खाता क्या हैं

करंट अकाउंट क्या है?
करंट अकाउंट (Current Account) को आसान भाषा में चालू खाता भी कहा जाता है. यह ज्यादातर व्यापारियों (Businessman) के लिए होता है. इस अकाउंट में ज्यादातर लगातार लेन देन चलता ही रहता है. यह खाता रेगुलर ट्रांजेक्शन के लिए अच्छा माना जाता है. खाता धारक ज्यादातर बिजनेस आर्गेनाइजेशन (Business Organization), फर्म आदि के होते हैं. इस अकाउंट में किसी तरह का ब्याज नहीं मिलता है.
ई-बीमा खाता (इ-आइए) क्या है?
इ-आइए का अर्थ इलेक्ट्रॉनिक बीमा खाता या ई-बीमा खाता है। यह एक रिपॉजिटरी है जहाँ आप अपनी सभी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों, जीवन बीमा पॉलिसियों और अन्य बीमा पॉलिसियों को एक ही स्थान पर प्रबंधित कर सकते हैं।
ई-इंश्योरेंस अकाउंट आपकी इंश्योरेंस पॉलिसियों पर नज़र रखने का एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका प्रदान करता है। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने पॉलिसीधारकों को डिजिटल प्रारूप में नीतियों का उपयोग करने में मदद करने के लिए यह सुविधा पेश की, जिसे वे किसी भी समय और किसी भी स्थान से एक्सेस कर सकते हैं।
पॉलिसीधारक अपनी सभी बीमा पॉलिसियों को इस एकल खाते में स्टोर कर सकते हैं और जब भी उन्हें आवश्यकता हो, उन्हें एक्सेस कर सकते हैं। प्रत्येक ई-बीमा खाते में एक विशिष्ट खाता संख्या होगी, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक नीतियों को ऑनलाइन एक्सेस करने के लिए एक विशिष्ट लॉगिन आईडी और पासवर्ड होगा।
आप ई-बीमा खाता कैसे खोलते हैं?
- सेंट्रल इंश्योरेंस रिपोजिटरी लिमिटेड
- एनएसडीएल डाटाबेस मैनेजमेंट लिमिटेड
- सीएएमएस रिपोजिटरी सर्विसेस लिमिटेड
- कार्वी इंश्योरेंस रिपोजिटरी लिमिटेड
ई-बीमा खोलने के लिए नीचे दिए गए आसान चरण दिए गए हैं:
चरण 1: अपनी पसंदीदा इंश्योरेंस रिपोजिटरी कंपनी चुनें।
चरण 2: ई-बीमा खाता खोलने का फॉर्म डाउनलोड करें और भरें।
चरण 3: स्व-सत्यापित केवाईसी डॉक्यूमेंट, खाता क्या हैं यानी आइडेंटिटी प्रूफ की कॉपी, बर्थ प्रूफ की तारीख और एड्रेस प्रूफ अटैच करें।
चरण 4: व्यक्तिगत विवरण, बैंक विवरण और रद्द चेक और संपर्क विवरण प्रदान करें।
चरण 5: हाल ही में पासपोर्ट आकार की एक तस्वीर।
चरण 6: फॉर्म को अपनी इंश्योरेंस कंपनी को जमा करें।
नोट:बीमा कंपनी के माध्यम से खाता क्या हैं खाता खोलने पर आपको केवाईसी डॉक्यूमेंट जमा करने की आवश्यकता नहीं होती है। बीमाकर्ता आपके केवाईसी विवरण को रिपॉजिटरी में भेजेगा।
ई-बीमा खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- एक रद्द किया गया बैंक खाता चेक, बैंक खाता संख्या और अन्य संबंधित बैंक विवरण।
- एक नवीनतम पासपोर्ट आकार का फोटोग्राफ
- एक स्व-सत्यापित पहचान प्रमाण प्रति, जैसे कि आपका पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट, आदि।
- आयु प्रमाण की प्रति (स्व-सत्यापित होनी चाहिए) जैसे मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र आदि।
नोट:ई-बीमा खाता खोलने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। केवल अधिकृत व्यक्ति ही बीमा पॉलिसियों के पोर्टफोलियो को जानने के लिए ई-बीमा खाते तक पहुंच सकता है।
भारतीय बैंकों में कितने प्रकार के खाते खोले जाते हैं?
भारत में आधुनिक बैंकिंग सेवाओं का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है। देश में विभिन्न आय वर्ग के लोगों, उनकी जरूरतों और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के बैंक खातों का विकास हुआ है, जैसे चालू खाता बड़े व्यापारी या संस्थान खुलवाते हैं जबकि बचत खाता मध्य आय वर्ग के लोग खुलवाते हैं खाता क्या हैं l इस लेख में हम बचत खातों, चालू खातों और सावधि जमा खातों खाता क्या हैं के बारे में पढेंगेl
भारत में आधुनिक बैंकिंग सेवाओं का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है। देश में विभिन्न आय वर्ग के लोगों, उनकी जरूरतों और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के बैंक खातों का विकास हुआ है, जैसे चालू खाता बड़े व्यापारी या संस्थान खुलवाते हैं जबकि बचत खाता, मध्य आय वर्ग के लोग खुलवाते हैं l इस लेख में हम बचत खातों, चालू खातों और सावधि जमा खातों के बारे खाता क्या हैं में पढेंगेl
चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ-हानि | Current Account In Hindi
Current Account Kya Hai In Hindi: करेंट अकाउंट या चालू खाता एक ऐसा बैंक अकाउंट है जिसके बारे में कम ही लोगों को सही जानकारी होती है, इसलिए लोग इन्टरनेट पर सर्च करते रहते हैं कि Current Account क्या है, करंट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं, करेंट अकाउंट कैसे खुलता है, करंट अकाउंट के फायदे और नुकसान क्या हैं.
अगर आपको भी करंट अकाउंट के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है तो आज खाता क्या हैं का यह लेख पूरा पढ़ें , इस लेख के द्वारा हम आपको करंट अकाउंट से जुडी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करवाने वाले हैं. जो कि आपको करंट अकाउंट खुलवाने में मदद करेगी.
तो चलिए बिना देरी के सीधे आते हैं अपने लेख पर और जानते हैं करंट अकाउंट क्या होता है हिंदी में विस्तार से.
Saving Vs Current Account: बैंक के सेविंग और करंट अकाउंट में क्या होता है अंतर, दोनों अकाउंट में मिलते हैं ये लाभ
By: ABP Live | Updated at : 30 Jan 2022 11:20 AM (IST)
Edited By: Taruna
सेविंग और करंट अकाउंट में अंतर
Saving and Current Account Difference: आजकल देश में हर किसी के पास बैंक खाता हो गया है. ज्यादातर सरकारी योजनाओं (Government Schemes) के लाभ आपको बैंक अकाउंट के द्वारा ही मिलते हैं. बैंक में खाता खुलवाते वक्त आपको अकाउंट खोलने का फार्म (Account Opening Form) दिया जाता है. इस फॉर्म में आपसे यह जानकारी ली जाती है कि आप सेविंग / करंट अकाउंट (Saving and Current Account) में कैन-सा खुलवाना चाहते हैं. लेकिन, यह बहुत कॉमन है कि ज्यादातर लोग सेविंग अकाउंट ही खुलवाते हैं. इसके अलावा हम जब भी ATM से पैसे निकालते हैं तो उस दौरान भी हमें स्क्रीन पर अकाउंट खाता क्या हैं को चुनने का ऑप्शन आता है. हमें बताना पड़ता है कि हमारा अकाउंट सेविंग है या करंट है.
बचत खाता क्या है
बचत खाता या Savings Account किसी बैंक या डाकघर शाखाओं में खुलने वाला एक सामान्य बचत खाता होता है जिसमें खाताधारक की सुविधानुसार और नियमानुसार किसी भी समय धनराशि की लेन-देन या जमा-निकासी की जा सकती है।
किसी भी बैंक या डाकघर बचत खाता क्या हैं खाते में जमा धनराशि पर खाताधारक को नियमानुसार ब्याज भी देय होता है परन्तु भारत में मौजूद सभी सरकार समर्थित निवेश योजनाओं में से बचत खाते पर ब्याज दर न्यूनतम होती है। न्यूनतम ब्याज दर होने के बावजूद बैंक या डाकघर बचत खाते में धनराशि की सुरक्षा और विश्वसनीयता एवं लेन-देन या जमा-निकासी की आसानी व्यक्तियों को बचत खाता खोलने के लिए प्रेरित करती है।
बचत खाता कौन खुलवा सकता है
भारत में 18 वर्ष की आयु प्राप्त कोई भी भारतीय नागरिक सम्बंधित बैंक/ डाकघर शाखा में KYC दस्तावेज़ दिखा कर अपने नाम से बचत खाता (Savings Account) खुलवा सकता है। भारत में बचत खाता किसी एक व्यस्क व्यक्ति के नाम से एकल रूप से या दो व्यस्क व्यक्तियों के नाम से संयुक्त रूप से खुलवाया जा सकता है। यदि 18 वर्ष से कम आयु के अवयस्क बालक के लिए बचत खाता खुलवाना है तो वह उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खुलवाया जा सकता है।
भारत में बचत खाता किसी भी नामित बैंक या डाकघर शाखा में खुलवाया जा सकता है।
भारत में बचत खाते कितने प्रकार के होते हैं
भारत में निम्नलिखित प्रकार के बचत खाते (Savings Account) खोले जाने का विकल्प उपलब्ध है:-
- नियमित बचत खाता
- वेतन आधारित बचत खाता
- वरिष्ठ नागरिक बचत खाता
- नाबालिगों के लिए बचत खाते
- जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट; आदि
आप उपरोक्त लिखित बचत खातों में से अपनी इच्छा और योग्यता के अनुसार कोई भी बचत खाता खुलवा सकते हैं।
बचत खाते पर ब्याज दर
भारत में बचत खातों पर ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है और यह विभिन्न बैंकों के लिए और खाते में जमा कुल धनराशि के अनुसार भी भिन्न-भिन्न हो सकती है। अतः किसी भी बैंक या डाकघर में बचत खाता क्या हैं खाता (Savings Account) खुलवाने से पहले सम्बंधित ब्याज दर अवश्य जाँच लें।
भारत में बचत खातों पर मिलने वाली ब्याज राशि आयकर (इनकम टैक्स) के अधीन आती है और इस पर खाताधारक को नियमानुसार इनकम टैक्स जमा कराना होता है।