निवेश की अवधि

बेशक, बचत खाते (savings account) में धनराशि को रखने का कोई मतलब नहीं है। उतार-चढ़ाव भरे समय में दर में बदलाव के साथ बाजार को बहुत सटीकता के साथ आंकने की कोशिश न करें।
निवेश की अवधि
34 115E. (1) एक अनिवासी भारतीय की जा रही एक निर्धारिती की कुल आय, केवल लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ की तरह से या दोनों से निवेश आय या आय के होते हैं, उसकी कुल आय पर उसके द्वारा देय कर की राशि का होगा ऐसी आय का प्रतिशत बीस की दर पर इस तरह कुल आय पर कर की गणना आयकर 35 [***]
(2) एक अनिवासी भारतीय की जा रही एक निर्धारिती की कुल आय, उपधारा में निर्दिष्ट प्रकृति के किसी भी आय भी शामिल है जहां (1), उसकी कुल आय पर उसके द्वारा देय कर होंगें
(मैं) 36 [आयकर] उप - धारा के प्रावधानों के अनुसार उसके द्वारा देय (1) प्रकृति की आय पर कुल आय में शामिल है कि उप - धारा में करने के लिए भेजा है, प्लस
(Ii) उप - धारा में निर्दिष्ट प्रकृति की आय की राशि से कम के रूप में कुल आय पर आयकर प्रभार्य की राशि (1), कुल आय तो उसकी कुल आय गया कम था.
लंबी अवधि के लिए FD में क्यों अभी नहीं करें निवेश
कुछ बैंक 700 से 750 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी या FD) पर 7 फीसदी से ज्यादा ब्याज दे रहे हैं । मई के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से रीपो रेट (repo rate) में 190 आधार अंक (basis points) की बढ़ोतरी किए जाने के बाद से बैंक जमा (deposit) दरों को लगातार बढ़ा रहे हैं। मई में खुदरा महंगाई (retail inflation) दर बढ़कर 3 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
पैसा बाजार (Paisabazaar) के सीनियर डायरेक्टर गौरव अग्रवाल के मुताबिक बढ़ी खुदरा महंगाई के साथ विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों की तरफ से मौद्रिक नीति (monetary policy) को लेकर अपनाए जा रहे सख्त रुख और रुपये पर दबाव के मद्देनजर मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (Monetary Policy Committee) आगे भी रीपो रेट में बढ़ोतरी जारी रख सकती है। जिसके फलस्वरूप बैंक आगे भी जमा दरों में बढोतरी के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
आप छोटी अवधि का निवेश करना चाहते हैं तो ये हैं 6 विकल्प
1. बैंक FD
अवधि: छोटी अवधि के निवेश के लिए यह बेहतर विकल्प है. आप यहां 7, 14, 30, 45 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए निवेश कर सकते हैं. निवेश की अवधि बैंकों के हिसाब से बदल सकती है. डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन के निवेश की अवधि नियमों के हिसाब से बैंक में जमा आपकी एक लाख रुपये की रकम पर ही बीमा की सुविधा उपलब्ध है. आप ज्यादातर FD ऑनलाइन कर सकते हैं.
तरलता: कुछ बैंक फिक्स्ड अवधि से पहले FD को भुनाने की सुविधा नहीं देते. हालांकि, निवेश के इस विकल्प में तरलता की कोई समस्या नहीं है.
लंबी अवधि का निवेश ही फायदेमंद, जल्द रिटर्न की उम्मीद नुकसानदेह
निवेशक हमेशा सुनते हैं कि इक्विटी में लांग टर्म यानी लंबी अवधि का निवेश ही फायदेमंद होता है। जल्दी रिटर्न की उम्मीद अक्सर नुकसान का कारण बनती है। लेकिन इस स्थिति में निवेशकों के निवेश की अवधि सामने सबसे बड़ी परेशानी आती है कि आखिर कितनी लंबी अवधि को असल में लांग टर्म माना जाए? कुछ लोग एक या दो साल के निवेश को ही लांग टर्म मान लेते हैं। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो हर उस निवेश को लांग टर्म मानते हैं, जो एक दिन से ज्यादा के लिए हो। लेकिन ऐसा नहीं है। निवेश के लिहाज से लांग टर्म असल में पांच साल या निवेश की अवधि उससे ज्यादा को कहना ही तर्कसंगत होगा।
पर्सनल फाइनेंस में बहुत सी शब्दावलियां बेमतलब की होती हैं, उनका कोई खास मतलब नहीं होता। कुछ ऐसे भी शब्द हैं, जिनका मतलब कुछ भी निकाला जा सकता है। फिर, कई ऐसे शब्द भी हैं जिनके मायने अलग-अलग लोगों और परिस्थितियों के हिसाब से बदल जाते हैं। अलग-अलग लोगों और परिस्थितियों के हिसाब से अलग मतलब रखने वाले दो शब्दों का ऐसा ही एक जोड़ा है ‘लांग टर्म’ यानी लंबी अवधि। लंबी अवधि असल में कितनी लंबी होती है? इस बारे में हर किसी का उत्तर अलग-अलग हो सकता है और सही मायनों में अलग-अलग लोगों के लिए इसके मायने बदल सकते हैं। अगर ऐसा है भी, तब भी निवेश की अवधि लंबी अवधि सही मायनों में सबके लिए कोई ऐसी निश्चित अवधि जरूर होनी चाहिए, जिसमें निवेश रणनीति के फायदे परिलक्षित हो जाने चाहिए।
लिक्विड फंड का इस्तेमाल न्यूनतम एक दिन से लेकर 90 दिनों तक के निवेश निवेश की अवधि के लिए किया जा सकता है. जैसे ही आप इसे रीडीम करते ह . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 02, 2022, 17:10 IST
एक आर्बिट्राज फंड में इक्विटी और फ्यूचर्स दोनों शामिल होते हैं.
मनी मार्केट फंड म्यूचुअल फंड्स में से सबसे कम जोखिम वाले प्रोडक्ट हैं
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट सबसे सुरिक्षत निवेश विकल्पों में से हैं.
नई दिल्ली. पैसों के लिए काम मत कीजिए, अपने पैसों को काम पर लगाइए. ये कहावत उन लोगों के लिए एकदम सटीक बैठती है जो ये जानते हैं कि उन्हें कहां निवेश करना है और कहां नहीं. अगर आप समझ-बूझ के साथ अपने पैसों को किसी निवेश विकल्प में लगाते हैं तो उसके डूबने की आशंका काफी कम हो जाती है. साथ ही आप पैसे से पैसा बनाने लगते हैं. इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप सही निवेश विकल्पों का चयन करें.