजिटल एसेट में कौन से लोग निवेश करते हैं, उनके निवेश का तरीका क्या है, इसके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी. यह बात सीबीडीटी चेयरमैन जेबी महापात्रा ने कही. सीबीडीटी (CBDT) प्रमुख ने यह भी कहा कि क्रिप्टो या डिजिटल एसेट पर टैक्स लगाने का अर्थ यह नहीं कि ऐसी संपत्ति वैध हो जाएगी. 1 फरवरी को बजट में टैक्स का ऐलान होने के बाद ऐसी बातें उठ रही हैं कि यह क्रिप्टो या डीवीए को वैध करने का सरकार क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? का पहला कदम हो सकता है.
टैक्स चुकाने से वैधता की गारंटी नहीं
सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि आयकर विभाग किसी भी ट्रांजैक्शन की वैधता पर फैसले नहीं लेता. इनकम टैक्स विभाग या टैक्स का कानून केवल यह देखता है कि आपने जो ट्रांजैक्शन किया या जिस ट्रांजैक्शन में शामिल हुए उस पर कमाई होती है या नहीं. टैक्स विभाग किसी भी इनकम की वैधता को नहीं देखता बल्कि उसका काम इनकम पर टैक्स लगाने का है. यही वजह है जिससे कहा जा रहा है कि नए कानून में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगाना वैधता पर मुहर लगाना नहीं है. महापात्रा ने ‘PTI’ को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही. उन्होंने कहा कि क्रिप्टो इस वजह से वैध नहीं हो सकता कि आपने उस पर टैक्स चुकाया है. किसी चीज को वैध करने के लिए टैक्स चुकाना उसका पैमाना नहीं हो सकता.
CBDT प्रमुख ने कहा, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर देश में एक राष्ट्रीय नीति बन रही है जिसकी प्रक्रिया अभी जारी है. टैक्स विभाग डिजिटल या वर्चुअल एसेट के क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है, वह भी ऐसे समय में जब इसकी कोई नीति बन रही है. इसलिए टैक्स डिपार्टमेंट का लिए डिजिटल मार्केट में उतरने का यह सही समय है. इसकी डिटेल में महापात्रा ने कहा, कोई भी चीज जब डिजिटल ट्रेड में प्रॉफिट या सरप्लस में जाती है, तो उसे यह भी बताना होता कि जो पैसा निवेश किया है, वह कहां से आया है. अगर निवेश सही है और वैध है, तो सरप्लस पर टैक्स लगेगा. टैक्स लगने से हमें यह भी पता चलता है कि निवेश अवैध या फर्जी तो नहीं है. अगर कोई व्यक्ति अघोषित संपत्ति रखता है या किसी और की बेनामी संपत्ति अपने नाम रखता है, तो उसके परिणाम भुगतने होंगे.
टीडीएस से मिलेगी क्रिप्टो ट्रांजैक्शन की हर जानकारी
महापात्रा ने कहा, इसलिए हम केवल सरप्लस पर नहीं बल्कि किसी व्यक्ति के जरिये किए गए निवेश के तरीके पर भी गौर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्रिप्टो एसेट या क्रिप्टोकरंसी पर 1 परसेंट टीडीएस लगाने से मार्केट में उसकी ट्रेडिंग और वैल्यू के बारे में पता चलेगा. टीडीएस के जरिये हर ट्रांजैक्शन पर नजर रहेगी कि कौन और कहां कितना निवेश कर रहा है. 1 परसेंट के टीडीएस से पूरी जानकारी मिल जाएगी कि क्रिप्टोकरंसी का कहां-कहां फैलाव है. बजट में क्रिप्टोकरेंसी से एक साल में 10,000 रुपये से अधिक के पेमेंट पर 1 परसेंट टीडीएस लगाने का नियम लाया गया है.
अगर कोई क्रिप्टो गिफ्ट लेता है तो उसे टैक्स भरना होगा. आईटी एक्ट के तहत एक साल में अधिकतम 50,000 रुपये तक टीडीएस काटा जा सकता है. महापात्रा ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि भारत में 10 करोड़ क्रिप्टो निवेशक हैं. हम जानना चाहते हैं कि यह संख्या 10 करोड़ है या 1 करोड़. क्या इसके प्रॉफिट की जानकारी दी गई है? क्या निवेश की जानकारी सही है या गलत? इन सभी बातों को क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? जानने के लिए टैक्स विभाग को डिजिटल मार्केट में उतरना होगा.
बिटकॉइन ने बनाया रिकॉर्ड, निवेश से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान
एंजेल ब्रोकिंग के प्रमुख अनुज गुप्ता (कमोडिटी एवं करेंसी) का कहना है कि वैश्विक राजनीतिक तनाव बढ़ने से बिटकॉइन की कीमत पर दिखने लगा है. इससे निवेशक बिटकॉइन को सुरक्षित निवेश के तौर पर भी देखने लगे है. ईरान और उत्तर कोरिया के साथ अमेरिका के तल्ख होते रिश्ते से बिटकॉइन में हालिया तेजी आई है. लेकिन निवेशकों को सलाह है कि जब भी क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? बिटकॉइन में मुनाफा मिले मुनाफा वसूली कर लें. ज्यादा लंबे समय का लक्ष्य न रखें.