रुझान कितने समय तक चलते हैं?

Short Term Investment Strategy: बाजार में ऐसे विकल्प खोज रहे हैं, जहां बेहद कम समय में हाई रिटर्न मिल सके. अगर हां तो मजबूत फंडामेंटल वाले कुछ शेयरों पर नजर रखें. इन शेयरों में अच्छा खासा ब्रेकआउट देखने को मिला है. इनमें 1 महीने में अच्छी तेजी का अनुमान है. एक्सिस सिक्योरिटीज ने ऐसे कुछ शेयरों की लिस्ट दी है और इनमें 3 से 4 हफ्ते में 8 फीसदी से 20 फीसदी तक रिटर्न का अनुमान जताया है. ब्रोकरेज का कहना है कि हाल फिलहाल में इन शेयरों में अच्छा मोमेंटम आया है. अब इनमें तेजी का ट्रेंड बना हुआ है. जब बाजार में अभी अनिश्चितता कायम है, शार्ट टर्म में आपके पास बेहतर रिटर्न हासिल करने का मौका है.
बुढापे में भी म्यूचुअल फंड सही है. जानिए वरिष्ठ नागरिक कैसे करें निवेश?
News18 हिंदी 19-11-2022 News18 Hindi
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नई दिल्ली.रुझान कितने समय तक चलते हैं? रुझान कितने समय तक चलते हैं? भारत में वरिष्ठ नागरिकों को तमाम बचत योजनाओं पर ज्यादा ब्याज और अन्य सुविधाएं मिलती हैं. वरिष्ठ नागरिकों के पास निवेश के कई विकल्प उपलब्ध हैं. माना जाता है कि बुजुर्ग और रिटायर हो चुके लोग हमेशा बुद्धिमानी से निवेश करते हैं और उनका रुझान पारंपरिक सेविंग स्कीम की ओर रहता है. वे अक्सर बाजार जोखिम के अधीन योजनाओं में निवेश करने से बचते हैं. म्युचुअल फंड को लेकर भी एक आम गलतफहमी यह है कि वे वरिष्ठ नागरिकों के लिए बहुत जोखिम भरे होते हैं.
बदलते समय के साथ सुधरते गए हमारे पिछड़े गांव
पिछली सदी के 70 के दशक में पलामू (अब पलामू, लातेहार और गढ़वा जिले का प्रमंडल) के जिन चार गांवों में मैंने सर्वेक्षण किया था, वहां पिछले दिनों फिर से जाने का मौका मिला। ये कोई महत्वपूर्ण गांव नहीं हैं, बल्कि इनका महत्व इसलिए है कि ये किसका प्रतिनिधित्व करते हैं। झारखंड देश के सबसे पिछड़े राज्यों में एक है और पलामू इसका सबसे सुदूर-अति पिछड़ा क्षेत्र है, यानी ये हाशिये के भी हाशिये के इलाके हैं। 1977 की उन परिस्थितियों से आज की तुलना करने से हमें यह जानने में मदद मिलेगी कि विकास के पिरामिड में जो रुझान कितने समय तक चलते हैं? धरातल पर मौजूद रहे, उनकी स्थिति बदली है भी या नहीं?
बहरहाल, मैंने यही देखा कि भौतिक बुनियादी ढांचा पूरी तरह से बदल चुका है। इसके लिए निश्चय ही सरकारी कार्यक्रम बधाई के पात्र हैं। 45 साल पहले इन गांवों तक पहुंचने के रास्ते या तो कच्चे थे या गड्ढों से भरे। मानसून में तो सड़कों का पता ही नहीं चलता था। मगर आज सभी गांव पक्की सड़कों के साथ हाई-वे से जुड़े हुए हैं। गांवों के अंदर भी मिट्टी की सड़कें क्रंकीट में ढल चुकी हैं। मिट्टी और फूस के घर ईंट और खपरैल के मकान बन गए हैं। 45 साल पहले इन गांवों में बिजली नहीं थी। अभी बेशक आपूर्ति सीमित रुझान कितने समय तक चलते हैं? है, लेकिन यहां के घर बिजली से रोशन हैं। सभी घरों में कम से कम एक सेलफोन जरूर है। ये सुदूर गांव अब दुनिया से उतने ही जुड़े हुए हैं, जितने हम रुझान कितने समय तक चलते हैं? शहरों में हैं। इससे उनकी जागरूकता और नजरिये में बड़ा बदलाव आया है।
RD और FD में मिलता है कम रिटर्न
देश में फिक्स्ड डिपॉजिट और रिकरिंग डिपॉजिट(RD) जैसे ट्रेडिशनल फाइनेंशियल स्कीम मौजूद हैं, लेकिन मौजूदा वक्त में इन स्कीम में सबसे कम रिटर्न मिल रहा है. इस स्कीम में किया गया निवेश मुद्रास्फीति से प्रभावित होता है, जिसकी वजह से आपको उम्मीद के मुताबिक अच्छा रिटर्न नहीं मिल पाता है.
म्यूचुअल फंड का मकसद निवेशकों के निवेश में विविधता लाना और पैसे को स्टॉक, बॉन्ड, ईटीएफ और बॉन्ड जैसी प्लान में निवेश कराना है. इनका प्रदर्शन बाजार से प्रभावित होता है. म्यूचुअल फंड निवेशकों की मेहनत की कमाई को पेशेवरों द्वारा निवेश बेनिफिट्स के लिए किया जाने वाला इन्वेस्टमेंट हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) या एकमुश्त भुगतान के जरिए किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड को सीनियर सिटिजन्स के लिए एक बेहतर विकल्प के रूप में देखा जा सकता है, जिन्हें निवेश में फ्लेक्सिबिलिटी की जरूरत होती है. इसके साथ ही एमएफ सीनियर सिटिजन्स के निवेश को मुद्रास्फीति के असर से भी बचाता है.
लॉन्ग टर्म में मिलेगा ज्यादा रिटर्न
आमतौर पर सीनियर सिटिजन्स जोखिम भरे प्लान में निवेश नहीं करते हैं, जिसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि वो पहले ही रिटायर हो चुके हैं और मार्केट से जुड़े नुकसान नहीं उठाना चाहते हैं. वे हमेशा ऐसे प्लान में निवेश करना चाहते हैं, जो उन्हें गारंटीड रिटर्न का वादा करता है. इसके चलते ही वो पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट, बैंक डिक्स्ड डिपॉजिट या फिर नेशनल पेंशन स्कीम में निवेश को प्राथमिकता देते हैं. हालांकि एमएफ भी सीनियर सिटिजन्स के लिए फायदेमंद होते हैं और उनके लिए एक बेहतर विकल्प बन सकते हैं. यह सच है कि मार्केट शॉर्ट टर्म की अवधि में आपको नुकसान दिखाई दे, लेकिन लॉन्ग टर्म में यह आपको एक अच्छा रिटर्न देता है.
म्यूचुअल फंड निवेशक को कभी भी अपना निवेश वापस लेने का अधिकार देता है, जबकि यह विकल्प एनपीएस या किसी स्कीम में नहीं होता है. यानी सीनियर सिटिजन्स अपनी जरूरत के हिसाब से कभी भी अपना निवेश वापस पा सकते हैं. इसके अतिरिक्त म्यूचुअल फंड सीनियर सिटिजन्स को जरूरत के हिसाब से सभी परिसंपत्ति asset में अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करने की भी छूट देता है.
डेट म्यूचुअल फंड में करें निवेश
पहले पांच सालों के लिए सीनियर सिटिजन्स को डेट म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए. आप अगले पांच सालों के रेगुलर खर्चों के लिए अपनी जरूरत के पैसे को बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. एक लार्ज कैप इक्विटी फंड का इस्तेमाल उन फंडों के लिए किया जा सकता है, जिनकी दस साल बाद जरूरत होगी. रिटायरमेंट के बाद निवेश से पहले रुझान कितने समय तक चलते हैं? आपको किसी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि वो आपको आप की जरूरत के हिसाब से कम जोखिम वाला में निवेश स्कीम के बारे में बता सके.
मौजूदा वक्त में बैंक सीनियर सिटिजन्स को फिक्स्ड डिपॉजिट पर 3% से 7% तक का ब्याज दे रहे हैं. सरकार ने हाल ही में पोस्ट ऑफिस में सीनियर सिटिजन्स की सेविंग स्कीम की ब्याज दरों को बढ़ाकर 7.6% कर दिया है. वहीं नेशनल पेंशन स्कीम में निवेशकों को 9% से 12% तक तक का ब्याज मिल रहा है.
FD के मुकाबले में डेट फंड में मिलेगा बेहतर रिटर्न
हर म्युचुअल फंड में एक अलग तरह का जोखिम होता है और वह उसी हिसाब से निवेशक को रिटर्न देता है. म्यूच्यूअल फंड में रिटर्न मार्केट से जुड़ा होता है, इसलिए यह कभी भी निर्धारित रिटर्न नहीं देता. हालांकि यह आपको ज्यादा रिटर्न हासिल करने का विकल्प देता रुझान कितने समय तक चलते हैं? है. अगर आप रिटायर हो चुके हैं और शॉर्ट टर्म में निवेश करना चाहते हैं, तो आप अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली कंपनियों के शॉर्ट-टर्म बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. बैंक FD के मुकाबले में ये डेट फंड आपको बेहतर रिटर्न दे सकते हैं.
मौजूदा म्युचुअल फंड टैक्स रुल्स के अनुसार जब आप उन्हें भुनाते हैं तो आपको अपने निवेश पर पूंजीगत बेनिफिट्स टैक्स का भुगतान करना होगा. डेट फंड और डेट-ओरिएंटेड हाइब्रिड फंड्स के लिए 3 साल से कम समय के लिए निवेश शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स (STCG) के अधीन हैं और आपको अपने आयकर ब्रैकेट के अनुसार टैक्स का भुगतान करने की जरूरत है. भुनाए गए निवेश को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में माना जाता है, अगर बेनिफिट्स कम से कम 3 साल की स्कीम में निवेश पर मिला है तो इंडेक्सेशन के बाद LTCG पर 20% टैक्स लगता है.
Camlin Fine Sciences Ltd.
CMP: 137 रुपये
Buy Range: 136-133 रुपये
Stop loss: 124 रुपये
Upside: 15% –20% रुपये
वीकली टाइमफ्रेम पर शेयर ने डाउनवर्ड स्लोपिंग ट्रेंडलाइन का ब्रेकआउट किया है. स्टॉक ने 110 के ट्रेंडलाइन को रीटेस्ट किया और वहां से इसमें बाउंसबैक देखने को मिला है. ब्रेकआउट अच्छे खासे वॉल्यूम के साथ हुआ है, जो पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत है. शेयर अपने 20, 50, 100, 200 रुझान कितने समय तक चलते हैं? डे SMA के पार बना हुआ है. वीकली स्ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर में जल्द ही 155-161 रुपये का लेवल देखने को मिल सकता है.
Finolex Cables Ltd.
CMP: 499 रुपये
Buy Range: 490-482 रुपये
Stop loss: 460 रुपये
Upside: 11%-15%
वीकली टाइमफ्रेम पर शेयर ने कप एंड हैंडल पैटर्न का 493 के लेवल से ब्रेकआउट किया है. ब्रेकआउट अच्छे खासे वॉल्यूम के साथ हुआ है, जो पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत है. शेयर अपने 20, 50, 100, 200 डे SMA के पार बना हुआ है. वीकली स्ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर में जल्द ही 538-558 रुपये का लेवल देखने को मिल सकता है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Animation क्या है? What is Animation?
साधारण सी भाषा में एनीमेशन को समझें तो यह एक ऐसी तकनीक है जिससे कोई भी ऐसा चित्र, Image या Object जो रियल में हिल नहीं सकता है या मूव नहीं कर सकता है उसको चलते हुए, बोलते हुए या कुछ करते हुए दिखाया जाता है। यानि Animation किसी रुकी हुई Image पर जान डालता है जिसके कारण Image में कुछ प्रतिक्रिया होती रुझान कितने समय तक चलते हैं? हुई दिखाई देती है। जैसे आप एनीमेशन की सहायता से बनाई गयी किसी Video या Movie में आप इन्सान को उड़ता हुआ देख सकते हैं। चित्रों की एक श्रृंखला द्वारा बनाई गई movement का simulation एनीमेशन कहलाता है। एनिमेशन एक प्रकार का Art और विज्ञान है। Animation एक क्रम में गति का भ्रम पैदा करने के लिए क्रमिक चित्र, मॉडल या कठपुतलियों को रुझान कितने समय तक चलते हैं? चित्रित करने की एक विधि है। इसको इस तरह से भी समझ सकते हैं कि Animation वह है जिसमे एक sequence (क्रम) में movement (गति) का एक illusion (भ्रम) create किया जाता है, जिसके लिए sequence photographs, models, या फिर puppets (कठपुतली) का इस्तेमाल इस विधि में किया जाता है।