कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं

कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं
Q. Consider the following statements regarding the recently launched AGRIDEX, India`s first agriculture futures index:
Which of the statements given above are correct?
Q. हाल ही में प्रारंभ किए गए भारत के पहले कृषि वायदा सूचकांक एग्रीडेक्स (AGRIDEX) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: उपर्युक्त कथनों में से कौन से सही हैं?
चीन से साइबर फ्रॉड: कमोडिटी एक्सचेंज के नाम पर ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार, जानिए कैसे बनाते हैं शिकार
क्राइम ब्रांच ने कमोडिटी एक्सचेंज के नाम पर ठगने वाले तीन और अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। इन चाइनीज अभियुक्तों ने ठगी करने के लिए फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी। बता दें कि इसके पहले भी ठगी करने वाले चार अभियुक्तों को क्राइम ब्रांच पकड़ चुकी है।
भारतीय सीमा में लगातार घुसपैठ की फिराक में रहने वाला चीन अब साइबर फ्राड करके भारतीयों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने की जुगत में है। कानपुर की क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर तीन अभियुक्तों को दबोच लिया है। साथ ही चाइनीज मास्टर माइंड की तलाश में टीम जुटी हुई है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बीती 12 जून को एम्पोरियम स्टेट सिविल लाइंस कानपुर नगर में रहने वाले फैजउर रहमान ने थाना कोतवाली पुलिस को अपने साथ हुई ठगी के बारे में बताया। फैजउर रहमान ने बताया कि उनहोंने 30 अप्रैल से शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया था, जिसके लिए www.idex-online.com में पैसा इनवेस्ट करना शुरू किया।
शुरूआत में वेबसाइट ने अच्छा पैसा रिटर्न किया। इससे उनके मन में विश्वास आ गया और उन्होंने एक साथ 11 लाख रुपये लगा दिए, लेकिन 11 लाख लगाने के बाद वेबसाइट कुछ दिन बाद 30 मई को क्रैश हो गई। थाना कोतवाली पुलिस ने मामला पंजीकृत करके क्राइम ब्रांच को भेज दिया।
शातिर ऐसे बना रहे थे शिकार
चीन में बैठे मास्टर माइंड भारतीय नागरिकों को ठगने के लिए तीन तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं। पहले में यह लोगों को कमोडिटी एक्सचेंज और क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर इनवेस्ट करने के लिए फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से लिंक भेजते हैं। इसके बाद जब कोई व्यक्ति अच्छी खासी रकम इनवेस्ट कर देता है, तो वेबसाइट को क्रैश कर दिया जाता है।
वहीं, दूसरे तरीके में शातिर लोगों को गेम खिलाने के नाम पर लिंक भेजते हैं और उसकी सारी जानकारी जुटाने के बाद अच्छी खासी रकम ठगने के बाद वेबसाइट को क्रैश कर देते हैं। तब तक लिंक पर क्लिक करने वाला अच्छा खासा नुकसान उठा चुका होता है।
तीसरे तरीके में शातिर लोन दिलाने या लाटरी के नाम पर लोगों को वेबसाइट के माध्यम से लिंक भेजते हैं। कम कागजी औपचारिकता देख लोग जल्द ही झांसे में आ जाते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई इन शातिरों को सौंप बैठते हैं।
इस पूरे फ्रॉड को करने के लिए शातिरों ने फर्जी कंपनी बनाकर करंट एकाउंट खुलवाए थे।
चीन से ऑपरेट हो रहा था साइबर फ्रॉड का नेटवर्क
18 जुलाई को मिली सफलता के बाद क्राइम ब्रांच ने जब जांच आगे बढ़ाई, तो चाइनीज शातिरों की हरकत के बारे में पता चला। यह निकलकर आया कि चाइना में बैठे शातिर भारतीयों को आगे करके वेबसाइट के माध्यम से ठगी का धंधा कर रहे हैं। शुक्रवार को पकड़े गये अभियुक्त कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर मिलने के लिए आए थे।
यहां से तीनों को एटीएम और करंट खातों का प्रबंध करना था और कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं आगे की प्लानिंग बनानी थी। पकड़े गए अभियुक्तों में यश यादव पुत्र महेश यादव निवासी वार्ड नंबर 6 शिव कॉलोनी हेली मंडी कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं गुड़गांव हरियाणा, श्रवण यादव पुत्र उदयभान निवासी 131 भवानीगंज जनपद सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश और अनुपम द्विवेदी पुत्र प्रेमचंद्र द्विवेदी निवासी अतरा रोड नेतानगर नगर आंशिक निकट पॉवर हाउस बबेरू थाना बांदा उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
मैसेज फारवडिग एप का भी हो रहा था इस्तेमाल
ठगी के इस पूरे धंधे में मैसेज फारवडिग एप का इस्तेमाल हो रहा था। एप के माध्यम से बैंको द्वारा जो भी लेनदेन के संबध में मैसेज होते थे। उन्हें इस एप के माध्यम से चाइनीज हैंडलरों को भेजा जा रहा था। कुछ माह पहले यूपी एटीएस ने पांच चाइनीज अभियुक्तों को पकड़ा था, जिनके पास से काफी संख्या में सिम बरामद हुए थे। क्राइम ब्रांच की टीम अब उन अभियुक्तों और उस केस से जुडे तथ्यों को भी तलाशने की जुगत में हैं ताकि अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जा सके।
विस्तार
भारतीय सीमा में लगातार घुसपैठ की फिराक में रहने वाला चीन अब साइबर फ्राड करके भारतीयों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने की जुगत में है। कानपुर की क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर तीन अभियुक्तों को दबोच लिया है। साथ ही चाइनीज मास्टर माइंड की तलाश में टीम जुटी हुई है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बीती 12 जून को एम्पोरियम स्टेट सिविल लाइंस कानपुर नगर में रहने वाले फैजउर रहमान ने थाना कोतवाली पुलिस को अपने साथ हुई ठगी के बारे में बताया। फैजउर रहमान ने बताया कि उनहोंने 30 अप्रैल से शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू किया था, जिसके लिए www.idex-online.com में पैसा इनवेस्ट करना शुरू किया।
शुरूआत में वेबसाइट ने अच्छा पैसा रिटर्न किया। इससे उनके मन में विश्वास आ गया और उन्होंने एक साथ 11 लाख रुपये लगा दिए, लेकिन 11 लाख लगाने के बाद वेबसाइट कुछ दिन बाद 30 मई को क्रैश हो गई। थाना कोतवाली पुलिस ने मामला पंजीकृत करके क्राइम ब्रांच को भेज दिया।
शातिर ऐसे बना रहे थे शिकार
चीन में बैठे मास्टर माइंड भारतीय नागरिकों को ठगने के लिए तीन तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं। पहले में यह लोगों को कमोडिटी एक्सचेंज और क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर इनवेस्ट करने के लिए फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से लिंक भेजते हैं। इसके बाद जब कोई व्यक्ति अच्छी खासी रकम इनवेस्ट कर देता है, तो वेबसाइट को क्रैश कर दिया जाता है।
वहीं, दूसरे तरीके में शातिर लोगों को गेम खिलाने के नाम पर लिंक भेजते हैं और उसकी सारी जानकारी जुटाने के बाद अच्छी खासी रकम ठगने के बाद वेबसाइट को क्रैश कर देते हैं। तब तक लिंक पर क्लिक करने वाला अच्छा खासा नुकसान उठा चुका होता है।
तीसरे तरीके में शातिर लोन दिलाने या लाटरी के नाम पर लोगों को वेबसाइट के माध्यम से लिंक कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं भेजते हैं। कम कागजी औपचारिकता देख लोग जल्द ही झांसे में आ जाते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई इन शातिरों को सौंप बैठते हैं।
इस पूरे फ्रॉड को करने के लिए शातिरों ने फर्जी कंपनी बनाकर करंट एकाउंट खुलवाए थे।
चीन से ऑपरेट हो रहा था कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं साइबर फ्रॉड का नेटवर्क
18 जुलाई को मिली सफलता के बाद क्राइम ब्रांच ने जब जांच आगे बढ़ाई, तो चाइनीज शातिरों की हरकत कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं के बारे में पता चला। यह निकलकर आया कि चाइना में बैठे शातिर भारतीयों को आगे करके वेबसाइट के माध्यम से ठगी का धंधा कर रहे हैं। शुक्रवार को पकड़े गये अभियुक्त कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर मिलने के लिए आए थे।
यहां से तीनों को एटीएम और करंट खातों का प्रबंध करना था और आगे की प्लानिंग बनानी थी। पकड़े गए अभियुक्तों में यश यादव पुत्र महेश यादव निवासी वार्ड नंबर 6 शिव कॉलोनी हेली मंडी गुड़गांव हरियाणा, श्रवण यादव पुत्र उदयभान निवासी 131 भवानीगंज जनपद सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश और अनुपम द्विवेदी पुत्र प्रेमचंद्र द्विवेदी निवासी अतरा रोड नेतानगर नगर आंशिक निकट पॉवर हाउस बबेरू थाना बांदा उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
मैसेज फारवडिग एप का भी हो रहा था इस्तेमाल
ठगी के इस पूरे धंधे में मैसेज फारवडिग एप का इस्तेमाल हो रहा था। एप के माध्यम से कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं बैंको द्वारा जो भी लेनदेन के संबध में मैसेज होते थे। उन्हें इस एप के माध्यम से चाइनीज हैंडलरों को भेजा जा रहा था। कुछ माह पहले यूपी एटीएस ने पांच चाइनीज अभियुक्तों को पकड़ा था, जिनके पास से काफी संख्या में सिम बरामद हुए थे। क्राइम ब्रांच की टीम अब उन अभियुक्तों और उस केस से जुडे तथ्यों को भी तलाशने की जुगत में हैं ताकि अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जा सके।
Stock Market Holiday : गुरुनानक जयंती पर आज शेयर बाजार में रहेगा अवकाश, बीएसई और एनएसई में नहीं होगा कामकाज
Stock Market Holiday : गुरुनानक जयंती पर आज शेयर बाजार में अवकाश रहेगा. बीएसई और एनएसई में कामकाज नहीं होगा. वहीं, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर पहले प्रहर में छुट्टी रहेगी, लेकिन 5 बजे के बाद कामकाज चालू रहेगा.
Published: November 8, 2022 8:37 AM IST
Stock Market Holiday : गरुनाननक जयंती के अवसर पर आज शेयर बाजार बंद रहेगा, जिसकी वजह से आज बीएसई, एनएसई में कामकाज नहीं होगा. बीएसई और एनएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, दोनों ही बोर्सेज में आज पूरे दिनभर 8 नवंबर को कोई कारोबारी गतिविधियां नहीं होंगी.
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बीएसई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, स्टॉक मार्केट में आज छुट्टी रहेगी और इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरीवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरीवेटिव्स सेगमेंट में कोई कारोबारी गतिविधियां नहीं होगी.
वहीं, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर भी आज दिन कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं के पहले प्रहर में कोई कामकाज नहीं होगा. लेकिन 5 बजे के बाद का सेशन चालू रहेगा.
8 नवंबर, 2022 को दलाल स्ट्रीट पर इस वर्ष का अंतिम व्यापारिक अवकाश है, जो इस वर्ष का सोलहवां बाजार अवकाश है. इस बीच, स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई पर कारोबार अपने सामान्य समय के अनुसार बुधवार, 9 नवंबर, 2022 को फिर से शुरू होगा.
बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, “इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में बाजार की छुट्टियों पर कोई कामकाज नहीं होगा”. पिछले महीने अक्टूबर में, बीएसई और एनएसई में कारोबार तीन मौकों पर बंद हुआ था, जैसे दशहरा, दिवाली और दिवाली बालीप्रतिपदा.
इस बीच, वैश्विक शेयरों में मजबूती के रुख के बीच बैंक, ऑटो और मेटल शेयरों में जोरदार लिवाली से सोमवार को लगातार दूसरे दिन इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स 230 अंक चढ़कर 61,000 अंक पर पहुंच गया. इस बीच, एनएसई निफ्टी 0.4% बढ़कर 18,202 अंक पर बंद हुआ. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती और लगातार विदेशी पूंजी प्रवाह ने भी घरेलू शेयर बाजार को समर्थन दिया.
सेंसेक्स के 30 में से 18 काउंटर हरे निशान में बंद होने के साथ बाजार का रुख तेजी के पक्ष में था. व्यापक बाजार में, बीएसई स्मॉलकैप गेज 0.64% और मिडकैप इंडेक्स 0.69% बढ़कर बंद हुआ.
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कैसे कमाए मुनाफा कमोडिटी मार्किट से, क्या हैं कमोडिटी में ट्रेडिंग का मन्त्र
अनिश्चितताओं से भरे कमोडिटी बाजार में मुनाफा कमाना आसान नहीं होता है। मोटे फायदे की संभावनाओं की तलाश अक्सर लोग इस वायदा आधारित जिंस (कमोडिटी) बाजार की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन कमोडिटी में ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह जानना काफी जरूरी है कि यह क्षेत्र काफी जोखिम भरा होता है। ऐसे में आवश्यक है कि आप इस ट्रेडिंग में प्रवेश करने से पहले अपना होमवर्क पूरा कर लें। जिंस बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर ये तीन सूत्र अपनाए जाएं, तो निवेशक जोखिम से बचा पाएंगे और मुनाफा भी कमा सकेंगे। दरअसल किसी कमोडिटी में कई बार कोई खबर आने से उसमें काफी तेज उछाल या काफी तीखी गिरावट आती है। अगर आपकी उस पर नजर बनी हुई है तो आप अच्छा फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा बढ़ती महंगाई के दौर में भी कमोडिटी बाजार आपको शानदार कमाई का मौका मुहैया कराता है। आम तौर पर यह देखा गया है कि महंगाई में कई कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी का रुझान आ जाता है। यही नहीं, आप कमोडिटी का इस्तेमाल हेजिंग के लिए भी कर सकते हैं।
पहला: स्टॉप लॉस लगाना जरूरी(Keep Stop Loss): जितना अधिक जोखिम, उतना अधिक लाभ, यह बात कमोडिटी कारोबार के ऊपर सटीक तरीके से लागू होती है। ऐसे में यदि आपने सही निर्णय लिया तो आप काफी तेजी से पैसे बना सकते हैं। इस क्षेत्र में जोखिम को कम करने के लिए सबसे पहले आपको स्टॉप लॉस निर्णयों को सटीक तरीके से लागू करना चाहिए। ध्यान रखें कि स्टॉप लॉस न लगाने पर आप पूरी पूंजी से हाथ धो सकते हैं।
दूसरा: घाटे की रणनीति गलत(Loss Planning): निवेशकों को अपने सौदे की लगातार समीक्षा करते रहना और गलतियों को सुधारते रहना चाहिए। अगर एक सौदे में हानि हो रही है तो कई कारोबारी उस हानि को खत्म करने के लिए नए-नए सौदे खड़े करने लगते हैं। कई बार यह रणनीति सफल नहीं हो पाती, क्योंकि इससे हानि लगातार एकत्र होती जाती है, जिसकी वजह से उसे भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। एक सफल कारोबारी बनने और जोखिम से खुद को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है कि इस रणनीति से बचा जाए।
तीसरा: पूरी पूंजी नहीं लगाएं (Don’t Utilize All Capital in Commodity): निवेशक अपनी वित्तीय सीमा को कभी न भूले और हमेशा उस सीमा को ध्यान में रखते हुए ही कारोबार करे। कमोडिटी क्षेत्र में सफल कारोबारी बनने के लिए जरूरी है कि आप कभी भी अपनी पूरी पूंजी कारोबार में न लगाएं। आप अपनी पूंजी का एक तय हिस्सा (मान लें 30 फीसदी) ही कमोडिटी ट्रेडिंग में लगाएं। ध्यान रखें, कमोडिटी के कारोबार में अक्सर वही लोग नुकसान उठाते देखे जाते हैं जो अपनी पूरी पूंजी का इस्तेमाल करते हुए कारोबार करते हैं। लेकिन जो लोग सफलता हासिल करते नजर आते हैं जो अपनी पूंजी का एक निश्चित अनुपात हमेशा सुरक्षित रखते हैं। इसकी वजह यह है कि सुरक्षित पूंजी ही मुसीबत के वक्त आपकी सबसे बड़ी मददगार होती है।
सावधानी: अच्छे से जानकर समझकर ही शुरूआत (Fully Understanding after than opening): कमोडिटी ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए अकाउंट होना चाहिए। ध्यान रहे अकाउंट उसी ब्रोकर के साथ खोलना होता है, जिसने प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों जैसे एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स आदि की सदस्यता ले रखी हो। इन एक्सचेंजों की वेबसाइट पर इनसे जुड़े ब्रोकरों की सूची आपको मिल जाएगी। यह खाता खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना चाहिए। इस खाते के लिए ब्रोकर आपसे एक शुल्क लेते हैं। इसके अलावा आपके पास कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा होनी चाहिए।