इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य

PhonePe पर एक क्लिक. मिलेगी 10 करोड़ की सुरक्षा की गारंटी, Max Life से की पार्टनरशिप, जानिए डिटेल
PhonePe कस्टमर्स सालाना सिर्फ 4,426 रुपये के शुरुआती प्रीमियम पर अपने परिवारों के लिए कॉम्प्रिहेंसिव फाइनेंशियल कवरेज (financial coverage) ले सकते हैं
एक डिजिटल पेमेंट (digital payments) प्लेटफॉर्म फोनपे (PhonePe) को इरडा (IRDAI) ने एक डायरेक्ट ब्रोकिंग लाइसेंस दिया है, जिससे उसे अपने ऐप पर बीमा बेचने की अनुमति मिलती है
Max Life Smart Secure Plus Plan : मैक्स लाइफ इंश्योरेंस (Max Life Insurance) ने अपने डिजिटल सेवी कस्टमर्स के लिए वित्तीय सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से फोनपे ऐप (PhonePe app) पर अपना मैक्स लाइफ स्मार्ट सिक्योर प्लस प्लान लॉन्च करने का ऐलान किया है। यह एक नॉन लिंक्ड, नॉन पार्टिसिपेटिंग, इंडिविजुअल और पूरी तरह रिस्क प्रीमियम लाइफ इंश्योरेंस प्लान है।
4,426 रुपये के शुरुआती प्रीमियम पर परिवार के लिए कवरेज
इसके साथ ही PhonePe कस्टमर्स सालाना सिर्फ 4,426 रुपये के शुरुआती प्रीमियम पर अपने परिवारों के लिए कॉम्प्रिहेंसिव फाइनेंशियल कवरेज (financial coverage) ले सकते हैं। मैक्स लाइफ ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, इस आसान डिजिटल साधन यानी PhonePe ऐप से टर्म प्लान (term plan) खरीदने में कोई दिक्कत नहीं आती है और साथ ही पेपरवर्क भी खासा कम हो गया है।
Best Pension Plans: रिटायरमेंट के लिए ये हैं तीन बेस्ट पेंशन विकल्प
यह रिटायरमेंट स्कीम एक प्रकार का फल है जिसमें आपकी सैलरी में एक निर्धारित खाता (Decided Amount) आपको रोजगार के कार्यालय के दौरान भविष्य की प्लानिंग को देखते हुए इन्वेस्ट किया जाता है. यह इन्वेस्टमेंट रिटायरमेंट के बाद सभी आवश्यकताओं को पूरा करने और सिक्योर फ्यूचर रखने में मदद करता है. यह स्कीम को भविष्य की प्लानिंग के रूप में भी जाना जा सकता है.
आपको इस आर्टिकल में पता चल ही रहा है कि इस योजना एक प्रकार की इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जो आपको अपनी बचत का एक हिस्सा लंबी अवधि में जमा करने में मदद करती है ताकि आपके पास एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य हो सके. इस योजना आपको रिटायरमेंट के बाद अनिश्चितताओं (Uncertainties) से निपटने में मदद करती है, और रेटायर्मेंट के बाद आय का एक स्थिर प्रवाह (Steady Flow) सुनिश्चित करती है।
Best Pension Plans in India 2022
20 से अधिक लाइफ इन्शुरन्स कंपनी हैं जो भारत में पेंशन योजनाओं के विभिन्न प्लान की पेशकश करती हैं। हर कंपनी के प्लान ग्राहकों की आवश्यकताओं के आधार पर भिन्न-भिन्न होते हैं। अपने विशिष्ट रेटायर्मेंट लक्ष्यों (Specific Retirement Goals) के आधार पर, ग्राहक अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने वाली सही स्कीम चुन सकते हैं। इंडिया की बेस्ट पेंशन स्कीम की सूची नीचे दी गई है:
- एलआईसी न्यू जीवन निधि प्लान
एलआईसी न्यू जीवन निधि प्लान के तहत आप बचत और सुरक्षा (Security) लाभ दोनों प्राप्त कर सकते हैं। इसमें भुगतान किया गया प्रीमियम आयकर (Income Tax) अधिनियम के तहत कर छूट के लिए पात्र होता है। इसमें इन्वेस्ट करने के लिए न्यूनतम आयु 20 वर्ष तथा अधिकतम आयु 58 वर्ष है। साथ ही आप एलआईसी न्यू जीवन निधि प्लान में न्यूनतम 5 वर्ष या अधिकतम 35 वर्षों के लिए अपनी राशि को इन्वेस्ट कर सकते हैं।
एलआईसी जीवन अक्षय VI प्लान ऐसा प्लान है, जो सिंगल प्रीमियम का भुगतान करने के तुरंत बाद पेंशन प्रदान करता है। इसमें इन्वेस्ट करने के लिए न्यूनतम आयु 30 वर्ष तथा अधिकतम आयु 85 वर्ष है। साथ ही एलआईसी जीवन अक्षय VI प्लान में खरीदार द्वारा चुने गए विकल्प के आधार पर पेंशन का भुगतान तुरंत किया जाता है।
एसबीआई लाइफ सरल पेंशन प्लान पहले पांच पॉलिसी वर्षों के दौरान 2.50% और 2.75% के बीच गारंटीड बोनस प्रदान करता है। यह एसबीआई लाइफ़ – प्रेफ़र्ड टर्म राइडर खरीदकर हाई कवरेज प्राप्त करने का विकल्प भी प्रदान करता है। इसमें इन्वेस्ट करने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम आयु 60 वर्ष है। साथ ही आप एसबीआई लाइफ सरल पेंशन प्लान में न्यूनतम 5 वर्ष या अधिकतम 40 वर्षों इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य के लिए अपनी राशि को इन्वेस्ट कर सकते हैं।
भारत में पेंशन स्कीम के प्रकार
इस योजना के तहत इन्वेस्टमेंट करने वालों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मार्केट में पेंशन योजनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला (Wide Range) उपलब्ध है. इस योजना के संचालन और लाभ के आधार पर इन योजनाओं के कई वर्गीकरण है. इन पेंशन योजनाओं को आगे निम्न श्रेणियों में इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य विभाजित किया जाता है.
नेशनल पेंशन सिस्टम
रेटायर्मेंट के बाद इन्वेस्टर्स को नियमित आय प्रदान करने के लिए भारत में एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान (Long Term Investment Plan) के रूप में शुरू की गई एक पेंशन स्कीम है। कोई भी व्यक्ति इस योजना में 60 वर्ष की आयु तक इन्वेस्टमेंट करना जारी रख सकता है, जिसके बाद न्यूनतम 40% धनराशि का उपयोग नियमित आय देने वाली एन्युटी स्कीम खरीदने के लिए किया जाना चाहिए। शेष 60% एकमुश्त राशि के रूप में निकली जा सकती है।
पेंशन निधि
PFRDA ने भारत में पेंशन फंड को संचालित करने के लिए छह कंपनियों को मान्यता दी है। पेंशन फंड के लिए आपको अपनी पसंद के फंड में एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित राशि का इन्वेस्टमेंट करने की आवश्यकता होती है। फंड प्रदान करने वाली कंपनियां आम तौर पर विभिन्न इन्वेस्टर्स के अनुरूप कई अलग-अलग प्रकार के फंड ऑफर करते है। जैसे-जैसे फंड का मूल्य बढ़ता है, वैसे ही उनमें आपका इन्वेस्ट भी होता है। सेवानिवृत्ति (Retirement) के बाद, आप पूरी राशि निकाल सकते हैं।
लाइफ कवर के साथ पेंशन प्लान
ये प्लान्स मुख्यतः लाइफ कवर और इन्वेस्टमेंट के दोहरे लाभ प्रदान करती हैं। आपके प्रीमियम का एक हिस्सा लाइफ कवर के लिए और शेष आपकी पसंद के फंड में इन्वेस्ट किया जाता है। मचुरिटी पर, आप एक बार में पूरी राशि निकाल सकते हैं या नियमित भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। यदि पॉलिसी अवधि के दौरान आपकी मृत्यु हो जाती है, तो आपके नामांकित व्यक्ति (Nominee) को मृत्यु लाभ प्राप्त होगा।
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड
यह जॉब करने इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य वाले व्यक्तियों को प्रदान किए जाने वाले पब्लिक प्रोविडेंट फंड के समान है, लेकिन अंतर केवल इतना है कि कोई भी Public Provident Fund अकाउंट खोल सकता है। पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड इन्वेस्टमेंट को 15 साल तक के लिए रखा जाता है, और रिटर्न की वर्तमान दर 7.1% है, जो हर साल सरकार द्वारा तय की जाती है। इसमें इन्वेस्ट करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि कोई भी व्यक्ति सेक्शन 80C के तहत इनकम टैक्स कटौती का दावा कर सकता है।
पेंशन प्लान लेने के लिए पात्रता
यदि आप रेटायर्मेंट के बाद के लिए पेंशन प्लान में इन्वेस्ट करने की योजना बना रहे हैं, तो आपके पास तीन मुख्य पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria) होना आवश्यक है।
आप एक निश्चित आयु के बाद ही पेंशन प्लान में इन्वेस्ट कर सकते हैं। विभिन्न बीमा योजनाओं (Insurance Plans) के लिए अलग-अलग आयु वर्ग हैं, लेकिन आम तौर पर, पेंशन योजना के लिए न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष है। हालांकि, कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जिन्होंने इन प्लान्स के लिए एंट्री की उम्र 30 साल तय की है।
एक न्यूनतम प्रीमियम भुगतान है जो पॉलिसीधारक (Policy Holder) को पेंशन योजना लेने के लिए इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य भुगतान करना पड़ता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पॉलिसीधारक द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम के अनुसार पेंशन प्राप्त होती है।
यह वह उम्र है जिस पर पॉलिसीधारक को पेंशन मिलना शुरू हो जाती है। आम तौर पर, इसे 40 साल पर सेट किया जाता है। यह बीमा प्रदाता (Insurance Provider) द्वारा प्रदान की गई सीमा तक निर्धारित होती है।
निष्कर्ष
जैसा कि दोस्तों हमने आपको इस योजना से जुड़ा सारी जानकारी हमने आपको इस आर्टिकल के जरिए आपको बताने की कोशिश की है. और यह भी बताया है कि इस योजना के तहत आप किस तरीके से लाभ उठा सकते हैं. अगर फिर भी इस लेख से जुड़ा कोई अन्य सवाल हो जिसे हम इस लेख के जरिए पूरा ना कर सके तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं. आपके पूछे गए प्रश्नों का जवाब जरूर देंगे.
LIC की माइक्रो इंश्योरेंस पॉलिसी इसके बारे में जानिए हर जरूरी बात
LIC Micro Insurance Plans: इसका मुख्य उद्देश्य समाज इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बीच बीमा कवरेज को बढ़ावा देना है.
- Rahul Chakraborty
- Updated On - September 20, 2021 / 04:11 PM IST
एलआईसी ने जिन 94 फर्मों मे अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है उनके शेयरों की कीमतों में भी 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है
LIC’s micro insurance policy: हम सभी जानते हैं कि आज के दौर में लाइफ इंश्योरेंस की जरूरतें क्या हैं. यह आपको लाइफ कवर की सुरक्षा के साथ एक वित्तीय कोष बनाने में मदद करता है. महामारी के इस दौर में, अगर आप कम प्रीमियम पर लाइफ इंश्योरेंस खरीदने की योजना बना रहे हैं तो माइक्रो इंश्योरेंस प्लान आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं. ये IRDAI के तहत बनाई गई स्पेशल कैटेगरी है. इसका मुख्य उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बीच बीमा कवरेज को बढ़ावा देना है. इन पॉलिसियों का प्रीमियम तुलनात्मक रूप से कम होता है.
लोकप्रियता
मिलियन डॉलर राउंडटेबल क्लब से संबंधित एलआईसी एजेंट देबाशीष दत्ता ने बताया कि “”माइक्रो इंश्योरेंस प्लान काफी लोकप्रिय होते हैं. ज्यादा प्रीमियम के चलते समाज का कमजोर वर्ग परंपरागत इंश्योरेंस प्लान को नहीं खरीद पाता है.माइक्रो इंश्योरेंस प्लान मुख्य रूप से उन कम-आय वाले समूहों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, ताकि वह भी अपने जीवन को कवर कर सकें.”
एलआईसी माइक्रो प्लान
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी), देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है. ये पब्लिक सेक्टर कंपनी आम लोगों के लिए जीवन बीमा पॉलिसियों का एक समूह प्रदान करता है. न्यू जीवन मंगल और माइक्रो बचत ये दोनों उसी तरह के हैं. ये दोनों माइक्रो इंश्योरेंस प्लान 1 फरवरी 2020 को लॉन्च हुआ था. आइए जानते हैं ऐसी पॉलिसियों के बारे में खास बातें.
1. न्यू जीवन मंगल
एलआईसी की न्यू जीवन मंगल प्लान एक नॉन-लिंक्ड प्लान है, नॉन-पार्टिसिपेटिंग, निजी, लाइफ इंश्योरेंस प्लान है, जो मैच्योरिटी पर प्रीमियम रिटर्न देता है. इस प्लान में एक्सीडेंट पर होने पर कवरेज मिलता है, जो एक्सीडेंट में मौत पर दोहरा रिस्क कवर हो जाता है.
योग्यता
कोई भी 18 साल से 55 साल तक का योग्य व्यक्ति इसको खरीद सकता है. इसकी अधिकतम मैच्योरिटी की उम्र 65 साल है.
बीमा राशि
इसमें न्यूनतम और अधिकतम बीमा राशि राशि 10 हजार रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक है.
पॉलिसी टर्म और प्रीमियम
रेगुलर प्रीमियम पॉलिसी में टर्म 10 से 15 साल होता है. प्रीमियम सालाना, अर्धवार्षिक, तिमाही और मासिक स्तर पर दिया जाता है. वैकल्पिक रूप से, एक सिंगल प्रीमियम पॉलिसी भी 5 से 10 साल की अवधि के लिए खरीदी जा सकती है.
दुर्घटना के अलावा किसी अन्य कारण से इंश्योर्ड व्यक्ति की मृत्यु होने की स्थिति में पॉलिसीधारक के नॉमिनी व्यक्ति को इंश्योरेंस राशि के बराबर मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाएगा. यह राशि पॉलिसी के प्रकार और भुगतान किए गए प्रीमियम पर निर्भर करती है.
अचानक होने वाली मौत के केस में नॉमिनी व्यक्ति को बीमा राशि के बराबर अतिरिक्त राशि का भुगतान किया जाएगा.
2. माइक्रो बचत पॉलिसी
माइक्रो बचत भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा दी जाने वाली एक नियमित प्रीमियम, गैर-लिंक्ड, भाग लेने वाली, व्यक्तिगत, जीवन बीमा योजना है. ये सेविंग्स के साथ प्रोटेक्शन देती है. इस पॉलिसी में लोन सुविधा के माध्यम से लिक्विडिटी की जरूरत को भी पूरा कर सकती है.
योग्यता
कोई भी 18 साल से 55 साल तक का व्यक्ति इसे खरीद सकता है. इसकी अधिकतम मैच्योरिटी की उम्र 70 साल है.
बीमा की राशि
न्यूनतम और अधिकतम बीमा की राशि 50 हजार रुपए से 2 लाख रुपए तक हो सकती है.
पॉलिसी और प्रीमियम टर्म
इस पॉलिसी का टर्म 10 साल से 15 साल तक होता है. इसके प्रीमियम का सालाना, अर्धवार्षिक, तिमाही और मासिक रूप से भी भुगतान किया जा सकता है.
प्रीमियम
अगर 20 साल की उम्र में एक व्यक्ति ने 15 साल की अवधि के लिए पॉलिसी खरीदी और 2 लाख रुपये मूल बीमा राशि के विकल्प को चुना, तो उसे सालाना प्रीमियम के रूप में 9,904 रुपए का भुगतान करना होगा, जो कि लगभग 27 रुपये प्रति दिन है.
समय के साथ पॉलिसी जब भुगतान के लिए तैयार होगी तो आपको 2.30 लाख रुपए मिलेंगे. पॉलिसी शुरू होने के पांच साल के भीतर बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने के केस में , इंश्योरेंस की राशि का भुगतान किया जाएगा. अगर मौत पांच साल के बाद होती है, तो सर्वाइवर को बीमा राशि और लॉयल्टी बोनस दोनों का भुगतान किया जाएगा.
फिनटेक में नए रुझानों और निवेश में भारत की रुचि को लेकर बोले 5paisa.com के फाउंडर और सीईओ प्रकर्ष गगदानी
वैश्विक कोविड-19 महामारी ने हमें उन तरीकों से प्रभावित किया है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे। लॉकडाउन के तहत जाने वाले देशों के साथ, व्यवसाय और उद्यमी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यह अपरिहार्य था कि वैश्विक बाजार भी सूट का पालन करेंगे। फरवरी 2020 में सेंसेक्स 42,273.87 अंक पर पहुंच गया, जो 23 मार्च को 25,638.90 अंक पर 38 प्रतिशत से क्रैश हो गया, जिससे यह शेयर बाजार के इतिहास में सबसे तेज दुर्घटनाओं में से एक बन गया, जो 2008 के बाजार दुर्घटना से भी बदतर था। जबकि मौजूदा निवेशक महसूस करेंगे, यह पहली बार निवेशकों के लिए एक शानदार अवसर हो सकता है। इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य महामारी के कारण मोबाइल ट्रेडिंग में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
5paisa.com, जो हाल ही में सार्वजनिक होने वाली पहली भारतीय फ़िनटेक फर्म बन गई है, ग्राहक-केंद्रितता पर ध्यान केंद्रित करके अपने निवेशकों का समर्थन कर रही है; नवीनता; टीयर 2 और 3 शहरों में विस्तार; और ब्रोकर-मुक्त और सुरक्षित प्लेटफ़ॉर्म की तलाश करने वाले ग्राहकों की सेवा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना। वर्तमान में यह प्लेटफॉर्म 30,000 करोड़ रुपये से अधिक का दैनिक कारोबार, 450,000 से अधिक ग्राहकों को, 3.5 मिलियन से अधिक डाउनलोड, प्रबंधन के तहत एसेट्स में 1,000 से अधिक कोर और बाजार पूंजीकरण में 500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार करता है।
YourStory की नई सीरीज़, 'मनी मैटर्स विद् श्रद्धा शर्मा' के एक हिस्से के रूप में, हम विशेषज्ञों, उद्यमियों, और निवेशकों से निवेश के अवसरों, बचत, खर्च, और बहुत कुछ के बारे में बात करते हैं। इस कड़ी में, YourStory की फाउंडर और सीईओ श्रद्धा शर्मा इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य 5paisa.com के फाउंडर और सीईओ, प्रकर्ष गगदानी के साथ बातचीत की, जिन्होंने ब्रोकिंग के बदलते चेहरे, नए जमाने के इन्वेस्टर और अनकैप्ड मार्केट्स में टैपिंग की बात कही। उस सत्र के कुछ मुख्य अंश इस प्रकार हैं।
बाजार में गिरावट के बावजूद निवेश बढ़ा
प्रकर्ष कहते हैं कि उन्होंने महामारी के बाद कुछ बहुत ही आश्चर्यजनक रुझान देखे। लगभग डेढ़ साल से बाजार के इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य अनुकूल नहीं होने के बावजूद, खुदरा निवेशक अभी भी बाजार में आ रहे थे और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (एसआईपी) में दिलचस्पी दिखा रहे थे और म्यूचुअल फंड फलफूल रहे थे। सार्वजनिक होने के बाद, 5paisa खुदरा निवेशकों के आने के बारे में आशावादी था। “लेकिन अचानक COVID-19 का प्रकोप हुआ और हमने सोचा कि ब्याज फीका हो जाएगा। लेकिन हमने पूरी तरह से रिवर्स ट्रेंड देखा। बाजार नीचे जा रहे थे, लेकिन लोगों ने दोगुनी गति से शेयरों में निवेश करना शुरू कर दिया।” वह कहते हैं कि मार्च, अप्रैल, मई और जून पूंजी बाजार में आने वाले लोगों के मामले में सबसे अच्छे रहे हैं और मार्च और अप्रैल के महीनों में सबसे ज्यादा डीमैट खाते खोले गए हैं। लॉकडाउन के दौरान लोगों के कम खर्च और भविष्य के अनिश्चित होने के साथ, प्रकर्ष का कहना है कि निवेशक की मानसिकता में भारी बदलाव आया है। “इसलिए वे निवेश की ओर अधिक आ रहे हैं। यह एक बहुत ही स्वस्थ प्रवृत्ति है, और एक बहुत अच्छी प्रवृत्ति है, जो मुझे लगता है कि यह लंबे समय तक जारी रहेगा।”
कैटरिंग-टू फर्स्ट टाइम इनवेस्टर्स
“हमारे बहुत से निवेशक पुराने समय के हैं। इसलिए वे बुनियादी सवालों के साथ आते हैं कि फंड कैसे ट्रांसफर किया जाए और क्या दस्तावेज दिए जाएं। इन प्रश्नों को हल करने के लिए 5paisa.com ने हिंदी में एक निर्देशात्मक वीडियो बनाया है जिसे वे अपने परिचयात्मक ईमेल के साथ साझा करते हैं। “वीडियो अधिक लोग देखते है। इसलिए, हमने अपनी वीडियो सूची, प्रशिक्षण इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य और लोगों को प्रक्रिया ज्ञान प्रदान करने पर अपनी पूरी ऊर्जा केंद्रित की। हमारे YouTube चैनल के 1.1 लाख से अधिक ग्राहक हैं, जो उद्योग में सबसे अधिक है। हमारे पास इन वीडियो पर एक महीने में पांच से छह मिलियन व्यूज हैं। हमने शुरू से ही इन वीडियो को हिंदी में बनाने का फैसला किया, ताकि हिंदी बेल्ट के ग्राहकों को किसी भी तरह की बाधाओं का सामना न करना पड़े।” जब निवेश की सलाह देने की बात आती है, तो प्रकर्ष कहते हैं, "मुझे अपना अस्वीकरण बताएं कि मैं सलाह देने में कोई विशेषज्ञ नहीं हूं, इसलिए कृपया वित्तीय सलाहकार से पूछें।" वे कहते हैं कि कुछ क्षेत्र जैसे कृषि-संबंधित तार्किक विकल्प हैं क्योंकि, “लोग खाना बंद नहीं करते हैं। वास्तव में, वे तब से अधिक खा रहे होंगे जब वे घर में फंसे होंगे।” उर्वरक, जो कि एक संबद्ध क्षेत्र है, निजी गतिशीलता, तेल और प्राकृतिक गैस और फार्मा, सभी ऐसे क्षेत्र हैं जिनके बारे में प्रकर्ष का मानना है कि उनमें अच्छी संभावना है।
नए रास्तों की तलाश
5paisa.com ने हाल ही में पीयर-टू-पीयर लेंडिंग स्पेस में प्रवेश किया है। “यह भारत में अभी शुरुआती अवस्था में है। हालाँकि, भारत में ऋण देना सदियों पुराना है। ऐसे व्यवसाय हैं जिनके लिए अल्पकालिक ऋण की आवश्यकता होती है। ऐसे लोग हैं जिन्हें तीन महीने, छह महीने, इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य एक साल के ऋण की आवश्यकता होती है। दूसरी ओर, ऐसे लोग हैं जो पैसा देना चाहते हैं। मेरा मतलब है, यदि आप किसी भी व्यवसाय के आदमी से बात करते हैं, तो उसे किसी समय अल्पकालिक ऋण के रूप में किसी को पैसा उधार देना चाहिए। पूरा पीयर-टू-पीयर लेंडिंग प्लेटफॉर्म इसे व्यवस्थित करता है और नियामकों के दायरे में है, जो इन्वेस्टमेंट प्लान्स के उद्देश्य भारत में बहुत कठोर है। वह स्वीकार करते है कि यह एक कठिन समय है, और लोग वर्तमान में ऋण-ग्रस्त हैं। “लेकिन मुझे लगता है कि कुछ समय में यह बदल सकता है क्योंकि जिस क्षण हम अपने सामान्य जीवन में वापस जाएंगे, धन की आवश्यकता आएगी। मैं इस व्यवसाय के बारे में बहुत आशावादी हूं, और हम इसे अपने ग्राहकों के साथ आंतरिक रूप से और बाहरी रूप से भी बढ़ावा दे रहे हैं।
5paisa.com का उद्देश्य हमेशा वित्तीय उत्पादों पर रहा है, जिन्हें डिजिटल रूप से एंड-टू-एंड सर्व किया जा सकता है और इसके लिए किसी मानव हस्तक्षेप या कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती है। “हमने इक्विटी के साथ शुरुआत की थी, तब हमारे पास म्यूचुअल फंड, पर्सनल लोन और अब पीयर टू पीयर लेंडिंग थी। हम सोना और स्वास्थ्य बीमा बेचते हैं। हमारी ऊर्जा समानता पर केंद्रित है, जो एक महान गति देख रही है,” प्रकर्ष कहते हैं।
फिनटेक का भविष्य
प्रकर्ष का मानना है कि फिनटेक में ज्यादातर व्यवधान डिजिटल लेंडिंग, बैंकिंग और ब्रोकिंग के साथ पेमेंट स्पेस में हो रहा है। “लेकिन क्योंकि यह अत्यधिक विनियमित है, इसलिए उन्हें फिनटेक में आने के लिए एक मध्यस्थ बनने की आवश्यकता थी। एक दिलचस्प प्रवृत्ति नियो-बैंकिंग है। ऐसे खिलाड़ी हैं जो फुल-सर्विस बैंक और रजिस्टर्ड बैंक नहीं हैं, लेकिन सेवाएं दे रहे हैं। मुझे लगता है कि यह एक दिलचस्प जगह है। दूसरी बात, आपको भारत में अंतर्राष्ट्रीय निवेश कैसे मिलेगा? यह थकाऊ है और यह अत्यधिक विनियमित है। लेकिन मुझे लगता है कि यह एक दिलचस्प जगह है।