बाइनरी वैकल्पिक व्यापार की मूल बाते

भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस

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बेस्ट सिप (SIP) प्लान्स 2018 और उनका परफॉर्मेंस

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बेस्ट सिप (SIP) प्लान्स 2018 और उनका परफॉर्मेंस

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सिप (SIP) की शुरुआत कैसे करें

FundsIndia.com पर हम आपको देते हैं एक ऑनलाइन इनवेस्टमेंट प्लैटफॉर्म, और हम आपको फ्री ऐडवाइसरी सर्विसेज भी देते हैं। हमारे इनवेस्टर्स सबसे ज्यादा जो सवाल हमसे पूछते हैं वो यह है कि 'मैं हर महीने इतने हजार रुपये बचा सकता हूं, मैं म्यूचुअल फंड्स में सिप के जरिए इनवेस्ट करना चाहता हूं। प्लीज मुझे फंड्स बताएं।' हमें ऐसे ई-मेल पाकर खुशी होती है क्योंकि म्यूचुअल फंड्स में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान सेविंग को इनवेस्टमेंट में डालने का बेस्ट तरीका है। इस आर्टिकल में एक सिंपल तरीके की बात करेंगे जिससे अच्छा सिप पोर्टफोलियो तैयार किया जा सके।

सबसे पहले यह तय करना होगा कि पैसे को किस तरह से लगाना है- पैसा लगाने से मेरा मतलब है कि हर महीने कितना पैसा किस तरह के म्यूचुअल फंड में जाएगा। बहुत पॉसिबल है कि चीजें इसमें थोड़ी मुश्किल लगें लेकिन इसे आसान बनाने के लिए आप बस तीन तरह के फंड्स पर फोकस कर सकते हैं- लार्ज-कैप ओरिएंटेड फंड्स (large-cap oriented funds), स्मॉल/मिड-कैप फंड्स (small/mid-cap funds) और डेब्ट फंड्स (debt funds). अगर मोटे तौर पर फंड्स में पैसे के डिस्ट्रिब्यूशन की बात करें तो 50% लार्ज कैप ओरिएंटेड फंड्स में, 20-30% स्मॉल- मिड/कैप ओरिएंटेड फंड्स में और बाकी डेब्ट फंड्स ( Debt Funds) में लगेगा। स्टेबल और ज्यादा से ज्यादा रिटर्न्स मिले इसके लिए हर सिप पोर्टफोलियो में कुछ डेब्ट फंड ( Debt Funds) कम्पोनेंट्स होने चाहिए। यह छोटा सा हिस्सा भी हो सकता है जैसे मंथली इनवेस्टमेंट का 20-25 फीसदी हिस्सा, अगर आपका पोर्टफोलियो लॉन्ग टर्म के लिए एग्रेसिव पोर्टफोलियो है तो।

दूसरी चीज, अपने पोर्टफोलियो में स्कीमों की संख्या के बारे में तय करें-यह देखते हुए कि हमारे पास ऊपर बताए गए तीन प्राइम असेट क्लासेज हैं, आपके पोर्टफोलियो में कम से कम तीन स्कीम होनी चाहिए। इसमें 7- 8 स्कीम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे ज्यादा में आपके फोलियो को ट्रैक और मैनेज करने में दिक्कत हो सकती है। एक आइडियल पोर्टफोलियो में पांच स्कीम होती हैं- चार इक्विटी स्कीम, और एक डेब्ट स्कीम।

तीसरा, स्कीम के बारे में तय करें- पोर्टफोलियो डिजाइन करते वक्त यह आखिरी चीज होनी चाहिए न कि पहली। एक बार आपको पता चल जाए कि आप किस तरह की स्कीम चाहते हैं और हर तरह की कितनी (ऊपर दिए गए स्टेप1 और स्टेप 2 से), यह स्टेप एक सिंपल चॉइस बन जाता है। आप valueresearchonline या Mint 50 जैसी वेबसाइट्स पर रीसर्च कर सकते हैं और उनके टॉप रेटेड फंड्स देख सकते हैं। आप सीधे से जिस क्लास में भी इंट्रेस्टेड हों उनमें से एक या दो चुन सकते हैं और आपका पोर्टफोलियो तैयार।

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

Investment Options: पैसा ही बनाकर देगा आपको जबरदस्त पैसा! बस जानिए कहां निवेश होगा ज्यादा फायदेमंद?

Investment Options: निवेश न हो तो बचत किस काम की. पैसा का ज्यादा फायदा लेने के लिए निवेश जरूरी है. इसलिए कहा जाता है- पैसा ही पैसा कमाकर देता है.

Investment Options: निवेश (Investment) और बचत (Savings) एक दूसरे पर्याय माने जाते हैं. हालांकि, होते बिल्कुल अलग है. बचत की आदत अच्छी होती है. लेकिन, निवेश न हो तो बचत किस काम की. पैसा का ज्यादा फायदा लेने के लिए निवेश जरूरी है. इसलिए कहा जाता है- पैसा ही पैसा कमाकर देता है. ये सिर्फ आपकी जरूरत पड़ने पर मदद नहीं करता. बल्कि आपके भविष्य की पूरी प्लानिंग (Future planning) तय करता है. ये तब संभव है जब आपको अपने गोल्स पता हों और निवेश की शुरुआत (How to start Investment) करने में देरी न करें. ये समझना जरूरी है कि आपकी बचत से ही निवेश का रास्ता खुलेगा.

कहां निवेश करें?

सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर कीर्तन शाह के मुताबिक, अक्सर पैसा पास होता है. लेकिन, ये नहीं पता होता कि निवेश की शुरुआत या कौन इंस्ट्रूमेंट में निवेश करें. लेकिन इसका जवाब आपकी प्लानिंग में ही छुपा है. घर या गाड़ी खरीदने जैसे लक्ष्य हों या शादी और बच्चों की पढ़ाई, सबसे पहले आपको अपने गोल्स के लिए रकम तय करनी होगी. इसके बाद तय करना होगा कि आपको कितना टाइम में ये लक्ष्य पूरे करने हैं.

  • अगर लंबे वक्त के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इक्विटी आधारित इन्वेस्टमेंट अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
  • छोटी अवधि वाले लक्ष्यों के लिए डेट (Debt Funds) या लिक्विड फंड (Liquid Funds) बेहतर हैं.
  • निवेश करने से पहले बचत जरूरी है, लेकिन इससे पहले किसी आपात स्थिति के लिए हमेशा इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) होना जरूरी है.

एक्सपर्ट भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस की बात जरूर सुनें

एक्सपर्ट सलाह देते हैं (Investment option) कम से कम 6 महीने के खर्च के बराबर की रकम को बैक-अप फंड (Bank-up fund) के तौर पर जमा करना चाहिए. एक्सपर्ट का मानना है कि बचत और निवेश (Investment Portfolio) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं- एक दूसरे से अलग लेकिन एक दूसरे के बिना अधूरे हैं.

Goal based Investing है जरूरी

बचत और निवेश कितनी होनी चाहिए? ये इससे तय होगा कि आपको लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कितना रकम चाहिए (Goal based Investing).रकम में महंगाई को भी जरूर जोड़कर चलें. आप जो भी रकम जमा करना चाहते हैं उसमें महंगाई के असर का ख्याल रखना जरूरी है.

क्या है रियल रिटर्न?

रिटर्न का आकलन करते वक्त टैक्स (Tax) और महंगाई (Inflation) को भी जोड़ना चाहिए. रियल रिटर्न वो कमाई है जो टैक्स देनदारी और महंगाई दर घटाने के बाद आपके हाथ में आएगी.

Financial Management: कौनसा करियर चुनना रहेगा सही? जानिए 5 बेस्ट ऑप्शंस

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आज के दौर में लगभग हर व्यक्ति को अपने करियर की चिंता है, जो काफी स्वाभाविक है। करियर की अलग-अलग फील्ड होती हैं और उसके अनुसार अलग-अलग ऑप्शंस होते हैं। अगर आप फाइनेंशियल मैनेजमेंट (वित्तीय प्रबंधन) के छात्र हैं और इस सोच में है कि आपके लिए कौनसा करियर चुनना सही होगा, तो आइए एक नज़र डालते हैं भारत में फाइनेंशियल मैनेजमेंट फील्ड में उपलब्ध 5 बेस्ट करियर ऑप्शंस पर।

1. बैंकिंग

बैंकिंग (Banking) के क्षेत्र में फाइनेंशियल मैनेजमेंट छात्रों के लिए अच्छा स्कोप है। बैंकों में फाइनेंस से जुडी कई ज़रूरतें होती हैं। ऐसे में फाइनेंशियल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए यह एक अच्छा करियर ऑप्शन है।

2. कॉर्पोरेट फाइनेंस

कॉर्पोरेट फाइनेंस (Corporate Finance) के क्षेत्र में भी फाइनेंशियल मैनेजमेंट छात्रों के लिए अच्छा स्कोप है। कॉर्पोरेट कंपनियों में अकाउंटिंग, टैक्सेशन, ऑडिटिंग, बजटिंग, फाइनेंस कंट्रोल जैसे डिपार्टमेंट में फाइनेंशियल मैनेजमेंट छात्रों के लिए अच्छा करियर ऑप्शन है।

3. इंश्योरेंस

इंश्योरेंस (Insurance) के क्षेत्र में भी फाइनेंशियल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए अच्छा स्कोप है। भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस इंश्योरेंस कंपनियाँ रिस्क मैनेजमेंट, सिक्योरिटी कॅल्कुलेशन के बेसिस पर काम करती हैं, जिंनके लिए फाइनेंशियल मैनेजमेंट स्किल्स की ज़रुरत होती हैं। ऐसे में इन छात्रों के लिए यह एक अच्छा करियर ऑप्शन है।

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4. इन्वेस्टमेंट बैंकिंग

इन्वेस्टमेंट (निवेश) बैंकिंग (Investment Banking) के क्षेत्र में भी फाइनेंशियल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए अच्छा स्कोप है। निवेश के अवसर बनाने के साथ ही सही जगह निवेश करने के लिए लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल प्लान्स बनाना ज़रूरी है। ऐसे में फाइनेंशियल मैनेजमेंट छात्रों के लिए यह एक अच्छा करियर ऑप्शन है।

5. फाइनेंशियल एनालिस्ट

फाइनेंशियल एनालिस्ट (Financial Analyst) के क्षेत्र में में फाइनेंशियल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए अच्छा स्कोप है। फाइनेंशियल एनालिस्ट किसी भी कमपनी के खर्चों, कैपिटल, संपत्ति, बजटिंग को ध्यान में रखकर कंपनी के लिए फाइनेंशियल प्लान बनाते हैं। ऐसे में फाइनेंशियल मैनेजमेंट छात्रों के लिए यह एक अच्छा करियर ऑप्शन है।

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