टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं?

उन्होंने कहा कि ब्याज दरें ज्यादा आकर्षक हैं और महंगाई के आंकड़ों में भी कमी आ रही है। इससे निवेशकों को मिलने वाला रियल रिटर्न बढ़ रहा है। निवेशक को ऐसे माहौल में डेट फंड की सुरक्षा और लिक्विडटी के साथ कम दरों का फायदा मिल रहा है। कम और मध्यम अवधि के निवेश के नजरिए से 5 साल का समय एक आकर्षक समय है। सरकारी प्रतिभूतियों (सिक्योरिटीज) की तुलना में SDL काफी आकर्षक है। SDL और AAA PSU बॉन्डस उचित रूप से बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।
500 रुपए से निवेश का मौका: बिरला म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया निफ्टी SDL प्लस PSU इंडेक्स फंड, अच्छी टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? कंपनियों में यह फंड करेगा निवेश
आदित्य बिरला सनलाइफ म्यूचुअल फंड ने निफ्टी टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? SDL प्लस PSU बॉन्ड इंडेक्स फंड लॉन्च किया है। यह फंड सितंबर 2026 में मैच्योर होगा। टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? इस फंड में रकम टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? में से 60% रकम SDL में निवेश होगी जबकि 40% PSU बॉन्ड में निवेश होगी। इसमें कम से कम 500 रुपए का निवेश किया जा सकता है।
23 सितंबर को बंद होगा फंड
यह नया फंड 15 सितंबर को खुला है और 23 सितंबर को बंद होगा। यह एक ओपन एंडेड स्कीम है जो निफ्टी SDL प्लस PSU बॉन्ड सितंबर 2026 इंडेक्स टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? को ट्रैक करेगी। यह फंड मैच्योरिटी डेट के साथ टार्गेट मैच्योरिटी को परिभाषित करेगा। यह पूरी तरह से विविधीकृत पोर्टफोलियो वाली स्कीम है। चूंकि यह इंडेक्स फंड है, इसलिए इसमें निफ्टी SDL प्लस PSU बॉन्ड का प्रदर्शन दिखेगा।
पाबंदी के बावजूद दोगुने से ज्यादा हुआ देश से गेहूं का टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? निर्यात, अप्रैल-सितंबर के दौरान 148 करोड़ डॉलर रहा एक्सपोर्ट
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश से गेहूं के निर्यात में जबरदस्त उछाल आया टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? है. अप्रैल से सितंबर 2022 के दौरान देश से कुल 148 करोड़ डॉलर का गेहूं एक्सपोर्ट किया गया, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही के मुकाबले दो गुने से भी ज्यादा टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? है.
Indian Wheat export टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? more than doubles to USD 1.48 billion dollars in April-September 2022: मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान देश के गेहूं निर्यात में जबरदस्त उछाल आया है. अप्रैल से सितंबर 2022 के दौरान देश से कुल 148 करोड़ डॉलर का गेहूं एक्सपोर्ट किया गया, जो टार्गेट मैच्योरिटी फंड्स क्या हैं? पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही के मुकाबले दो गुने से भी ज्यादा है. अप्रैल से सितंबर 2021 के दौरान देश से कुल 63 करोड़ रुपये के गेहूं का निर्यात किया गया था. यह जानकारी बुधवार को वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से दी गई है.