निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए

POMIS अकाउंट खुलवाने के लिए आपको निचे दिए गए कागजातों की जरुरत पड़ेगी।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम क्या है? ब्याज दर, फायदे और पूरी जानकारी
बाकी अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों की ही तरह पोस्ट ऑफिस भी निवेश एक अच्छा माध्यम माना गया है। पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम, पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध बचत स्कीम में से एक है। इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत ये है की इसमें निवेश निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए किये गए रकम पर प्रत्येक महीने तय ब्याज राशि निवेशक को लाभ के रूप में दिया जा है।
इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे की पोस्ट ऑफिस मंथली स्कीम क्या है, साथ ही लेख के माद्यम से इस स्कीम से जुड़ी बाकी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जैसे इसमें दिया जाने वाला ब्याज दर, इससे जुड़े फायदे और विशेषताओं के बारे में आप जानोगे।
लेख में मौजूद सामग्री
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम क्या है?
पोस्ट ऑफिस मंथली स्कीम पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी किया गया टर्म डिपॉजिट स्कीम का एक हिस्सा है। इस स्कीम के अंतर्गत निवेशक निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए को प्रत्येक माह एक निश्चित राशि लाभ के रूप में दी जाती है। ये स्कीम वैसे निवेशकों के लिए एक बेहतर निवेश का विकल्प है, जो नियमित रूप से अपने निवेश से कुछ लाभ की उम्मीद करते हैं।
आसान शब्दों में अगर समझे तब: मान लें शर्मा जी ने इस स्कीम के तहत 4.5 लाख रूपए का निवेश अगले 5 वर्षों के लिए किया है, तब इस निवेश पर सालाना दिया जाने वाला 6.6% ब्याज के हिसाब से इन्हे प्रति महीने ₹2475 की राशि प्राप्त होगी।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में किसे निवेश करना चाहिए?
- पोस्ट ऑफिस मंथली स्कीम में निवेश वैसे निवेशक के लिए एक बेहतर जरिया है। जो पैसों को एक बार निवेश कर देने के पश्चात उससे प्रति महीने कुछ आय सृजन करना चाहते हैं।
- अगर कोई निवेशक लम्बी अवधी के लिए निवेश करना चाहता हो तब ये बेहतर विकल्प है।
- वैसे व्यस्क के लिए बेहतर विकल्प है जो अपने काम से रिटायर हो चुके हैं।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम ब्याज दर
इस स्कीम पर दी जाने वाली ब्याज दर को केंद्रीय सरकार और वित्त मंत्री द्वारा प्रत्येक तिमाही में निर्धारित किया जाता है। वर्तमान और इससे पहले इस स्कीम पर दिया जाने वाला ब्याज दर कुछ इस प्रकार है।
अवधि | ब्याज दर |
---|---|
1 अप्रैल 2017 से 30 जून 2017 तक | 7.6% |
1 जुलाई 2017 से 30 सितम्बर 2017 तक | 7.5% |
1 अक्टूबर 2017 से 31 दिसंबर 2017 तक | 7.5% |
1 जनवरी 2018 से 31 मार्च 2018 तक | 7.3% |
1 अप्रैल 2018 से 30 जून 2018 तक | 7.3% |
1 अप्रैल 2021 से 31 दिसंबर 2021 तक | 6.60% |
अवधी पूरा होने से निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए पहले पैसे निकालने से जुड़ी जानकारी
निकासी का समय | फायदे / नुकसान |
---|---|
एक साल की समय अवधी पूरा होने से पहले | कोई फायदा नहीं |
पहले से तीसरे साल के बीच में | पूरी जमा राशि से 2% की कटौती के बाद रकम वापसी। |
तीसरे से पांचवे साल के बिच में | पूरी जमा राशि से 1% निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए की कटौती के बाद रकम वापसी। |
- पूँजी सुरक्षित(Capital Protection): इस स्कीम की अवधी पूरी होने तक आपके द्वारा किया गया निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होता है। क्योंकि ये स्कीम सर्कार समर्थित योजनाओं का ही एक हिस्सा है।
- निश्चित अवधी: इस स्कीम की निश्चित अवधी 5 वर्ष है, लेकिन अगर कोई अवधी पूरी होने के बाद दुबारा निवेश करना चाहता हो तब भी ये भी सम्भव है।
- निश्चित रिटर्न: इस स्कीम के जरिये एक निश्चित रिटर्न ब्याज के रूप में प्रत्येक महीने निवेशक के खाते में अति है। जो एफडी से कहीं न कहीं अधिक होती है।
- टैक्स से राहत: इस स्कीम से मिलने वाली रिटर्न Section 80 C के अंतर्गत नहीं आती। इसके साथ ही इस पर TDS भी लागू नहीं होता।
- न्यूनतम जमा राशि: इस स्कीम में निवेश की शुरुआत कम से कम ₹1000 से की जा सकती है।
- भुगतान: अगर बात करें इससे जुडी भुगतान की तब आपके निवेश करने के ठीक पहले महीने से ही आपको इसका लाभ मिलने लगेगा।
- फंड मूवमेंट: इसकी एक और बड़ी खासियत ये है की इसमें जमा की हुई राशि को रेकरिंग डिपॉजिट में भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
- एक से ज़्यादा अकाउंट: इस स्कीम की सबसे ख़ास बात ये है निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए की इसमें एक ही व्यक्ति द्वारा एक से ज़्यदा अकाउंट खोला जा सकता है। लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है की सभी अकाउंट में मौजूद जमाराशि ₹4.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- जॉइंट अकाउंट की सुविधा: 2 या फिर 3 लोगों का नाम एक ही खाते में जोड़कर जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है।
- लाभ प्राप्त करना काफी आसान: इस स्कीम से मिलने वाले फायदे को सीधे जमाकर्ता के अकाउंट में ट्रांसफर करने की सुविधा होती है या फिर इसे पोस्ट ऑफिस से प्रति महीने लिया जा सकता है।
सोने में निवेश से पहले पढ़े इन 8 बातों को, नहीं तो प्रॉफिट के बजाय हो सकता है बड़ा नुकसान
अच्छे रिटर्न के लिए आप शेयर मार्केट, MF, SIP, प्रॉपर्टी समेत कई जगह निवेश कर सकते हैं। इन सभी में सोने के निवेश में लोगों का ज़्यादा फायदा दिखता है- पहला, एक तो सोने की कीमत भी बढ़ती रहती है और दूसरा इसको जरूरत के समय पहन भी सकते हैं। लेकिन बहुत लोग सोने की खरीददारी करते समय कई चीजे नजरअंदाज करते हैं, इससे उन्हें बाद में फायदे के बजाय नुकसान हो जाता है।
जानकारी पूरी रखें
सही जानकारी न होने के कारण जब आप अपने सोने को बेचने के लिए जाते हैं तो आपको उतना मूल्य निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए नहीं मिल पाता जितना मिलना चाहिए। सोने को आप लम्बे समय और मुसीबत के समय काम में आने के हिसाब से खरीदते हैं, इसलिए सोने की खरीदारी के समय आपको इन प्रमुख बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम ब्याज दर
इस स्कीम पर दी जाने वाली ब्याज दर को केंद्रीय सरकार और वित्त मंत्री द्वारा प्रत्येक तिमाही में निर्धारित किया जाता है। वर्तमान और इससे पहले इस स्कीम पर दिया जाने वाला ब्याज दर कुछ इस प्रकार है।
अवधि | ब्याज दर |
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1 अप्रैल 2017 से 30 जून 2017 तक | 7.6% |
1 जुलाई 2017 से 30 सितम्बर 2017 तक | 7.5% |
1 अक्टूबर 2017 से 31 दिसंबर 2017 तक | 7.5% |
1 जनवरी 2018 से 31 मार्च 2018 तक | 7.3% |
1 अप्रैल 2018 से निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए 30 जून 2018 तक | 7.3% |
1 अप्रैल 2021 से 31 दिसंबर 2021 तक | 6.60% |
अवधी पूरा होने से पहले पैसे निकालने से जुड़ी जानकारी
निकासी का समय | फायदे / नुकसान |
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एक साल की समय अवधी पूरा होने से पहले | कोई फायदा नहीं |
पहले से तीसरे साल के बीच में | पूरी जमा राशि से 2% की कटौती के बाद रकम वापसी। |
तीसरे से पांचवे साल के बिच में | पूरी जमा राशि से 1% की कटौती के बाद रकम वापसी। |
- पूँजी सुरक्षित(Capital Protection): इस स्कीम की अवधी पूरी होने तक आपके द्वारा किया गया निवेश पूरी तरह से सुरक्षित होता है। क्योंकि ये स्कीम सर्कार समर्थित योजनाओं का ही एक हिस्सा है।
- निश्चित अवधी: इस स्कीम की निश्चित अवधी 5 वर्ष है, लेकिन अगर कोई अवधी पूरी होने के बाद दुबारा निवेश करना चाहता हो तब भी ये भी सम्भव है।
- निश्चित रिटर्न: इस स्कीम के जरिये एक निश्चित रिटर्न ब्याज के रूप में प्रत्येक महीने निवेशक के खाते में अति है। जो एफडी से कहीं न कहीं अधिक होती है।
- टैक्स से राहत: इस स्कीम से मिलने वाली रिटर्न Section 80 C के अंतर्गत नहीं आती। इसके साथ ही इस पर TDS भी लागू नहीं होता।
- न्यूनतम जमा राशि: इस स्कीम में निवेश की शुरुआत कम से कम ₹1000 से की जा सकती है।
- भुगतान: अगर बात करें इससे जुडी भुगतान की तब आपके निवेश करने के ठीक पहले महीने से ही आपको इसका लाभ निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए मिलने लगेगा।
- फंड मूवमेंट: इसकी एक और बड़ी खासियत ये है की इसमें जमा की हुई राशि को रेकरिंग डिपॉजिट में भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
- एक से ज़्यादा अकाउंट: इस स्कीम की सबसे ख़ास बात ये है की इसमें एक ही व्यक्ति द्वारा एक से ज़्यदा अकाउंट खोला जा सकता है। लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है की सभी अकाउंट में मौजूद जमाराशि ₹4.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- जॉइंट अकाउंट की सुविधा: 2 या फिर 3 लोगों का नाम एक ही खाते में जोड़कर जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है।
- लाभ प्राप्त करना काफी आसान: इस स्कीम से मिलने वाले फायदे को सीधे जमाकर्ता के अकाउंट में ट्रांसफर करने की सुविधा होती है या फिर इसे पोस्ट ऑफिस से प्रति महीने लिया जा सकता है।
अंतिम शब्द
इस लेख के माध्यम से अपने जाना की पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम क्या है? साथ ही आपने ये भी जाना की इसमें खाता कैसे खुलवाया जाता है और इससे जुड़ी बाकी अन्य जानकारी जैसे इसमें लगने वाले दस्तावेज़, इसके फायदे और साथ ही इसकी विशेषताओं को भी आपने जाना। लेख से सम्बंधित किसी प्रकार की कोई सुझाव, शिकायत या सवाल आपके मन में हो तब निचे कमेंट करके हमें अवश्य बताएं, धन्यवाद्।
Q: क्या मंथली इनकम स्कीम सिंगल अकाउंट को जॉइंट अकाउंट में बदला जा सकता है?
उत्तर: हाँ।
Q: क्या मंथली इनकम स्कीम में नॉमिनी जोड़ सकते हैं?
उत्तर: हाँ, पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में नॉमिनी जोड़ने की सुविधा उपलब्ध है।
आकाश कुमार एक Tech-Enthusiast और एक Electronics and Communications Engineering Graduate हैं, और इनका Passion है ब्लॉगिंग करना और लोगो तक सही एवं शटीक जानकारी पहुँचाना। अपने फ्री समय में ये Spotify में गाना सुनना पसंद करते हैं।
Mutual Funds में कितने प्रकार निवेश करें?
Mutual Funds में दो प्रकार से निवेश किया जाता है
1. एकमुुश्त (लम्पसम)
जब आप किसी Mutual Funds में कुछ पैसे एक बार में ही निवेश करते हैं तो उन्हें एकमुश्त निवेश कहते हैं। यानी आप अपना पैसा जब मर्जी हो तब इसमें निवेश कर सकते हैं कोई पाबंदी नहीं और कोई समय का भी पाबंदी नहीं। यदि मार्केट हमेशा बढ़ता रहता है तो यह निवेश में ज्यादा मुनाफा होता है।
इसमें आप न्यूनतम ₹5000 से अपना निवेश शुरू कर सकते हैं। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।
एसआईपी (SIP) क्या है?
आज के समय में सबसे लोकप्रिय निवेश माना गया है। एसआईपी (SIP) का पूरा नाम सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान है। शेयर मार्केट चाहे ऊपर जाए या फिर नीचे आए दोनों स्थिति में एसआईपी करने वाले निवेशक को लाभ मिलता है।
एसआईपी (SIP) द्वारा निवेश करने पर प्रत्येक महीना हमारे बैंक खाता से निश्चित रुपया जो हम चाहते हैं वह अपने आप मुचल फंड में निवेश हो जाता है। शेयर बाजार के उतार चढ़ाव पर नजर ना रखने वालों के लिए यह सबसे अच्छा निवेश माना गया है।
यदि शेयर मार्केट नीचे चला जाता है तो उस समय हम को ज्यादा यूनिट प्राप्त हो जाता है क्योंकि NAV कम रहता है और जब शेयर मार्केट ऊपर उठता है उस समय हमारे पैसे की value पहले ज्यादा हो जाती है क्योंकि NAV ज्यादा होता है। इस प्रकार शेयर मार्केट की गिरने या बढ़ने दोोनों स्थिति में एसआईपी निवेशक लाभ कमाता है।
कौन सा Mutual Funds फंड में निवेश करें?
Mutual Funds में निवेश करनेे वाल निवेशकों के पास सबसे बड़ी समस्या यह है कि किस Mutual Funds में निवेश करें। आज के समय में 44 Mutual Funds कंपनी कंपनी हैै जिसके पास 2500 से ज्यादा स्कीम है।
आम निवेशक यह निर्णय नहीं ले पाता है कि हमें किस फंड में निवेश करना चाहिए और किस में नही।
मैं आपको टॉप 10 Mutual Funds स्कीम बता रहा हूं आपको जो अच्छा लगे उसमें आप निवेश कर सकते हैं। निवेश करने से पहले थोड़ा सा टाइम निकाल कर जिस Mutual Funds में निवेश कर रहे हैं उसके बारे में पूरी जानकारी जरूर हासिल कर लें।
एनपीएस कैलकुलेटर से समझें
यदि निवेशक की औसत आयु 21 वर्ष है ! वह एनपीएस ( NPS ) में हर महीने 2,000 रुपये निवेश करते हैं ! अगर आप 21 साल की उम्र से नेशनल पेंशन स्कीम ( National Pension Scheme ) से जुड़ते हैं और 60 साल की उम्र तक निवेश का लक्ष्य रखते हैं ! तो आपको 39 साल का निवेश समय मिलेगा !
- एनपीएस में मासिक निवेश : 2,000 रूपए
- 39 वर्षों में कुल योगदान : 9.36 लाख रूपए
- निवेश पर अनुमानित रिटर्न : 10%
- परिपक्वता पर कुल राशि : 1.15 करोड़ रूपए
- वार्षिकी खरीद : 40%
- अनुमानित वार्षिकी दर : 6%
- 60 वर्ष की आयु में पेंशन : 23,043 रूपए
एकमुश्त मिलेंगे 69.13 लाख रूपए
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली ( National Pension System ) में अगर आप 40 फीसदी एन्युटी (न्यूनतम जो रखने की जरूरत है) लेते हैं और एन्युटी रेट 6 फीसदी सालाना है ! तो Retirement के बाद आपको 69.13 लाख रुपये एकमुश्त और 46.01 लाख रुपये एन्युटी में जाएंगे ! अब इस वार्षिकी राशि से आपको हर महीने 23,043 रुपये पेंशन मिलेगी ! वार्षिकी राशि जितनी अधिक होगी, आपको उतनी ही अधिक पेंशन मिलेगी !
दरअसल, वार्षिकी आपके और बीमा कंपनी के बीच एक अनुबंध है ! इस अनुबंध के तहत राष्ट्रीय पेंशन योजना ( National Pension Scheme ) में राशि का कम से कम 40 प्रतिशत वार्षिकी खरीदना आवश्यक है ! यह राशि जितनी अधिक होगी, पेंशन राशि उतनी ही अधिक होगी ! वार्षिकी के तहत निवेश ( Investment ) की गई राशि सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन के रूप में प्राप्त होती है ! और एनपीएस की शेष राशि को एकमुश्त निकाला जा सकता है !
फंड मैनेजर निवेश (NPS Retirement Plan)
एनपीएस में जमा राशि के निवेश की जिम्मेदारी PFRDA द्वारा पंजीकृत पेंशन फंड मैनेजरों को दी जाती है ! वे निश्चित आय के साधनों के अलावा आपके निवेश को इक्विटी, सरकारी प्रतिभूतियों और गैर-सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं ! एनपीएस के तहत, आयकर अधिनियम की धारा 80CCD(1B) के तहत, आपको 50,000 रुपये तक के निवेश पर कर छूट का लाभ मिलता है ! अगर आपने सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की लिमिट पूरी कर ली है तो National Pension System आपको अतिरिक्त टैक्स सेविंग्स में भी मदद कर सकता है ! इस नेशनल पेंशन सिस्टम ( NPS ) की परिपक्वता पर 60 प्रतिशत तक की राशि निकालने पर कोई कर नहीं लगता है !
वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी के सीईओ कहते हैं ! नेशनल पेंशन स्कीम ( National Pension Scheme ) में हमेशा सेवानिवृत्ति बचत के निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए लिए अच्छे निवेश विकल्पों में से एक रहा है ! क्योंकि इसमें इक्विटी एक्सपोजर और डेट एक्सपोजर दोनों का लाभ देने की अनूठी क्षमता है ! निवेशक को अपने जोखिम प्रोफाइल के आधार पर इक्विटी और डेट के बीच निवेश अनुपात चुनने का विकल्प मिलता है ! इस प्रकार, एनपीएस उन लोगों के लिए सबसे अच्छे Investment विकल्पों में से एक है जो न्यूनतम जोखिम के साथ अच्छे रिटर्न की उम्मीद करते हैं !