इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज

कपास बाजार २०२२ – कपास की दर में सुधार क्यों हुआ? Daily Cotton Market Update 2022
आज देश में सोयाबीन की औसत कीमत 4 हजार 800 से 5 हजार 200 रुपए है। जानकारों का अनुमान है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोयाबीन तेल और सोयाबीन मील की कीमतों में सुधार होता है तो देश के सोयाबीन को भी सपोर्ट मिलेगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतों पर दबाव रहा। साथ ही देश के बाजार में कपास की मांग भी कम रही। लेकिन आज अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार में कपास की कीमतों में सुधार हुआ है।
इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर कपास वायदा में आज सुधार देखा गया। आईसीई पर कपास की कीमतों में अगस्त महीने से लगातार गिरावट दिख रही थी।
कपास 31 अक्टूबर को अब तक के सबसे निचले स्तर 72 सेंट प्रति पाउंड पर पहुंच गई थी। उसके बाद कपास की कीमतों में कुछ सुधार हुआ।
आज कपास 12 अक्टूबर के बाद 87.30 सेंट प्रति पाउंड के उच्चतम स्तर को छू गया। आज कपास के भाव में करीब साढ़े पांच प्रतिशत का सुधार हुआ।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतों में सुधार से भी घरेलू बाजार को समर्थन मिला। आज देश में कपास की कीमत 100 रुपये बढ़कर 200 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।
राष्ट्रीय स्तर पर कपास की आज औसत कीमत 7,000 रुपये से 8,800 रुपये रही। जबकि प्रदेश में औसत भाव 7 हजार 100 से 8 हजार 500 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
कपास की कीमतों पर लंबे समय तक दबाव नहीं रहेगा। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की मांग बढ़ती है, तो देश में कपास की कीमतों में भी सुधार होगा।
फरवरी तक कपास औसतन 9,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती है। इसलिए विशेषज्ञों का सुझाव है कि किसानों को बाजार की समीक्षा करनी चाहिए और कपास को चरणों में बेचना चाहिए।
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What Is LIBOR Scandal In Hindi
LIBOR यानि ‘लंदन इंटर – बैंक ऑफर रेट’, वैसे LIBOR and MIBOR को हमने पिछलें आर्टिकल में विस्तार से समजा था, इस टोपिक के माध्यम से हम लिबोर स्कैंडल क्या हैं वह जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं (what is libor scandal in hindi)
Libor Scandal
तो लिबोर स्कैंडल यानि धोखाधड़ी तब सामने आई जब यह पता चला कि बैंक अपनी दरों को गलत तरीके से बढ़ा – चढ़ा कर प्रस्तुत कर रही हैं, लिबोर डेरिवेटिव में लगभग 350 ट्रिलियन डॉलर का निवेश किया जाता है
जनवरी 2014 से पहले लिबोर को चलाने का कार्यभार ‘British Multinational Universal Bank’ संभाला करता था जिसको ‘ब्रिटिश बैंकर्स एसोसिएशन’ (BBA) के नाम से जाना जाता हैं
LIBOR का सामान्य अर्थ
लिबोर यानि वह संस्था जो पुरे दुनियाभर की बैंकों के आपस में हो रहे उधार लेनदेन के लिए Rates (दरें) प्रस्तुत करता हैं, जोकि अलग – अलग देशो के कुल 5 Currencies (मुद्राओं) के लिए कुल 7 Maturities (परिपक्वताओं) में रोजाना 11:30 बजे रेट्स को जारी किया जाता हैं
Libor scandal का इतिहास
सबसे पहले जून 2012 में बार्कलेज बैंक के द्वारा कई अपराधिक सेटलमेंट ने दर सबमिशन से जुड़े सदस्य बैंकों के द्वारा महत्वपूर्ण कांड और स्कैंडल का खुलासा किया गया था
उसके बाद 27 जुलाई, 2012 को फाइनेंशियल टाइम्स ने एक पूर्व व्यापारी के द्वारा एक लेख प्रकाशित किया गया था जिसमें यह दर्शाया गया था कि लिबोर हेरफेर यानि स्कैंडल कम से कम 1991 से चला आरहा था
इस पर आगे की रिपोर्ट BBC News के द्वारा प्रकाशित की गई थी, 28 नवंबर, 2012 को बुंडेस्टाग की वित्त समिति ने इस मुद्दे के बारे में अधिक जानने के लिए एक सुनवाई करने का फैसला कियां
25 सितंबर 2012 को BBA ने कहा कि यह बैंक विश्लेषकों की भविष्यवाणी के अनुसार ब्रिटेन के नियामकों को लिबोर की निगरानी हस्तांतरित करेंगा
2013 में व्हीटली रिव्यू के अनुरूप महत्वपूर्ण सुधार को लागू किया गया, लिबोर को UK संसद में बनाए गए कानूनों के माध्यम से नियंत्रित किया जाने लगा, वित्तीय सेवा अधिनियम 2012 के अनुसार लिबोर को लंडन नियामक निरीक्षण के तहत आता है
नवंबर 2017 तक लिबोर स्कैंडल की जांच के हिस्से के स्वरूप में लंडन के गंभीर धोखाधड़ी कार्यालय के द्वारा कुल 13 व्यापारियों पर आरोप लगाए गए थे, लंडन सीरियस फ्रॉड ऑफिस ने उपलब्ध सबूतों की विस्तृत समीक्षा के बाद अक्टूबर 2019 में लिबोर की हेराफेरी की अपनी जांच को बंद कर दिया यह अनुमान लगाया गया था कि लंडन में लिबोर घोटाले की 7 साल की जांच में कम से कम £60 मिलियन का खर्च हुआ था
‘इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज’ (ICE) की स्थापना
जनवरी 2014 से लिबोर को Intercontinental Exchange (ICE) के द्वारा संचालित किया जाने लगा जिसके बाद से लिबोर में धोखाधड़ी और घोटाले का प्रमाण एकदम कम हो गया और यह संस्था सभी बैंकों के लिए एकसमान ब्याजदर (रेट) जारी करती हैं, चलिए अब लिबोर रेट्स को BBA यानि ‘ब्रिटिश बैंकर्स एसोसिएशन’ और ICE यानि ‘इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज’, यह दोनों संस्थाए कैसे जारी करती थी/हैं
‘ब्रिटिश बैंकर्स एसोसिएशन’ की Rate जारी करने की स्ट्रेटेजि
तो जब लिबोर का कार्यभार BBA के कंधे पर था तब वह बैंकों के उधार लेनदेन के लिए LIBOR Rates कैसे जारी करती थी तो इसका फोर्मुला तो आप सभी को पता ही हैं की लिबोर के लिए अहम 18 बैंकों से रोजाना रेट लिए जाते है जिसमे उन सभी 18 बैंकों से वह रेट लिए जाते है जिस रेट पर वह लोन जारी करेंगा
अब BBA के दौर में ही लिबोर स्कैंडल शुरू हुआ था जिसमे यह बाकि की 18 बैंकों के साथ मिल कर रेट्स को अपने मुताबिक ऊपर या निचे करता था, जैसे की; यदि इसको प्रॉफिट कमाना है तो आजके रेट को बढ़ा देंगे और यदि इन 18 बैंकों को लोन की आवश्यकता पड़ी तो उस दिन लिबोर का रेट कम कर देंगे, जिनसे इन संस्थाओ ने ट्रिलियन में पैसो का स्कैंडल किया
‘इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज’ की Rate जारी करने की स्ट्रेटेजि
तो जब लिबोर का कार्यभार ICE ने संभाला तब वह बैंकों के उधार लेनदेन के लिए LIBOR Rates कैसे जारी करती हैं तो यह संस्था लंडन की मार्केट में रोजाना उन सभी 18 बैंकों के रेट्स जारी होते है की इस बैंक ने इतना रेट दिया और इस बैंक ने इतना रेट जारी किया है उनसे पारदर्शिता स्थापितं होती है
LIBOR Rates Calculation का उदाहरण
तो मानलीजिये की आज का लिबोर रेट 5% हैं और यदि SBI को Bank of America से लोन चाहिए तो अब Bank of America किस रेट पर SBI को लोन प्रोवाइड करेंगा तो इसके लिए Bank of America लिबोर रेट में अपना प्रॉफिट शामिल करके रेट जारी करेंगा यानि मानले की Bank of America अपना 1% का प्रॉफिट समजे तो लिबोर रेट 5% को मिलाकर SBI को 6% के ब्याजदर पर लोन मिलेंगा
मगर यह जो लिबोर 5% का निकलके आया है यह कैलकुलेट कैसे होता हैं ? तो LIBOR का कैलकुलेशन करनेवाली संस्था ICE है वह उन सभी 18 बैंकों से रोजाना रेट्स प्राप्त करती है यानि ICE उन 18 बैंकों को बोलेंगी की आज की तारीख़ में यदि आपको लोन देना है तो किस ब्याज इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज की दर पर देंगे
इस कैश में वह सभी 18 बैंक अपने – अपने रेट्स बताएँगे जैसे की; Bank A – 4%, Bank B – 5%, Bank C – 6% Ext., अब जो ICE की संस्था हैं वह इन 18 बैंकों के रेट्स मेसे जिस बैंक ने सबसे कम और जिस बैंक ने सबसे ज्यादा रेट दिया होंगा उसे निकाल कर बाकीके जो 16 रेट्स होंगे उनकी एवरेज कैलकुलेट करेंगा और जो रेट निकल के आयेंगा वही लिबोर रेट होंगा
निष्कर्ष :-
तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल (what is libor scandal in hindi) के माध्यम से लिबोर स्कैंडल क्या होता हैं इसे विस्तार से समजा और साथ ही लिबोर की सामान्य इनफोर्मेसन ली, लिबोर स्कैंडल का पूर्ण इतिहास जाना की यह वर्ष 1991 से चला आरहा हैं, ‘ब्रिटिश बैंकर्स एसोसिएशन’ और ‘इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज’ इन दोनों संस्थाओ की Rate जारी करने की स्ट्रेटेजि को जाना और आखिर में लिबोर रेट्स को कैसे कैलकुलेट किया जाता हैं उसे उदाहरण के साथ जाना तो फिलहाल इस टोपिक में सिर्फ इतनाही Stock Market से रिलेटेड जानकारियों के लिए हमारे सभी आर्टिकल को जरुर Read करें
Petrol-Diesel Price 30 June: आज मिली राहत, पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े, जानिए अपने शहर में कीमत
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज इजाफा नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि कल इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में हल्की राहत दिखने की वजह से आज तेल की कीमतों में भी इजाफा नहीं हुआ है.
By: एबीपी न्यूज | Updated at : 30 Jun 2021 08:00 AM (IST)
आपके शहर में आज पेट्रोल-डीजल का दाम
Petrol-Diesel Price 30 June: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को बढ़ोतरी के बाद आज बुधवार को कोई बदलाव नहीं आया है. इस हिसाब से राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल की कीमत 98.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.18 रुपये प्रति लीटर है. इसी तरह, अन्य प्रमुख महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत भी बुधवार को स्थिर रही. राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल सबसे महंगा है, जहां यह 110.09 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. यहां तक कि शहर में डीजल की कीमत 102.42 रुपये प्रति लीटर है.
मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.90 रुपये, 99.80 रुपये और 98.64 रुपये प्रति लीटर है. वहीं मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में डीजल 96.72 रुपये, 93.72 रुपये, 93.46 रुपये और 92.03 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वर्तमान में 76 डॉलर के आसपास है.
आपके शहर में आज पेट्रोल-डीजल का दाम
- लखनऊ में आज पेट्रोल 95.97 रुपये और डीजल 89.59रुपये प्रति लीटर
- चंडीगढ़ में आज पेट्रोल 95.03 रुपये और डीजल 88.81 रुपये प्रति लीटर
- रांची में पेट्रोल 94.35 रुपये और डीजल 94.12 रुपये प्रति लीटर
- भोपाल में पेट्रोल 107.07 रुपये और डीजल 97.93 रुपये प्रति लीटर
- पटना में पेट्रोल 100.81 रुपये और डीजल 94.52 रुपये प्रति लीटर
- बेंगलुरू में पेट्रोल 102.11 रुपये और डीजल 94.54 रुपये प्रति लीटर
- नोएडा में पेट्रोल 96.08 रुपये और डीजल 89.67 रुपये प्रति लीटर
- जयपुर में पेट्रोल 105.54 रुपये और डीजल 98.29 रुपये प्रति लीटर
इन शहरों में 100 के पार पहुंचा पेट्रोल
देश में 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और लद्दाख) में पेट्रोल ने 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर लिया है. मेट्रो शहरों में मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु में पेट्रोल पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है. चेन्नई में जल्द ही ये आंकड़ा पार करने की ओर है.
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बता दें, पेट्रोल डीजल की कीमतों में प्रतिदिन सुबह छह बजे बदलाव होता है. सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं. तेल की कीमतों में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका रेट लगभग दोगुना हो जाता है.
Published at : 30 Jun 2021 08:00 AM (IST) Tags: Delhi diesel price fuel price Petrol Diesel price इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज Delhi Petrol Petrol hike Mumbai Fuel Price हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
कच्चे तेल का भाव 61 डॉलर के पार, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ज्यादा उछाल की आशंका
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव एक साल से ज्यादा समय के उंचे स्तर पर बना हुआ है. बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड 61 डॉलर प्रति बैरल के उपर चला गया है जोकि 24 जनवरी 2020 के बाद का सबसे उंचा स्तर है. अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध में मंगलवार को बीते सत्र से 0.58 फीसदी की तेजी के साथ 61.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था. न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज ( Nymax ) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) के मार्च अनुबंध में बीते सत्र से 0.81 फीसदी की तेजी के साथ 58.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
उर्जा विशेषज्ञ बताते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में रिकवरी के साथ तेल की मांग बढने की उम्मीदों से दाम में तेजी बनी हुई है जिसे तेल के उत्पादन में कटौती से सपोर्ट मिल रहा है. वहीं क्रूड उत्पादन करने वाले देशों में उत्पादन और मांग बढ़ने के कारण भी इसकी कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है.
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर पेट्रोल-डीजल के दाम पर भी देखा जा रहा है. पेट्रोल और डीजल के दाम में तीन दिन के विराम के बाद मंगलवार को फिर बड़ी वृद्धि दर्ज की गई. पेट्रोल का भाव दिल्ली में पहली बार 87 रुपये प्रति लीटर के ऊपर चला गया है. दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है.
तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल का भाव दिल्ली में 35 पैसे, कोलकाता में 33 पैसे, मुंबई में 34 पैसे और चेन्नई में 31 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया. वहीं डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 35 पैसे, मुंबई में 37 पैसे और चेन्नई में 33 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बढ़कर क्रमश: 87.30 रुपये, 88.63 रुपये, 93.83 रुपये और 89.70 रुपये प्रति लीटर हो गया है. इसी तरह डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में बढ़कर क्रमश: 77.48 रुपए, 81.06 रुपए, 84.36 रुपए और 82.66 रुपए प्रति लीटर हो गई है.
जानकार मानते हैं कि कच्चे तेल की कीमतों का असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर अक्सर देखा जाता है. एंजल ब्रोकिंग के बाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रहती है तो इसका असर आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल पर भी देखा जा सकता है. दरअसल कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से तेल कंपनियों की कॉस्टिंग बढ़ जाती है जिसका असर आम जनता की जेब पर पेट्रोल-डीजल के बढ़ी कीमतों के रुप में देखा जाता है.
डीजल एक बार फिर हुआ सस्ता, कच्चे तेल के भाव गिरने का असर
नई दिल्ली (आईएएनएस)। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने डीजल की कीमत लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को कम कर दिया। इसके साथ ही चारों महानगरों में डीजल सस्ता हो गया है। देश की राजधानी में कीमत घटने के बाद डीजल 70.46 रुपये प्रति लीटर हो गया है। बृहस्पतिवार को यहां डीजल की कीमत 70.53 रुपये प्रति लीटर थी।
कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के रेट में गिरावट
इसी तरह कीमत में कटौती के बाद मुंबई में डीजल 76.86 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में 75.95 रुपये और कोलकाता में 73.99 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इससे पहले मुंबई में डीजल 76.93 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में 76.01 रुपये प्रति लीटर और कोलकाता में 74.05 रुपये प्रति लीटर था। डीजल कीमत में कटौती अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के भाव गिरने की वजह से की गई है।
पेट्रोल कीमत में कोई बदलाव नहीं
दिसंबर डिलीवरी का वायदा रेट इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर 2.39 प्रतिशत नीचे 39.95 डाॅलर प्रति बैरल आ गया था। हालांकि पेट्रोल की कीमत में लगातार 10वें दिन कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस प्रकार पेट्रोल के रेट दिल्ली इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज में 81.06 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 87.74 रुपये, चेन्नई में 84.14 रुपये और कोलकाता में 82.59 रुपये प्रति लीटर ही बिक रहा है।