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मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए?

मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए?
यहां अपनी छोटी बचत निवेश कर बना सकते हैं अच्छा फंड

कॉरपोरेट बॉन्ड पर क्यों फिदा हैं निवेशक, जानिये 1 साल में कितना दिया रिटर्न

कॉरपोरेट बॉन्ड में क्रेडिट रिस्क नहीं होता है। कॉरपोरेट बॉन्ड का निवेश AA+ रेट के पेपर में होता है।

कॉरपोरेट बॉन्ड पर निवेशक क्यों फिदा हैं। डूबते बाजार में कॉरपोरेट बॉन्ड आपकी मदद कैसे कर सकते हैं। FD या RD से कैसे बेहतर रिटर्न मिलेगा। योर मनी पर कॉरपोरेट बॉन्ड बारीकियां जानिये। बाजार की अनिश्चित चाल में किस फंड पर कितना करें विश्वास? किस तरह के फंड आपके लक्ष्य को पूरा करेंगे। जानिए फंड का फंडा, योर मनी पर एक्सपर्ट Wishfin के CEO & Co-founder, ऋषि मेहरा फाइनेंशियल प्लानिंग की सही दिशा बताएंगे।

कॉरपोरेट बॉन्ड में कमाई

अप्रैल-अगस्त के बीच इस कैटेगरी में 11,324 करोड रुपये जोड़े गए। पिछले 1 साल में कॉरपोरेट बॉन्ड में 8-11 प्रतिशत का रिटर्न मिला है। इसको डेट फंड में चल रही डिफॉल्ट और डाउनग्रेड का फायदा मिला है। कॉरपोरेट बॉन्ड में क्रेडिट रिस्क नहीं होता है। कॉरपोरेट बॉन्ड का निवेश AA+ रेट के पेपर में होता है।

इसमें कंपनियों के जरिए जारी किए गए डिबेंचर में निवेश किया जाता है। इसमें मध्यम से लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करना चाहिए। डेट फंड में रणनीति बनाने के लिए अच्छा विकल्प है। पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने पर जोर देना चाहिए।

कॉरपोरेट बॉन्ड में कमाई

FUND 1 साल में रिटर्न

HDFC Corporate Bond 11.55 प्रतिशत
ICICI Pru Corporate Bond 10.06 प्रतिशत
Franklin India Corporate Debt 10.91 प्रतिशत

सवाल: मेरी उम्र 34 साल है और मेरी आय 1 लाख रुपये प्रति महीना है। मेरा निवेश 10,000 रुपये प्रति महीना है और उसमें 10% की बढ़ोतरी हर साल करता हूं। मैने 70 लाख का होम लोन लिया है जिसकी EMI- 55,000 रुपये प्रति महीना है।

मेरा लक्ष्य कैसे हो पूरा

मुझे होम लोन री-पेमेंट के लिए 10 साल में 25 लाख रुपये चाहिए। शादी के लिए 20 साल में 25 लाख चाहिए। रिटायरमेंट के वक्त 25 साल में 2 करोड़ रुपये चाहिए।

मेरा पोर्टफोलियो इस प्रकार है

फंड राशि
Quantum Long Term Equity 2,000 रुपये
Franklin India Equity 2,000 रुपये
Sundaram Mid Cap 2,000 रुपये

निवेश के लिए स्ट्रैटेजी बताइये। क्या इन फंड्स में निवेश बेहतर है। क्या इस निवेश से लक्ष्य प्राप्त होगा और -2 अच्छे फंड को लेकर सलाह दें।

ऋषि मेहरा की सलाहः आपको निवेश के लिए रणनीति यह है कि आप Franklin India Equity Fund में बने रहे। Quantum Long Term Equity, Sundaram Mid Cap से निकल जाएं।

आपका नया पोर्टफोलियो इस प्रकार होना चाहिए

फंड राशि

Franklin India Equity 2,000 रुपये
DSP Midcap 2,000 रुपये
SBI Small Cap 2,000 रुपये

आप भी करते हैं 10 रुपये से कम वाले शेयर में निवेश, जानें- पेनी स्टॉक के रिस्क और फायदे?

बाजार में उतार-चढ़ाव के समय में सबसे ज्यादा नुकसान पेनी स्टॉक्स के निवेशकों को उठाना पड़ता है. कई बार ऐसा भी होता है कि एक बार में सारे पैसे डूब जाते हैं. साथ ही कई पेनी स्टॉक्स को ऑपरेट करने वाले भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भी शेयर खरीद कर दाम बढ़ाते हैं.

पेनी स्टॉक्स के बारे में

सरबजीत कौर

  • नई दिल्ली,
  • 19 अक्टूबर 2021,
  • (अपडेटेड 19 अक्टूबर 2021, 9:18 PM IST)
  • पेनी स्टॉक्स से निवेशक को दूर रहने की सलाह
  • बेस्ट क्वालिटी शेयरों में निवेश करना चाहिए
  • बाजार में गिरावट आने से पेनी स्टॉक्स सबसे ज्यादा प्रभावित

पिछले दो साल से शेयर बाजार में आ रही तेजी ने कई नए निवेशकों को निवेश के लिए आकर्षित किया है. ऐसे में सिर्फ लंबी अवधि के निवेशक ही नहीं, बल्कि ट्रेडिंग करने वालों को भी काफी फायदा मिल रहा है. लेकिन कई लोग जो बाजार में नए हैं उनके के पास सेविंग के ज्यादा पैसे नहीं होते हैं. ऐसे में वो लोग कम कीमत वाले शेयरों में पैसा लगाना चाहते हैं. जिनमें निवेश से उन्हें पैसे भी ज्यादा न लगाने पड़े और फायदा भी ज्यादा मिल जाए. लेकिन ऐसे शेयरों में मुनाफे से ज्यादा रिस्क बहुत होता है. इन्ही कम कीमत वाले शेयरों को जिनका मार्केट कैप भी कम होता है, उन्हें हम पेनी स्टॉक या भंगार शेयर कहते हैं. साधारण भाषा में जानें तो ज्यादातर जिन कंपनियों के शेयर 10 रुपये या उससे कम के होते हैं उन्हें पेनी स्टॉक्स कहा जाता है.

कितना रिस्क है:

पेनी स्टॉक्स सस्ते जरूर होते हैं लेकिन इनमें रिस्क बहुत ज्यादा होता है.

एस्कॉर्ट मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? सिक्योरिटी के रिसर्च हेड- आसिफ इकबाल का मानना है कि जैसे कि-बाजार अपने नए स्तर को छू रहा है और अबतक की सबसे ज्यादा तेजी है. ऐसे में निवेशकों को संभलकर रहने की जरूरत और बेस्ट क्वालिटी शेयरों पर निवेश करना चाहिए. अगर बाजार में यहां से गिरावट आई तो पेनी स्टॉक्स में सबसे ज्यादा नुकसान होगा. ये एक तरह से बर्निंग ट्रेन में यात्रा करने के समान है. इसलिए, इससे बेहतर हैं कि आप ट्रेन में बोर्ड करने से पहले ही संभल जाएं. पेनी स्टॉक्स में निवेश से पहले कंपनी के गुड मैनेजमेंट, बिजनेस और आउटलुक को देखना बहुत जरूरी है. साथ ही ये देखना अनिवार्य होता है कि कंपनी के पास जीरो डेट या कर्ज मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? ना के बराबर है.'

बाजार में उतार-चढ़ाव के समय में सबसे ज्यादा नुकसान पेनी स्टॉक्स के निवेशकों को उठाना पड़ता है. कई बार ऐसा भी होता है कि एक बार में सारे पैसे डूब जाते हैं. साथ ही कई पेनी स्टॉक्स को ऑपरेट करने वाले भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भी शेयर खरीद कर दाम बढ़ाते हैं. ऐसे समय में निवेशकों को बड़ी बारीकी से पेनी स्टॉक्स के रिस्क और मुनाफे को समझना होगा. बिना सही जानकारी के निवेश करने से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

आसिफ के मुताबिक-‘पेनी स्टॉक्स में 5 फीसदी से ज्यादा निवेश न करें. हमेशा किसी भी स्टॉक में पोजिशन लेने से पहले अपने स्टॉप लॉस को ध्यान में रखकर ही निवेश करें’.

पेनी स्टॉक की कीमत बहुत कम होती है. जिसकी वजह से पेनी स्टॉक्स को ऑपरेट करने वाले लोग शेयर में खुद ही पैसा लगाकर उसकी कीमत बढ़ा देते हैं. जिसकी वजह से बाजार में निवेश मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? रिटर्न और कीमत देखकर और निवेश करने लगते हैं. जिसका कारण है कि पेनी स्टॉक्स के शेयरों में तेजी आने लगती है. ऐसे समय में पेनी स्टॉक्स को ऑपरेट करने वाले शेयर को बेचकर निकल जाते हैं और मुनाफा कमा लेते हैं. इन सब बातों से कई बार नए निवेशक को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.

कितना फायदा:

पेनी स्टॉक्स की कीमत कम होने के कारण उनमें निवेश आसान होता है. कई बार बाजार में तेजी का फायदा ज्यादा होता है.

मान लिजिए उदाहरण के तौर पर X निवेशक ने किसी कंपनी के 5 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 10000 शेयर लिए. इन्वेस्टर ने कुल 50,000 रुपये का निवेश किया. अब शेयर की कीमत एक दिन में प्रति शेयर 10 रुपये तक गई. निवेशक को 5 रुपये प्रति शेयर का मुनाफा हुआ. कुल निवेश 50,000 रुपये का था जो बाजार में आई तेजी से बढ़कर 1,00,000 रुपये हो गया. यानी की एक दिन में 50,000 रुपये से अधिक का फायदा संभव है. बाजार में तेजी के रूख से सबसे ज्यादा फायदे की संभानवा होती है.

प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटी के डायरेक्टर, अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक-‘आमतौर पर बाजार में जब तेजी का रुख आता है तो पेनी स्टॉक्स ही सबसे पहले भागते हैं और बाजार के गिरते ही लोग पेनी स्टॉक्स को भूलना शुरू कर देते हैं. ऐसा नहीं है कि सभी पेनी स्टॉक्स में निवेश करना खराब होता है. बिजनेस मॉडल कैसा है, फ्यूचर कैसा है, कितना कर्ज है ये सब पहले देख लें उसके बाद ही उस पेनी स्टॉक में निवेश करें’.

लेकिन कई बार स्थिति काफी अलग होती है. अविनाश का मानना है कि-‘पेनी स्टॉक्स जिनका बिजनेस मॉडल खराब है, जिस पर कर्ज है वो सबसे ज्यादा क्लासिक केस होते हैं जिनकी अंडरलाइंग वैल्यू बिना किसी कारण या सही तर्क के बढ़ जाती है. सबसे बेहतरीन उदाहरण है दीवान हाउसिंग, सुजलॉन, यस बैंक जैसी कंपनियां का, जहां रिटेल इन्वेस्टर्स ने अपने हिस्से को अचानक से बढ़ा दिया और इन कंपनियों के शेयर में इंस्टीट्यूशनल निवेशक आज बाहर हैं.’

अगर किसी के पास सीमित कैपिटल है और जिनके पास 100 फीसदी कैपिटल नुकसान को झेलने की शक्ति न हो तो ऐसे में उन लोगों को पेनी स्टॉक्स में निवेश नहीं करना चाहिए. इससे साफ है कि मुनाफ या रिवार्ड 5x या 20x संभव है. लेकिन, रिस्क की बात करें तो अगर पेनी स्टॉक्स सही परफॉर्म नहीं करेंगे तो निवेशक को 100 फीसदी कैपिटल नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.

आगे अविनाश कहते हैं कि-‘जहां तक पेनी स्टॉक में रिस्क और मुनाफे का सवाल है इसमें कोई मार्जिन की सुरक्षा गारंटी नहीं होती. साथ ही शेयर से जुड़े सभी उतार-चढ़ाव बाजार की खबरों पर निर्भर करता है. बहुत ही कम देखा गया है कि पेनी स्टॉक्स मल्टी बैगर के रूप में सामने आया. सबसे बेहतरीन उदाहरण है Symphony कंपनी का शेयर. कुछ साल पहले Symphony का शेयर 10 रुपये के नीचे था और आज की तारीख में देखें तो कंपनी का शेयर 2000 रुपये का शेयर है. लेकिन, ध्यान रहे कि पेनी स्टॉक्स में सक्कसेस रेट केवल 1 से 2 फीसदी के बीच का ही होता है.’

पेनी स्टॉक्स में निवेश करने से पहले रखें ध्यान:

·पेनी स्टॉक्स में निवेश करना हमेशा जोखिम भरा होता है. इसमें निवेशकों को लाभ से ज्यादा नुकसान का रिस्क होता है.
·लो-लिक्विडिटी की वजह से खरीद-बिक्री में मुश्किल होता है. साथ ही, उतार-चढ़ाव काफी होता है जिसकी वजह से अचानक कीमत के गिरने के निवेशकों को नुकसान सा सामना करना पड़ता है. इसलिए निवेशकों के लिए इन सब बातों का ध्यान देना जरूरी मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? है.
·कई बार निवेशकों कंपनी के बिना किसी भविष्य की योजना को देखे निवेश कर देते हैं. ऐसे में निवेशकों को कंपनी की ग्रोथ का सही अंदाजा नहीं होता है और उन्हें नुकसान झेलना पड़ता है. इसका ध्यान देना बहुत जरूरी है.
·पेनी स्टॉक्स की ऊपर जाने की सीमा नहीं इसलिए गिरावट का भी उतना खतरा रहता है.
·केवल 2-3 शेयरों में निवेश करना बुद्धिमानी, केवल शॉर्ट-टर्म के लिए करें निवेश.
·पेनी स्टॉक से जुड़े अफवाहों पर ना जाएं. साथ ही, जल्दबाजी में निवेश करने के बचें.
·याद रखें, पेनी स्टॉक "उच्च जोखिम वाले" स्टॉक की तरह. खुदरा निवेशकों के लिए,म्यूचुअल फंड्स अधिक सुरक्षित हैं.
·कई बार पेनी स्टॉक ऑपरेट करने वाले शेयर में पैसा लगाकर कीमत बढ़ाते है. जिसके कारण रिटर्न और कीमत से होते हैं निवेशक आकर्षित. इसपर ध्यान दें.
· स्टॉक ऑपरेटर तेजी का फायदा उठाकर बाद में बेच देते हैं शेयर. इसलिए स्टॉक ऑपरेटर की चाल से निवेशक रहें सावधान.
·हमेशा कंपनी की ग्रोथ, योजनाओं को ध्यान में रखकर करें निवेश. साथ ही, बिजनेस मॉडल, फ्यूचर, कर्ज देखकर करें पेनी स्टॉक में निवेश
·पेनी स्टॉक्स में अगर ट्रेडिंग कर रहें हैं तो बच कर रहें. लंबी अवधि के निवेशक हमेशा रहें दूर.

लोगों को यही सलाह है कि वो पेनी स्टॉक्स में अगर ट्रेडिंग कर रहे हैं तो बच कर रहें और कोई लालच ना करें. बिना स्टॉपलॉस के ट्रेड ना करें और अपना सौदा हमेशा टारगेट के पूरा होते ही काट लें वरना भारी नुकसान बाद में झेल सकते हैं. अच्छे निवेशकों को यही सलाह है कि पेनी स्टॉक्स में निवेश से दूर रहें और फंडामेंटल मजबूत कंपनियों में निवेश करें. कंपनी की आर्थिक, बैलेंस शीट जरूर चेक करें. सबसे अहम बात है कि बिना किसी निवेश सलाहकार के कभी निवेश न करें. अगर अधूरे ज्ञान के साथ आप निवेश करेंगे तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसलिए हमेशा समझदारी से सोच-समझकर निवेश करें.मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए?

किस मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? उम्र से निवेश की शुरुआत करें

दुनिया भर में सबसे सफल लोग वो लोग हैं, जिन्होंने शुरुआत प्लानिंग के साथ करी जाहे ये उनके पेशेवर करियर में हो या वित्तीय निवेश में हो। ऊंचाइयों तक पहुंचना और सभी अवरोधों को पार करना इतना आसान नहीं है। कदम दर कदम सफल लोगों ने वह हासिल किया है जो अब उनके पास है - सम्मान, धन और शक्ति। यह कुछ दिनों या महीनों की बात नहीं है, बल्कि वर्षों और दशकों की मेहनत और भक्ति की भी है। निवेश शुरू करने के लिए एक आदर्श उम्र तब होती हैं, जब आप वित्तीय तौर पर एक नियमित आय अर्जित करते है। भारतीय संदर्भ में, यह आमतौर पर 24-27 वर्ष की आयु में होती हैं।

जल्दी क्यों शुरू करें?

जीवन में शुरुआती निवेश आरंभ करने के साथ लाभ भी होता हैं | क्योंकि प्रारंभिक आयु अधिक प्रभावशाली होती है, आप जो सीखते हैं वह जीवन भर आपके साथ रहता है। यह अनुभव आपको न केवल निवेश में, बल्कि जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी उतार-चढ़ाव में प्रबंधन करने का एक विचार देता हैं।

जब आप जीवन की शुरुआत करते हैं, तो आपके पास अपने विचारों को निहितार्थ के माध्यम से विभिन्न आज़माने के लिए सीखने और व्यवस्थित करने के लिए बहुत समय होता है। जल्दी शुरू करने का एक सबसे बड़ा लाभ यह होता है, कि यह एक व्यक्ति को अपने निवेश दृष्टिकोण में अनुशासित होना सिखाता है। एक अधिक विवेकपूर्ण तरीके से अपने खर्च और बचत का प्रबंधन करना सिखता है।जल्दी निवेश शुरू करने का दूसरा फायदा कंपाउंडिंग की शक्ति होती है।

मुझे कहां निवेश करना चाहिए?

एक व्यक्ति किस तरह का निवेश करता है, यह पूरी तरह से व्यक्तिगत निवेशक की प्रोफाइल पर निर्भर करता है। यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो जीवन में जल्दी उच्च जोखिम लेने के लिए तैयार होते हैं और आपके पास व्यक्तिगत कंपनी के वित्तीय और व्यवसाय का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय और विशेषज्ञता है, तो आप सीधे शेयर बाजार में निवेश करने का प्रयास कर सकते हैं। हालांकि, यदि किसी व्यक्ति का कैरियर अलग स्ट्रीम में है और वह अपने निवेश के लिए पर्याप्त समय नहीं दे सकता है, तो म्यूचुअल फंड को लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक माना जाता है। आपकी जोखिम की श्रमता के आधार पर आप इक्विटी या डेट फंड में से चुन सकते है। यदि कोई बहुत सुरक्षित निवेश की तलाश में है, तो फिक्स्ड डिपोसिट जमा या सरकारी बॉन्ड में निवेश का विकल्प भी है। हालाँकि, जब कोई शुरुआती कर रहा होता है तो इनकी सिफारिश नहीं की जाती है क्योंकि इनमें से रिटर्न पहले बताए मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? गए साधनों की तुलना में बहुत कम होता है।

कंपाउंडिंग क्या है?

अब आपको कंपाउंडिंग से परिचित करवाते हैं। जब निवेश का विषय उठता है, तो कोई कंपाउंडिंग की शक्ति को नजरअंदाज नहीं कर सकता है। यह एक अवधारणा है जो निवेश को लंबी अवधि के लिए तेजी से अपने रिटर्न को बढ़ाने की अनुमति देता है। आइए कोशिश करें और समझें कि यह कैसे काम करता है;- मान लें कि एक उपकरण में आप 1,000रु निवेश मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? करते हैं, जो प्रतिवर्ष 10% से देते है। यदि आप एक वर्ष के अंत में इस राशि को वापस लेते हैं, तो निकासी के लिए उपलब्ध कुल योग 1,100 रु, यानी 100रुपये का लाभ होता हैं| हालाँकि, यदि आप 2 वर्षों के लिए इस राशि का निवेश करते हैं, तो लाभ 2 गुना 100 (या 200 रु) नहीं होगा, बल्कि यह 1,210रु है, क्योंकि दूसरे वर्ष में आप अतिरिक्त 10% पर भी अर्जित करेंगे।

पहले वर्ष में अर्जित ब्याज की 100 रुपये थी। 10 रुपये की अतिरिक्त राशि काफी कम लग सकती है। तथापि, यदि हम इसे एक बड़े प्रारंभिक निवेश के लिए एक्सट्रपलेशन करने के लिए कर रहे हैं और एक लंबे समय के क्षितिज परिणाम आश्चर्यजनक हो सकते हैं।आज 10 लाख रुपये का निवेश अगर 20 साल के लिए 10% के सालाना रिटर्न पर निवेश किया जाए, तो एक चौंका देने वाला 67,27,500 रु (57 लाख रुपये से अधिक का लाभ) होगा। यह लाभ केवल अगर आप हर साल 10% रिटर्न वापस लेना चाहते हैं तो 20 लाख रुपए हैं।

निष्कर्ष

जैसा कि इस लेख से स्पष्ट है, जल्दी निवेश शुरू करने और रखने के लाभ बहुत बड़े हैं। सबसे पहले, एक व्यक्ति उच्चतर अपेक्षित रिटर्न निवेश दांव लगा सकता है, क्योंकि आपके पास समय है। अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि निवेशित रहकर और चक्रवृद्धि के माध्यम से रिटर्न पर कमाई से किसी की संपत्ति कई गुना अधिक समय तक बढ़ सकती है।

आपके पोर्टफोलियो में Global Equity Fund क्यों जरूरी है और यह आपके निवेश को कैसे फायदा पहुंचा सकता है?

आपके पोर्टफोलियो में Global Equity Fund क्यों जरूरी है और यह आपके निवेश को कैसे फायदा पहुंचा सकता है?

डीएनए हिंदी: ग्लोबल फंड (Global Fund) आपको अपने देश सहित दुनिया में कहीं भी निवेश करने की पॉवर देते हैं. यह सिक्योरिटीज के वैश्विक ब्रह्मांड से सर्वोत्तम निवेश की पहचान करने में मदद करता है. उन्हें निष्क्रिय रूप से भी प्रबंधित किया जा सकता है. आप अपने पोर्टफोलियो में अलग-अलग शेयर जोड़ कर अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बना सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय निवेश पर विचार करते समय वैश्विक फंड का चयन करें, यह आपके जोखिम को कम करने में मदद करेंगे.

मार्केट को उभरते और सीमावर्ती, दो अलग-अलग विकसित बाजारों में बांटा गया है. यहां हर कैटेगरी में अपनी श्रेणी और जोखिम वाले देश शामिल होते हैं. जोखिम से बचने के सबसे बड़े अवसर हासिल करने के लिए, निवेशक को उभरते बाजारों का चयन करना चाहिए, क्योंकि ऐसे देश दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाएं हैं. इसके चलते ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

जैसे म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में स्थानीय स्तर पर निवेश करने के 2 विकल्प इक्विटी फंड या डेट फंड के तौर पर मौजूद हैं. वैसे ही वैश्विक स्तर पर भी आप ग्लोबल डेट (Global Debt) या ग्लोबल इक्विटी फंड (Global Equity funds) चुन सकते हैं.

ग्लोबल डेट

ग्लोबल डेट श्रेणी में बहुत सारे फंड के साथ, कुछ हाई-प्रोफाइल प्रतिनिधि फंडों में वैनगार्ड टोटल इंटरनेशनल बॉन्ड इंडेक्स फंड (anguard Total International Bond Index Fund) शामिल है, जिसके पास जून 2020 के अंत तक शुद्ध संपत्ति में 142 बिलियन डॉलर से अधिक है. अमेरिकन फंड्स कैपिटल वर्ल्ड बॉन्ड फंड (Capital World Bond Fund), जिसकी कुल संपत्ति 13 बिलियन डॉलर से अधिक है और 11 अरब डॉलर से अधिक की शुद्ध संपत्ति के साथ पिमको इंटरनेशनल बॉन्ड फंड (PIMCO International Bond Fund) है. ग्लोबल डेट फंड की विभिन्न विशेषताओं और आवंटन के साथ, प्रत्येक यू.एस. और गैर-यू.एस. फिक्स्ड-इनकम सिक्योरिटीज के विभिन्न विविध पोर्टफोलियो में निवेश करता है.

ग्लोबल इक्विटी

ग्लोबल इक्विटी फंड (Global Equity fund) के साथ आप घरेलू और दुनिया भर में स्टॉक खरीद सकते हैं और आवंटन रणनीतियों और प्रबंधन शैलियों के सैकड़ों संयोजनों में आ सकते हैं.

लार्ज-कैप ग्लोबल इक्विटी स्पेस में शामिल प्रमुख फंड हैं, अमेरिकन फंड्स न्यू पर्सपेक्टिव फंड (American Funds New Perspective Fund) जिसकी शुद्ध संपत्ति जून 2020 के अंत तक 95 बिलियन डॉलर से अधिक है. अमेरिकन फंड्स कैपिटल वर्ल्ड ग्रोथ एंड इनकम फंड (American Funds Capital World Growth and Income Fund) की शुद्ध संपत्ति 91.2 बिलियन डॉलर और फर्स्ट ईगल ग्लोबल फंड (First Eagle Global Fund), जो 41 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन करता है.

बड़ा सवाल?

क्या आपके भारतीय पोर्टफोलियो में ग्लोबल फंड मायने रखता है? जवाब आसान है मेरे दोस्त. मैंने आपको कई कारण बताए हैं कि आपकी निवेश यात्रा में एक अंतरराष्ट्रीय इक्विटी फंड क्यों ज्यादा मायने रखेगा.

1. भारत की जीडीपी वृद्धि धीमी है और इसे एक या दो चौथाई से अधिक आकार में वापस लाने में मदद मिलेगी. भारतीय इक्विटी रैलियां तेजी से संकीर्ण होती जा रही हैं. अमेरिकी इक्विटी बाजारों में ऐसे मुद्दे नहीं हैं और इसलिए वे आकर्षक हो जाते हैं.

2. Google, Facebook, Amazon, Microsoft और Tesla जैसे वैश्विक दिग्गज भी भारत में तेजी से घरेलू नाम बन गए हैं। यदि आप फेसबुक और व्हाट्सएप पर एक साथ घंटों बिता रहे हैं, अमेज़ॅन पर ऑनलाइन खरीदारी करने और अपना कंप्यूटर चलाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट का उपयोग कर रहे हैं तो उनके शेयरों का स्वामित्व सामान्य ज्ञान है.

3. आप एक बटन दबाकर उनके शेयर खरीद सकते हैं और आपके बैंक खाते को घरेलू एएमसी (AMC) से जोड़ने में 10 मिनट से अधिक समय नहीं लगेगा जो इन कंपनियों में निवेश करने वाले फंड की पेशकश कर रहा है.

4. यह काफी सुविधाजनक भी है. आप इन शेयरों को भारतीय रुपये में एक फंड के जरिए खरीदते हैं. याद रखें, भारतीय रिजर्व बैंक आपको विदेशी संपत्ति में प्रति वर्ष 250,000 डॉलर तक निवेश करने की अनुमति देता है.

5. वैश्विक टेक दिग्गजों और अमेरिकी फॉर्च्यून 100 कंपनियों के बीच कमाई कैसे बढ़ रही है? साल दर साल और तिमाही दर तिमाही देखिए कहां ज्यादा निवेश हो रहा है.

6. Google, FB, Microsoft, Amazon और Tesla की कमाई ने पिछले एक दशक में उदारतापूर्वक काम किया है और ये कंपनियां अब वैश्विक कारोबार चला रही हैं.

7. आमतौर पर, अमेरिकी बाजार भारतीय शेयरों की तुलना में मंदी के दौर में कम पड़ जाता है और इन शेयरों के साथ ऐसे इक्विटी फंड का स्वामित्व आपके भारतीय पोर्टफोलियो के लिए बेहतर साबित होगा.

यहां कुछ और फंड दिए गए हैं जिन पर आप गौर कर सकते हैं:

1. Franklin Feeder Fund Franklin US Opportunity Fund: लंबी अवधि में उत्कृष्ट प्रदर्शन. टेक और ऑन-ग्राउंड अमेरिकी व्यवसायों का उत्कृष्ट पोर्टफोलियो.
2. ICICI Prudential US BlueChip Equity Fund: यूएस फॉर्च्यून 100 कंपनियों की सूची से संबंधित शीर्ष शेयरों में उत्कृष्ट विविधीकरण.
3. Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF / FoF: अगर आप वैश्विक प्रौद्योगिकी कहानी में विश्वास करते हैं तो यह फंड आपके लिए है.

यहां कुछ चीजें हैं जिन्हें आपको ग्लोबल फंड मैनेजमेंट के लिए चेक करना चाहिए

  • अंतर्राष्ट्रीय फंडों में निवेश के कम से कम पांच साल का ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए ताकि आप जान सकें कि फंड मैनेजर कम से कम एक बुल या बियर साइकिल से गुजरा है. यहां पर दोनों को ही महत्व देना जरूरी है.
  • वैश्विक निवेश का वादा करने वाले नए फंड ऑफर न खरीदें.
  • 10-15 फीसदी आपके घरेलू पोर्टफोलियो काग्लोबल फंडहोना चाहिए.
  • डायरेक्ट रूट और ग्रोथ विकल्प चुनें.
  • और अंत में, व्यय अनुपात को देखें. यह वह है जो फंड आपसे हर साल वसूलता है चाहे आप पैसा कमाएं या नहीं. अनुपात जितना कम होगा, फंड उतना ही बेहतर होगा.

वैश्विक फंड की रिव्यू और प्रमुख निष्कर्ष:

  • ग्लोबल फंड एक ऐसा फंड है जो निवेशक के अपने देश सहित दुनिया में कहीं भी स्थित कंपनियों में निवेश करता है.
  • वैश्विक फंड प्रतिभूतियों के वैश्विक ब्रह्मांड से सर्वोत्तम निवेश की पहचान करना चाहते हैं.
  • एक वैश्विक फंड एकल परिसंपत्ति वर्ग पर केंद्रित हो सकता है या कई परिसंपत्ति वर्गों को आवंटित किया जा सकता है.


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Investment Tips: छोटी-छोटी बचत बना देगी आपको अमीर, सिर्फ 1000 रुपये से इन योजनाओं में करें निवेश

Best Investment Options: पहली बार निवेश करने वालों के लिए पीपीएफ एक अच्छा विकल्प है। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। साथ ही इस निवेश विकल्प में कोई टैक्स (Tax) देनदारी नहीं है। यहां निवेशक को चक्रवद्धि ब्याज दर (Interest Rate) का फायदा मिलता है। यहां आप हर महीने 1,000 रुपये निवेश करें तो एक साल में आप 12,000 रुपये निवेश करेंगे। यहां आप 15 साल तक नियमित निवेश करेंगे तो कुल 1,80,000 रुपये निवेश मुझे डेट फंड्स में निवेश क्यों करना चाहिए? होंगे

Best Investment Options

यहां अपनी छोटी बचत निवेश कर बना सकते हैं अच्छा फंड

म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) इस समय काफी लोकप्रिय निवेश विकल्प है। अगर आप अपने निवेश पोर्टफोलियों में इक्विटी को शामिल कर अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प है। हालांकि, यह पीपीएफ और आरडी की तरह सुरक्षित निवेश विकल्प नहीं है। म्यूचुअल फंड में रिटर्न अच्छा मिलता है, लेकिन इसमें थोड़ा जोखिम भी होता है। एसआईपी (SIP) के जरिए हर महीने एक तय राशि म्यूचुअल फंड में निवेश की जाती है। अगर आप एक हजार रुपये की एसआईपी बनाते हैं, तो पांच साल में आप म्यूचुअल फंड में कुल 60,000 रुपये निवेश कर पाएंगे। इस राशि पर 10 फीसद के औसत रिटर्न के हिसाब से आपका 78,082 रुपये का फंड बनेगा। अगर आप निवेश की अवधि को 15 साल के लिए ले जाते हैं तो 1,80,000 रुपये जमा कर पाएंगे ओर 4,17,924 रुपये का फंड बनेगा।

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