निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें

निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें
आयकर से निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें संबंधित सामान्य प्रश्न
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वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए निर्धारण वर्ष 2022-23
वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए निर्धारण वर्ष 2022-23 के लिए लागू विवरणी एवं प्रारूप
अस्वीकरण:इस पेज की सामग्री केवल अवलोकन और सामान्य मार्गदर्शन देने के लिए है और संपूर्ण नहीं है। सम्पूर्ण ब्यौरा और दिशानिर्देशों के लिए कृपया आयकर अधिनियम, नियम और अधिसूचनाएं देखें।
यह विवरणी निवासी ( साधारणतया निवासी नहीं के अलावा) उस व्यक्ति के लिए लागू होता है, जिसकी कुल आय निम्नलिखित स्रोतों से ₹ 50 लाख तक है।
वेतन/ पेंशन | एक गृह संपत्ति | अन्य स्रोत (ब्याज, परिवार की पेंशन, लाभांश आदि) | ₹ 5,000 तक की कृषि-आय |
ध्यान दें: आई.टी.आर. - 1 का उपयोग उस व्यक्ति द्वारा नहीं किया जा सकता है जो:
(a) किसी कंपनी में निदेशक है
(b) जिसके पास निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें पूर्व वर्ष के दौरान किसी भी समय किसी भी गैर-सूचीबद्ध इक्विटी शेयर रहे हों
(c) जिसके पास भारत से बाहर स्थित कोई भी संपत्ति (किसी भी संस्था में वित्तीय हित सहित) है
(d) जिसके पास भारत से बाहर स्थित किसी भी खाते में हस्ताक्षर करने का प्राधिकार है
(e) जिसके पास भारत से बाहर किसी भी स्रोत से आय निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें है
(f) वह व्यक्ति है जिसके मामले में कर धारा 194N के तहत काटा गया है
( g ) वह व्यक्ति जिसके भुगतान का मामला या कर की कटौती को ESOP पर स्थगित कर दिया गया है।
(h) जिसकी आय के किसी भी शीर्ष के तहत अग्रनीत हानि या अग्रानीत की जाने वाली हानि हो
यह विवरणी व्यक्ति और हिन्दु अविभाजित परिवार (एच.निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें यू.एफ.) के लिए लागू है।
यह विवरणी व्यक्ति और हिन्दु अविभाजित परिवार (एच.यू.एफ.) के लिए लागू है।
यह विवरणी एक व्यक्ति या हिंदू अविभाजित परिवार (एच.यू.एफ.) के लिए प्रयोज्य होता है, जो सामान्य रूप से निवासी या फर्म (एल.एल.पी. के अलावा) के अलावा निवासी है, जो एक निवासी है जिसकी कुल आय ₹ 50 लाख तक है और कारोबार या व्यवसाय से आय है जिसकी संगणना अनुमानित आधार पर (धारा 44AD / 44ADA / 44AE के तहत) और निम्नलिखित स्रोतों में से किसी आय से की जाती है:
₹ 5,000 तक की कृषि-आय
ध्यान दें: आई.टी.आर. - 4 का उपयोग उस व्यक्ति द्वारा नहीं किया जा सकता है जो:
(a) किसी कंपनी में निदेशक है
(b) जिसके पास पूर्व वर्ष के दौरान किसी भी समय किसी भी गैर-सूचीबद्ध इक्विटी शेयर रहे हों
(c) जिसके पास भारत से बाहर स्थित कोई भी संपत्ति (किसी भी संस्था में वित्तीय हित सहित) है
(d) जिसके पास भारत से बाहर स्थित किसी भी खाते में हस्ताक्षर करने का प्राधिकार है
(e) जिसके पास भारत से बाहर किसी भी निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें स्रोत से आय है
(f) वह व्यक्ति है जिसके मामले में ESOP पर कर भुगतान की राशि या कर कटौती को आस्थगित कर दिया गया है
(g) जिसकी आय के किसी भी शीर्ष के तहत अग्रनीत हानि या अग्रानीत की जाने वाली हानि हो
कृपया ध्यान दें कि आई.टी.आर.-4 (सुगम) अनिवार्य नहीं है। यह एक सरलीकृत विवरणी फ़ॉर्म है जिसका उपयोग एक निर्धारिती द्वारा अपनी इच्छानुसार किया जा सकता है, यदि वह कारोबार या व्यवसाय से लाभ और अभिलाभ को धारा 44AD, 44ADA या 44AE के तहत अनुमानित आधार पर घोषित करने के लिए योग्य हो।
Mutual Fund Calculation: सालाना 50 हजार रुपये का निवेश करने पर 10 साल बाद मिलेगा इतना रिटर्न
डीएनए हिंदी: सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) है. इसमें आप SIP यानि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए और एकमुश्त निवेश कर सकते हैं. अगर आप एकमुश्त पैसा निवेश करना चाहते हैं तो आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं. आप स्वयं या किसी वित्तीय सलाहकार की सहायता से फंड का चयन कर सकते हैं. अगर आपको 10 साल के लिए 50,000 रुपये एकमुश्त निवेश करना है तो आपके लिए यह समझना भी जरूरी है कि दस साल बाद आपको कितना रिटर्न मिल सकता है.
यहां निवेश पर रिटर्न की गणना को समझें
फिक्स्ड फंड (Fixed Fund) में 10 साल बाद कितना रिटर्न मिलेगा. इसके अनुमान को एक गणना (mutual funds Lumpsum Calculator) की मदद से समझा जा सकता है. उस समय कैलकुलेशन में रिटर्न ज्यादा भी हो सकता है. एक इन्वेस्टर के मुताबिक अगर आप 10 साल के लिए एकमुश्त म्यूचुअल फंड में 50,000 रुपये का निवेश करते हैं और सालाना 12 फीसदी रिटर्न की उम्मीद करते हैं तो 10वें साल में आपको कुल 77,646 रुपये मिलेंगे. इसमें अनुमानित रिटर्न 52,646 रुपये और आपकी निवेश राशि 25 हजार रुपये है.
अगर आप SIP के जरिए निवेश करते हैं
अगर आप हर महीने 25 हजार रुपये एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश करते हैं तो 10वें साल में आपको 12 फीसदी सालाना रिटर्न के हिसाब से कुल 58,08477 रुपये मिलते हैं. इसमें आप 10 साल में कुल 30 लाख रुपये का निवेश करते हैं और इस पर आपको 28,08477 रुपये का रिटर्न मिलता है. बता दें कि म्यूचुअल फंड के दो माध्यमों में से किसी एक के माध्यम से आपको निवेश पर बेहतर रिटर्न मिलता है.
लंपसम कैलकुलेटर कैसे मददगार है?
जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो लंपसम कैलकुलेटर आपको निवेश और रिटर्न का एक व्यापक अकाउंट देता है. इसकी मदद से आप फिक्स्ड रिटर्न (Fixed Return), टोटल रिटर्न (Total Return), एनुअल रिटर्न (Annual Return), प्वाइंट टू प्वाइंट रिटर्न (Point to Point Return) समेत कई चीजों को समझ सकते हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
Mutual Fund Calculation: सालाना 50 हजार रुपये का निवेश करने पर 10 साल बाद मिलेगा इतना रिटर्न
डीएनए हिंदी: सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) है. इसमें आप SIP यानि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए और एकमुश्त निवेश कर सकते हैं. अगर आप एकमुश्त पैसा निवेश करना चाहते हैं तो आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं. आप स्वयं या किसी वित्तीय सलाहकार की सहायता से फंड का चयन कर सकते हैं. अगर आपको 10 साल के लिए 50,000 रुपये एकमुश्त निवेश करना है तो आपके लिए यह समझना भी जरूरी है कि दस साल बाद आपको कितना रिटर्न मिल सकता है.
यहां निवेश पर रिटर्न की गणना को समझें
फिक्स्ड फंड (Fixed Fund) निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें में 10 साल बाद कितना रिटर्न मिलेगा. इसके अनुमान को एक गणना (mutual funds Lumpsum Calculator) की मदद से समझा जा सकता है. उस समय कैलकुलेशन में रिटर्न ज्यादा भी हो सकता है. एक इन्वेस्टर के मुताबिक अगर आप 10 साल के लिए एकमुश्त म्यूचुअल फंड में 50,000 रुपये का निवेश करते हैं और सालाना 12 फीसदी रिटर्न की उम्मीद करते हैं तो 10वें साल में आपको कुल 77,646 रुपये मिलेंगे. इसमें अनुमानित रिटर्न 52,646 रुपये और आपकी निवेश राशि निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें 25 हजार रुपये है.
अगर आप SIP के जरिए निवेश करते हैं
अगर आप हर महीने 25 हजार रुपये एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश करते हैं तो 10वें साल में आपको 12 फीसदी सालाना रिटर्न के हिसाब से कुल 58,08477 रुपये मिलते हैं. इसमें आप 10 साल में कुल 30 लाख रुपये का निवेश करते हैं और इस पर आपको 28,08477 रुपये का रिटर्न मिलता है. बता दें कि म्यूचुअल फंड के दो माध्यमों में से किसी एक के माध्यम से आपको निवेश पर बेहतर रिटर्न मिलता है.
लंपसम कैलकुलेटर कैसे मददगार है?
जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो लंपसम कैलकुलेटर आपको निवेश और रिटर्न का एक व्यापक अकाउंट देता है. इसकी मदद से आप फिक्स्ड रिटर्न (Fixed Return), टोटल निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें रिटर्न (Total Return), एनुअल रिटर्न (Annual Return), प्वाइंट टू प्वाइंट रिटर्न (Point to Point Return) समेत कई चीजों को समझ सकते हैं.
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Mutual Funds : 12 साल में 5 गुना रिटर्न, 1 करोड़ के बन जाएंगे 5 करोड़, क्या आप करेंगे निवेश?
जानें कैसे आप 1 करोड़ रुपये प्राप्त कर सकते हैं साथ ही उसे 5 करोड़ रुपये की मोटी रकम में बदल सकते हैं? म्यूचुअल फंड निवेश में कंपाउंडिंग बहुत ही धीरे अपना प्रभाव दिखाता है. हालांकि वक्त के साथ यह तेज स्पीड पकड़ लेता है.
म्यूचुअल फंड को शेयरों की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है
Mutual Fund calculator: म्यूचुअल फंड गणना दिखाती है कि म्यूचुअल फंड निवेश में कंपाउंडिंग भले ही अपनी ताकत दिखाने में वक्त लेता है, लेकिन वक्त के साथ यह अपना असर दिखाना शुरु कर देता है, जो आप की निवेशित रकम को कई गुना बढ़ा देता है. बाजार में सैकड़ों की तादात में म्यूचुअल फंड स्कीम मौजूद हैं, जो निवेशक को कंफ्यूज करती है, जिसके चलते म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिम से भर जाता है. ऐसे में निवेशक रिसर्च व प्रोफेशल्स की सलाह से इन जोखिमों से बचते हुए अपनी रकम को तेजी से बढ़ा सकते हैं.
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आप ने निवेश के लिए 12 फीसदी तक सालाना रिटर्न देने वाले एक अच्छी स्कीम का चयन कर लिया है और आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के समय में आप के पास 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा हो. ऐसे में सवाल उठता है कि कितने समय में आप का म्यूचुअल फंड यह लक्ष्य हासिल करेगा?
Post Office TD: ये सरकारी स्कीम 10 लाख पर देगी 3.8 लाख ब्याज, 1 साल से 5 साल तक निवेश के हैं विकल्प
सामान्य तौर निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें पर बैंक में डिपॉजिट निवेश को 1 करोड़ रुपये तक पहुंचने में पूरी उम्र का समय लग जाएगा या फिर इसके लिए निवेशक को बड़ी रकम का निवेश करना पड़ेगा. जबकि म्यूचुअल फंड के जरिये निवेशक 25 साल से कम वक्त में 5 करोड़ रुपये तक जमा करने का अपना लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर सकते हैं, बशर्ते आप रुपये का निवेश करने के लिए तैयार हों. हर महीने मात्र 30,000 रुपये SIP कर 12 फीसदी का सालाना रिटर्न हासिल कर सकते हैं. गौर देने वाली खास बात ये है कि इस चक्रवृति ब्याज की गणना के मुताबिक आप की 1 करोड़ की रकम को 5 करोड़ होने में सिर्फ 12 साल का वक्त लगेंगा.
शुरुआत में 12% सालाना ब्याज के साथ 30,000 रुपये प्रति महीने के एसआईपी पर आप की रकम को 1 करोड़ होने में करीब 12 साल लगेंगे। इसके बाद 1 से 2 करोड़ तक पहुंचने में और 5 साल का वक्त लगेंगे. उसके बाद आपकी म्यूचुअल फंड राशि चक्रवृति ब्याज से टर्बोचार्ज हो जाएगी। 3 करोड़ रुपये तक पहुंचने में आपको सिर्फ 3 साल लगेंगे जबकि 3 करोड़ रुपये से 4 करोड़ रुपये तक का सफर सिर्फ 2 से 3 महीने में खत्म हो जाएगा. सबसे खास बात ये है कि आप की निवेश राशि को 5 करोड़ रुपयेहोने में दो साल से भी कम समय लगेगा.
क्या आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए?
म्यूचुअल फंड को शेयरों की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है क्योंकि वे आपको एकल फंड के माध्यम से कई कंपनियों या शेयरों में निवेश में विविधता लाने की अनुमति देते हैं।
फिनवे एफएससी के सीईओ रचित चावला की माने तो “सही समय की समझ होने पर म्यूचुअल फंड निवेश के लिए सबसे सुरक्षित स्कीम साबित हो सकती है. चाहे बाजार में कितना ही उतार चढाव क्यों न हो. म्यूचुअल फंड में निवेश करना सुरक्षित है क्योंकि निवेश लंबी अवधि के लिए हैं और अल्पकालिक उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए चिंता का विषय नहीं होना चाहिए”
उन्होंने कहा कि, “मुद्रास्फीति उन लोगों पर निवेश पर रिटर्न की गणना कैसे करें नेगिटिव असर डाल सकती है जिनके पास बैंक खाते में पैसा है, हालांकि यह उन लोगों पर असर नहीं डालेगा जिन्होंने लंबे समय तक स्मार्ट निवेश किया है. हालांकि हाई मुद्रास्फीति के परिणामस्वरूप शॉर्ट टर्म बाजार में अस्थिरता हो सकती है, लेकिन लंबी अवधि में नए अवसरों को खोलना निश्चित है; यही वह जगह है यहां म्यूचुअल फंड निवेश लाभदायक हो जाता है.”