शीर्ष 12 ट्रेडर्स

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसें के बीच आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाले इस सम्मेलन में भारत और डेनमार्क के बीच बौद्धिक संपदा में सहयोग से जुड़ा समझौता ज्ञापन होगा। इसके अलावा डेनमार्क अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन से भी […]
प्रो कबड्डी लीग सीजन 8 में टॉप-5 रेडिंग डुओ
प्रो कबड्डी लीग का आंठवा सीजन 22 दिसंबर 2021 से शुरू होने वाला है। सभी 12 टीमों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए अपनी तैयारी जोरों-शोरों से शुरू कर दी हैं। वे इस सीजन टाइटल अपने नाम करना चाहते हैं।
मजबूत रेडिंग पार्टनरशिप किसी भी समय कबड्डी के मैच को पलट सकती शीर्ष 12 ट्रेडर्स है। यही कारण है कि सभी फ्रेंचाइजी ने युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण अपनी टीम में जोड़ा है। उन्होंने दमदार रेडर्स को अपनी टीम में शामिल किया हैं जो आने वाले सीजन में बड़े महत्वपूर्ण साबित होंगे। आइए जानते हैं टॉप पांच रेडिंग जोड़ी के बारे में जो आगामी प्रो कबड्डी लीग सीजन में तहलका मचा सकती हैं।
नवीन कुमार और अजय ठाकुर (दबंग दिल्ली)
दबंग दिल्ली के पास नवीन कुमार और अजय ठाकुर के रूप में युवा और अनुभव का एक दिलचस्प मेल है। नवीन ने लगातार 21 सुपर10 और 301 रेड पॉइंट के साथ सीजन 7 में ‘मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर’ का पुरस्कार जीतकर खुद को एक युवा सनसनी के रूप में स्थापित किया है।
इसी बीच, अजय ठाकुर लीग के इतिहास में 800 अंक तक पहुंचने वाले चौथे खिलाड़ी बनने से बस 10 अंक ही दूर हैं। नवीन को टीम में अनुभवी अजय की मौजूदगी से काफी फायदा हो सकता है, क्योंकि अजय मैच के दौरान मेंटर की भूमिका निभा सकते हैं।
सिद्धार्थ देसाई और रोहित कुमार (तेलुगु टाइटंस)
तेलुगु टाइटन्स ने प्रो कबड्डी लीग सीजन 8 की नीलामी में अपने “बाहुबली” सिद्धार्थ देसाई को टीम में बरकरार रखने का फैसला किया। उन्होंने पिछले दो सीजन में जबरदस्त रेडिंग क्षमता दिखाई है, जिसमें प्रति गेम 10.11 रेड पॉइंट के औसत से 435 रेड पॉइंट हासिल किए हैं।
रोहित कुमार का आगमन तेलुगु टाइटन्स के रेडिंग आक्रमण को और बढ़ा देगा। रोहित के आत्मविश्वास से भरे नेतृत्व के साथ सिद्धार्थ की शीर्ष-उड़ान दोनों मिलकर टीम के लिए सही संतुलन बना सकते हैं, जो उन्हें सीजन 8 में अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने में कारगर साबित हो सकता है।
अश्विन का वनडे रैंकिंग में भी जलवा, शीर्ष 20 में पहुंचे
07 दिसम्बर 2011
वार्ता
संबर। भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पहली बार आईसीसी एकदिवसीय रैंकिंग में अपना स्थान शीर्ष 20 गेंदबाजों में बनाने में सफल हो गए हैं। चेन्नई के 25 वर्षीय इस समय तीन स्थान की छलांग के साथ 18वें स्थान पर हैं।
इसके युवा बल्लेबाज विराट कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखापट्टनम में दूसरे एकदिवसीय में अपने शानदार शतक की बदौलत आईसीसी एकदिवसीय रैंकिंग में एक स्थान के सुधार के साथ चौथे नंबर पर पहुंच गए हैं जबकि लगातार धमाकेदार पारियां खेल रहे रोहित शर्मा ने 21 स्थान की लंबी छलांग लगाई है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच एकदिवसीय शृंखला की समाप्ति के बाद बुधवार को जारी ताजा रैंकिंग में विराट जहां पांचवें से चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं वहीं रोहित 21 स्थान की छलांग के साथ 35वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
GST को सरल बनाए सरकार, CAIT ने ऐसा न होने पर 26 फरवरी को भारत बंद करने का किया ऐलान
Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: February 18, 2021 19:24 IST
Photo:PTI
26 फरवरी को बंद का ऐलान
नई दिल्ली। व्यापारियों के शीर्ष संगठन कैट ने बृहस्पतिवार को कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रावधानों की समीक्षा की मांग को लेकर भारत बंद के आह्वान के कारण देश भर में 26 फरवरी को सभी व्यावसायिक बाजार बंद रहेंगे। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी परिषद से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के कठोर प्रावधानों को समाप्त करने की मांग को लेकर शीर्ष 12 ट्रेडर्स 26 फरवरी को देश भर में 1500 स्थानों पर धरना दिया जाएगा। संगठन ने जीएसटी व्यवस्था को सरल और युक्तिसंगत बनाने के लिये कर प्रणाली तथा कर स्लैब की समीक्षा की मांग की है ताकि एक साधारण व्यापारी भी आसानी से माल एवं सेवा कर के प्रावधानों शीर्ष 12 ट्रेडर्स का पालन कर सके।
उप्र में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी : अजय कुमार लल्लू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हो रहे सिलसिलेवार न थमने वाली गैंगरेप की घटनाएं अनवरत जारी है। प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। लचर कानून व्यवस्था शीर्ष 12 ट्रेडर्स और दोषियों पर ठोस कार्रवाई न होने से प्रदेश में अपराधों की बाढ़ सी आ गयी है। ये बातें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय […]
भारत में 7 साल बाद फिर कपास की होगी बंपर पैदावार
चंडीगढ़। भारत में नए कपास सीज़न साल 2020-21 के लिए किसानों ने नकदी फसल खरीफ सफ़ेद सोना अर्थात कपास की बुआई अब तक करीब 2.11 फीसदी बढ़ाकर 130.37 लाख हेक्टेयर में कर ली है, जबकि पिछले साल इस समय तक लगभग 127.67 लाख हेक्टेयर भूमि में कपास गोल्ड की बुआई की थी। सूत्रों के अनुसार […]
पांच साल की संविदा देने वाली भाजपा खुद चंद महीनों के लिए संविदा पर है : अखिलेश यादव
लखनऊ। युवाओं को कड़ी परीक्षा पास करने के बावजूद पांच साल की संविदा देने वाले सत्ताधीश खुद चंद महीनों की संविदा पर कार्यरत है। भाजपा सरकार के साढ़े तीन साल के प्रदर्शन ने जनता को बता दिया है कि वह 5 साल तो क्या 5 दिन भी सरकार चलाने के लायक नहीं है। अब तक […]
चिराग और उपेन्द्र की दोनों गठबंधनों में हो रही अनदेखी : पप्पू यादव
पटना। एनडीए में चिराग पासवान और महागठबंधन में उपेन्द्र कुशवाहा की अनदेखी पर जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने नाराज़गी व्यक्त की। कहा, दलित समाज से आने वाले चिराग पासवान को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव किनारा कर रहे हैं। तेजस्वी यादव के अड़ियल रूख के कारण उपेन्द्र कुशवाहा […]
देश भर के कारोबारी PM मोदी के साथ, NDA के लिए चुनावों में करेंगे वोट
नईदिल्लीदेश भर के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने विभिन्न राजनैतिक दलों के चुनाव घोषणा पत्रों का व्यापक और बारीक अध्ययन करने के बाद और देश के भविष्यको मजबूत बनाने को ध्यान में रखते हुए देश भर में भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करने और 7 करोड़ व्यापारियों को एक वोट बैंक के रूप में लामबंद करते हुए वर्तमान लोकसभा चुनावों में भाजपाएवं एनडीए के सहयोगी दलों के पक्ष में मतदान करने का निर्णय लिया है ।
40 हजार से ज्यादा व्यापारी संगठनों का साथ
देश भर के 40 हजार से अधिक व्यापारी संगठनों के माध्यम से कैट इस सन्देश को देश के कोने कोने में व्यापारियों कोपहुंचाएगा और उन्हें भाजपा के पक्ष में समर्थन एवं मतदान करने का आग्रह करेगा वहीँ कैट के कानाफूसी अभियान के अंतर्गत देश भर में व्यापारी अपने प्रतिष्ठान में आने वाले ग्राहकों को भी भाजपा केसमर्थन के लिए प्रेरित करेंगे तथा अपने 30 करोड़ कर्मचारियों से भी भाजपा को वोट देने के लिए कहेंगे ! देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 195 लोकसभा सीेटें ऐसी हैं जिन पर व्यापारियों का प्रभुत्व हैऔर व्यापारियों का रूख इन सीटों पर चुनाव परिणाम तय कर सकता है ।