रणनीति चुनना

रुझान कितने समय तक चलते हैं?

रुझान कितने समय तक चलते हैं?
Mutual Fund for Senior Citizens : सफलता के लिए यह जरूरी है कि कि आपका पैसा आपके लिए काम करें, चाहे आप की उम्र कुछ भी हो. सीनियर सिटिजन्स के लिए सबसे बड़ी बाधा उनकी बढ़ती उम्र होती है. इसलिए यह जरूरी है कि वे समझदारी से निवेश करें. मौजूदा समय में सीनियर सिटिजन्स के लिए निवेश के कई विकल्प उपलब्ध हैं. आज हम आपको ये बताने वाले हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश सीनियर सिटिजन्स के लिए कितना सही और बेहतर रुझान कितने समय तक चलते हैं? विकल्प है. साथ ही आप कैसे रिस्क और रिटर्न में बेहतर तालमेल बैठा सकते हैं.

कितने प्रकार का होता है ओवेरियन कैंसर? (What are the types of ovarian cancer in Hindi)

ओवेरियन कैंसर 30 से अधिक प्रकार के हो सकते हैं। यह मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि यह किस प्रकार के सेल से शुरू हो रहा है। डॉक्टर के अनुसार 6 ओवेरियन कैंसर ज्यादा देखे को मिलते हैं। जो इस प्रकार है:

  • अंडाशयी ग्रैनुलोसा ट्यूमर (Granulosa रुझान कितने समय तक चलते हैं? Tumour Of The Ovary): इस स्थिति में एक प्रकार से स्ट्रोमल ट्यूमर मौजूद रुझान कितने समय तक चलते हैं? होते हैं।
  • एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (Epithelial Ovarian Cancer) : यह सबसे आम प्रकार का ओवेरियन कैंसर होता है। महिलाओं में ओवेरियन कैंसर की समस्या में सबसे ज्यादा रुझान कितने समय तक चलते हैं? एपिथेलियल ट्यूमर देखा जाता है।
  • अंडाशयी टेराटोमा (Ovarian Teratoma): इस प्रकार के ओवेरियन कैंसर सबसे ज्यादा 20 साल से लेकर 25 साल की उम्र वाली महिलाओं में देखने को मिलता है।

क्या ओवेरियन कैंसर के बाद महिलाएं मां बन सकती हैं? (Can women become pregnant after ovarian cancer in Hindi)

आपको बता दें की ओवेरियन कैंसर का इलाज करा रही महिलाएं दोबारा मां बन सकती हैं। लेकिन इसके लिए महिला मरीज को डॉक्टर्स से पूछकर अपना एग प्रिजर्वेटिव करना पड़ता है। ताकि ओवेरियन कैंसर के इलाज के बाद अंडे को फिर से लगाया जा सके।

इसके अलावा अगर टेस्ट से पता चलता है कि कैंसर सिर्फ ओवरी में फैला है तो सर्जरी के जरिए ओवरी को बाहर निकाला जाता है। यदि महिला रोगी बड़ी है, तो रुझान कितने समय तक चलते हैं? गर्भाशय को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। वहीं अगर किसी लड़की को केवल एक अंडाशय में कैंसर है तो केवल एक अंडाशय ही निकाला जाता है। जिससे उनके मां बनने की संभावना बनी रहे।

महिलाओं में हार्मोनल एक्‍ने के चलते होती है ये बड़ी समस्या, जानिए पूरी सच्चाई

Hormonal Acne In Women: महिलाओं को आजकल हार्मोनल एक्‍ने की समस्‍या बहुत अधिक हो रही है. इसके लिए बहुत बार उन्हें शर्मिंदा भी होना पड़ता है, क्योंकि ये देखने में बहुत खराब लगते हैं.

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Gold Rate Down : दशहरे से पहले 5800 रुपए सस्ता हुआ सोना, जानिए दीपावली तक कितने गिर सकते हैं दाम

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नई दिल्ली। बीते कुछ महीनों में चांदी और सोने की कीमत में उतार चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। वैसे रक्षाबंधन के बाद से सोना और चांदी के दाम में गिरावट का ही माहौल देखने को मिला हैं। जहां सोना 5800 रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो चुका है। जबकि चांदी की कीमत में 18 हजार रुपए प्रति किलोग्राम की गिरावट देखने को मिल चुकी है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों या यूं कहें कि दीपावली से पहले सोने और चांदी की कीमत में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर दीपावली तक सोना और चांदी कीमत किस तरह की देखने को मिल सकती है।

लॉन्ग टर्म में मिलेगा ज्यादा रिटर्न

आमतौर पर सीनियर सिटिजन्स जोखिम भरे प्लान में निवेश नहीं करते हैं, जिसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि वो पहले ही रिटायर हो चुके हैं और मार्केट से जुड़े नुकसान नहीं उठाना चाहते हैं. वे हमेशा ऐसे प्लान में निवेश करना चाहते हैं, जो उन्हें गारंटीड रिटर्न का वादा करता है. इसके चलते ही वो पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट, बैंक डिक्स्ड डिपॉजिट या फिर नेशनल पेंशन स्कीम में निवेश को प्राथमिकता देते हैं. हालांकि एमएफ भी सीनियर सिटिजन्स के लिए फायदेमंद होते हैं और उनके लिए एक बेहतर विकल्प बन सकते हैं. यह सच है कि मार्केट शॉर्ट टर्म की अवधि में आपको नुकसान दिखाई दे, लेकिन लॉन्ग टर्म में यह आपको एक अच्छा रिटर्न देता है.

म्यूचुअल फंड निवेशक को कभी भी अपना निवेश वापस लेने का अधिकार देता है, जबकि यह विकल्प एनपीएस या किसी स्कीम में नहीं होता है. यानी सीनियर सिटिजन्स अपनी जरूरत के हिसाब से कभी भी अपना निवेश वापस पा सकते हैं. इसके अतिरिक्त म्यूचुअल फंड सीनियर सिटिजन्स को जरूरत के हिसाब से सभी परिसंपत्ति asset में अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करने की भी छूट देता है.

डेट म्यूचुअल फंड में करें निवेश

पहले पांच रुझान कितने समय तक चलते हैं? सालों के लिए सीनियर सिटिजन्स को डेट म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए. आप अगले पांच सालों के रेगुलर खर्चों के लिए अपनी जरूरत के पैसे को बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. एक लार्ज कैप इक्विटी फंड का इस्तेमाल उन फंडों के लिए किया जा सकता है, जिनकी दस साल बाद जरूरत होगी. रिटायरमेंट के बाद निवेश से पहले आपको किसी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि वो आपको आप की जरूरत के हिसाब से कम जोखिम वाला में निवेश स्कीम के बारे में बता सके.

मौजूदा वक्त में बैंक सीनियर सिटिजन्स को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 3% से 7% तक का ब्याज दे रहे हैं. सरकार रुझान कितने समय तक चलते हैं? ने हाल ही में पोस्ट ऑफिस में सीनियर सिटिजन्स की सेविंग स्कीम की ब्याज दरों को बढ़ाकर 7.6% कर दिया है. वहीं नेशनल पेंशन स्कीम में निवेशकों को 9% से 12% तक तक का ब्याज मिल रहा है.

FD के मुकाबले में डेट फंड में मिलेगा बेहतर रिटर्न

हर म्युचुअल फंड में एक अलग तरह रुझान कितने समय तक चलते हैं? का जोखिम होता है और वह उसी हिसाब से निवेशक को रिटर्न देता है. म्यूच्यूअल फंड में रिटर्न मार्केट से जुड़ा होता है, इसलिए यह कभी भी निर्धारित रिटर्न नहीं देता. हालांकि यह आपको ज्यादा रिटर्न हासिल करने का विकल्प देता है. अगर आप रिटायर हो चुके हैं और शॉर्ट टर्म में निवेश करना चाहते हैं, तो आप अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली कंपनियों के शॉर्ट-टर्म बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. बैंक FD के मुकाबले में ये डेट फंड आपको बेहतर रिटर्न दे सकते हैं.

मौजूदा म्युचुअल फंड टैक्स रुल्स के अनुसार जब आप उन्हें भुनाते हैं तो आपको अपने निवेश पर पूंजीगत बेनिफिट्स टैक्स का भुगतान करना होगा. डेट फंड और डेट-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड्स के लिए 3 साल से कम समय के लिए निवेश शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स (STCG) के अधीन हैं और आपको अपने आयकर ब्रैकेट के अनुसार टैक्स का भुगतान करने की जरूरत है. भुनाए गए निवेश को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में माना जाता है, अगर बेनिफिट्स कम से कम 3 साल की स्कीम में निवेश पर मिला है तो इंडेक्सेशन के बाद LTCG पर 20% टैक्स लगता है.

Canara Bank

CMP: 268 रुपये
Buy Range: 260-255 रुपये
Stop loss: 238 रुपये
Upside: 15%-20%

वीकली टाइमफ्रेम पर Canara Bank ने 255 रुपये के आस पास से इन्‍वर्टेड हेड एंड सोल्‍जर पैटर्न का ब्रेकआउट किया है. ब्रेकआउट अच्‍छे खासे वॉल्‍यूम के साथ हुआ है, जो पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत है. शेयर अपने 20, 50, 100 डे SMA के पार बना हुआ है. वीकली स्‍ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर में जल्‍द ही 296 से 308 रुपये का लेवल देखने को मिल सकता है.

Camlin Fine Sciences Ltd.

CMP: 137 रुपये
Buy Range: 136-133 रुपये
Stop loss: 124 रुपये
Upside: 15% –20% रुपये

वीकली टाइमफ्रेम पर शेयर ने डाउनवर्ड स्‍लोपिंग ट्रेंडलाइन का ब्रेकआउट किया है. स्‍टॉक ने 110 के ट्रेंडलाइन को रीटेस्‍ट किया और वहां से इसमें बाउंसबैक देखने को मिला है. ब्रेकआउट अच्‍छे खासे वॉल्‍यूम के साथ हुआ है, रुझान कितने समय तक चलते हैं? जो पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत है. शेयर अपने 20, 50, 100, 200 डे SMA के पार बना हुआ है. वीकली स्‍ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर में जल्‍द ही 155-161 रुपये का लेवल देखने को मिल सकता है.

Finolex Cables Ltd.

CMP: 499 रुपये
Buy Range: 490-482 रुपये
Stop loss: 460 रुपये
Upside: 11%-15%

वीकली टाइमफ्रेम पर शेयर ने कप एंड हैंडल पैटर्न का 493 के लेवल से ब्रेकआउट किया है. ब्रेकआउट अच्‍छे खासे वॉल्‍यूम के साथ हुआ है, जो पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत है. शेयर अपने 20, 50, 100, 200 डे SMA के पार बना हुआ है. वीकली स्‍ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर में जल्‍द ही 538-558 रुपये का लेवल देखने को मिल सकता है.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

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