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वैकल्पिक सिक्के क्या हैं?

वैकल्पिक सिक्के क्या हैं?
सी डी (आरती आडियो)

Psiphon

सेंसरशिप से परेशान लोगों को इंटरनेट ऐक्सेस प्रदान करें

नवीनतम संस्करण

Psiphon उन सभी देशों में लाखों इंटरनेट उपयोगकर्ताओं द्वारा झेली जाने वाली सेंसरशिप को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया एक ओपन-सोर्स टूल है जहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक ऐसा अधिकार है जो इसकी अनुपस्थिति से स्पष्ट है। Psiphon के साथ, आप अपने कंप्यूटर को एक प्रॉक्सी सर्वर में बदल देंगे, जिससे आप जिन उपयोगकर्ताओं को ऐक्सेस देना चाहते हैं, वे कनेक्ट हो जाएंगे। एक सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड कनेक्शन जिसका अवरोधन करना नामुमकिन होता है, वह Psiphon सर्वर और क्लाइंट के बीच स्थापित हो जाता है।

तो, यदि आपका कोई मित्र या परिचित है जो एक निश्चित पृष्ठ नहीं देख सकता है क्योंकि इसे उसके देश में प्रतिबंधित कर दिया गया है या उसका कनेक्शन विफल हो गया है, तो आप उसे Psiphon सर्वर का पता भेज सकते हैं और उसे नेटवर्क का ऐक्सेस दे सकते हैं। इसके अलावा, विभिन्न प्रकार के मास्किंग के बीच चयन करना संभव है, या तो वर्चुअल VPN टनल के माध्यम से या SSH कनेक्शन में प्रॉक्सी को संशोधित करके।

Psiphon आपको अलग-अलग उपयोगकर्ता खाते सेट करने की अनुमति देता है, सभी पासवर्ड से सुरक्षित, ताकि आप जिन्हें चाहे उन्हें ऐक्सेस दे सके। एक बार आप इसे शुरू कर देते हैं, तो यह पृष्ठभूमि में चलता रहेगा, और आप अपने Windows डेस्कटॉप के नोटिफिकेशन बार के माध्यम से किसी भी समय इसके छोटे डैशबोर्ड तक पहुंच सकेंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Psiphon किस तरह काम करता है?

जिस तरह से Psiphon काम करता है वह सरल है: बस एक्सेक्यूटबल पर डबल-क्लिक करें और VPN टूल अपने आप काम करना शुरू कर देता है, बिना किसी इन्स्टलेशन के। बेशक, यह उपयोग करने के लिए सबसे आसान VPN में से एक है।

क्या Psiphon सुरक्षित है?

Psiphon पूरी तरह से सुरक्षित है। एक्सेक्यूटबल VirusTotal से कोई सकारात्मकता नहीं दिखाता है। इसके अलावा, Psiphon एक ओपन सोर्स प्रोग्राम है, इसलिए कोई भी उपयोगकर्ता कोड पर एक नज़र डाल सकता है।

क्या Psiphon निःशुल्क है?

हाँ, Psiphon निःशुल्क है। आप अपने कनेक्शन की गति में सुधार के लिए विशेष सिक्के भी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से वैकल्पिक है।

TVS MOTOR, HINDALCO और SHREE CEMENT पर जानिये दिग्गज ब्रोकरेज फर्मों की निवेश राय

CLSA का कहना है कि Ronin लॉन्च के साथ TVS MOTOR कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ रहा है

सीएनबीसी-आवाज़ आपके लिए रोजाना बड़े और दिग्गज ब्रोकरेज हाउसेज के निवेश टिप्स प्रस्तुत करते हैं जिससे आपको शेयरों पर निवेश करने की सटीक सलाह प्राप्त हो सके और आपको मुनाफा हो सके, तो जानते हैं कि आज किन शेयरों पर टिकी हैं। इसके साथ ही इन शेयरों पर मुनाफा कमाने के लिए ब्रोकरेज हाउसेज ने क्या रणनीति अपनाई है। तो जानते है इन स्टॉक्स पर खरीदने, बेचने या होल्ड करने पर है दिग्गज ब्रोकरेज हाउसेज की नजर-

CLSA की TVS MOTOR पर राय

CLSA ने TVS MOTOR पर राय व्यक्त करते हुए इस स्टॉक पर खरीदारी की रेटिंग दी है। उन्होंने इसके शेयर का लक्ष्य 922 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि कंपनी ने Ronin लॉन्च के साथ क्रूजर मोटरसाइकिल सेगमेंट में एंट्री की है। इस Ronin में युवाओं को आकर्षित करने वाले नए फीचर्स भी हैं। वहीं नए लॉन्च के चलते कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ वैकल्पिक सिक्के क्या हैं? रहा है। इन्होंने Ronin लॉन्च के चलते कंपनी के वॉल्यूम और नतीजे का अनुमान बढ़ाया है।

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CLSA की HINDALCO पर राय

CLSA ने HINDALCO पर खरीदारी की रेटिंग दी है। उन्होंने इसके शेयर का लक्ष्य 580 रुपये से घटाकर 525 रुपये तय किया है। उनका कहना है कि ग्लोबल सुस्ती के बीच Novelis की ग्रोथ स्टेबल देखने को मिली है। दुनियाभर में ऊंचे प्रोडक्शन कॉस्ट से LME को सपोर्ट मिलेगा। वहीं इसके आगे शेयर में ज्यादा गिरावट की आशंका नहीं है।

JEFFERIES की SHREE CEMENT पर राय

JEFFERIES ने SHREE CEMENT पर रेटिंग को अपग्रेड किया है। उन्होंने इस दिग्गज सीमेंट स्टॉक की रेटिंग को Underperform से HOLD कर दिया है। ब्रोकरेज ने इसके शेयर का लक्ष्य 20,000 रुपये प्रति शेयर तय किया है। उनका कहना है कि मैनेजमेंट ने पॉजिटिव डिमांड आउटलुक दिया है। कंपनी ने ग्रीन एनर्जी और वैकल्पिक फ्यूल पर फोकस करना शुरू किया है। इसके अलावा कंपनी का लॉजिस्टिक खर्च घटाने पर भी जोर है। इससे दूसरी छमाही से लागत का दबाव घटने की उम्मीद है। कंपनी का साल 2030 तक 80 MTPA क्षमता का लक्ष्य है।

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)

शहर के बैंकों में जमा हुए डेढ़ अरब के सिक्के, न बैंक ले रहे; न ही दुकानदार, लोग परेशान

अमृतसर. मार्केट में 10 रुपए के असली-नकली सिक्कों को लेकर भ्रम फैला हुआ है। आम उपभोक्ता दुकान पर सिक्के दे जाता है, लेकिन दुकानदार से कोई नहीं लेता। लोग यह कह कर लेने से इंकार कर रहे है कि सिक्के जाली हैं, जबकि बैंक वाले भी इन्हें लेने से साफ मना देते हैं। जब कोई नहीं मानता तो सिक्कों के नकली होने का बहाना लगा उसे टालने की कोशिश की जाती है। हालात यह हैं कि दुकानों से लेकर बैंकों तक में सिक्के बोरियों में भरे पड़े हैं।


नोटबंदी से शुरू हुई समस्या, 60 फीसदी धर्म स्थानों से आए
नोटबंदी के बाद करंसी की आई किल्लत से निपटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने बेशुमार सिक्के मार्केट में उतारे और इनमें 70 फीसदी तक सिक्के 10 रुपए वाले थे। टूरिस्ट सिटी होने के कारण अमृतसर में बड़ी संख्या में सिक्के भेजे गए थे। नए नोट जारी होने पर यह सिक्के इकट्ठे होने लगे। बैंकों की मानें तो उनके पास जमा सिक्के 60 फीसदी धर्म स्थानों से आए हैं।

स्ट्रांग रूमों में जगह नहीं बची
कई बैंकों में तो 50 लाख से ऊपर के सिक्के जमा हो चुके हैं और स्ट्रांग रूम में जगह तक नहीं बची है। आईडीबीआई कोर्ट रोड ब्रांच के मैनेजर दीपक बतरा के मुताबिक उनकी ब्रांच में 50 लाख के करीब सिक्के पहुंच चुके हैं। ग्राहक सिक्के नहीं ले रहा और पिछले 10 महीनों से लोग लगातार सिक्के जमा करवाने आ रहे हैं। वह कहते हैं कि आरबीआई भी सर्कुलर जारी करके कह चुकी है कि जाली सिक्कों की अफवाहों पर यकीन न करें। अमृतसर में कुल 580 बैंकों की शाखाएं हैं, जिसमें से 377 राष्ट्रीयकृत हैं। अगर एक शाखा में औसतन 30 लाख रुपए के सिक्कों के जमा होने का आंकड़ा लगाएं तो यह रकम डेढ़ अरब रुपए भी ऊपर चली जाती है। मार्केट में कितने हैं इसका कोई आंकड़ा नहीं।

भारतीय रिजर्व के मुताबिक देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि दस के अधिकांश सिक्के अमान्य हैं, लेकिन केंद्रीय बैंक ने कहा कि कोई भी सिक्का अमान्य नहीं है। सभी चलन में हैं। ये समय-समय पर जारी किए गए हैं। बैंक का कहना है कि माता दुर्गा की फोटो वाला सिक्का, संसद की तस्वीर वाला सिक्का, बीच में संख्या में 10 लिखा हुआ सिक्का, होमी भाभा की तस्वीर वाला सिक्का, महात्मा गांधी की वैकल्पिक सिक्के क्या हैं? तस्वीर वाला सिक्का सहित अन्य सभी सिक्के मान्य हैं। इन सिक्कों को विभिन्न विशेष मौकों पर जारी किया गया है। इसे नहीं लेने वाले पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एडवोकेट पीसी शर्मा का कहना है कि भारत की वैध मुद्रा को लेने से इंकार करने पर राजद्रोह का मामला बनता है और जो ऐसा करता है उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (1) के तहत मामला दर्ज हो सकता है क्योंकि मुद्रा पर भारत सरकार वचन देती है, इसको लेने से इनकार करना राजद्रोह है।

आमतौर पर 10 रुपए वाले सिक्के दो तरह के हैं। एक तरह के सिक्कों पर गोल आकार में 10 और दूसरी तरह के सिक्कों पर 15 निशान बने हुए हैं। इसमें लोग 15 निशान वाले सिक्कों को जाली बता दे रहे हैं हालांकि कोई भी सिक्का जाली नहीं हैं, यह सिर्फ अधिकता के कारण हो रहा है। कोई भी बैंक इसे लेने से मना नहीं कर सकता। बैंकों को इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि इसमें आम आदमी प्रभावित हो रहा है।
- सतीश वर्मा, प्रोफेसर आरबीआई चेयर, सेंटर फार रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट।

अगर दस हजार की सेल होती है तो उसमें से दो हजार रुपए के 10-10 वाले सिक्के शामिल होते हैं। कारोबार करना है इसलिए ग्राहक को मना नहीं कर सकते। लेकिन यही सिक्का जब बैंकों और दुकानदारों के पास लेकर जाओ तो वह सीधे लेने से ना कर देते हैं। मेरे पास 12 हजार के करीब सिक्के पड़े हैं।- रणधीर सिंह गोरा रंधावा, डेयरी मालिक

अमृतसर पंजाब का सबसे बड़ा टूरिस्ट प्लेस है और रोजाना एक लाख के करीब लोगों की आवाजाही होती है। इसके साथ ही यह कारोबार का भी केंद्र है। इसी कारण बैंकों ने नोटबंदी के दौरान अन्य शहरों की तुलना में ज्यादा सिक्के उतारे थे, जो अब इकट्ठे होकर परेशानी का कारण बन रहे हैं।- सुरिंदर सिंह, प्रधान फेडरेशन ऑफ होटल रेस्टोरेंट एसोसिएशन, अमृतसर

हमारे पास भी दस के सिक्के बड़ी संख्या में जमा हो गए थे। इसके बाद वैकल्पिक सिक्के क्या हैं? शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने रिजर्व बैंक के गवर्नर से संपर्क करके दो करोड़ के सिक्के बदलवाए। फिलहाल करीब 20 लाख के सिक्के अभी भी पड़े हैं और वह भी बदल दिए जाएंगे।-सुलखन सिंह भंगाली, मैनेजर

श्री दुर्ग्याणा कमेटी के पास भी सिक्के जमा हुए और कुछ दिनों तक दिक्कत आई, लेकिन कमेटी की पहल पर बैंक वाले खुद आए और 10 लाख रुपए के सिक्के बदल कर ले गए। अभी दो लाख के बाकी हैं, इनको भी बदल दिया जाएगा।-एडवोकेट रमेश शर्मा, प्रधान, श्री दुर्ग्याणा तीर्थ कमेटी

वैकल्पिक सिक्के क्या हैं?

इस महान तीर्थ यात्रा के स्मृति प्रतीक के रूप में जो यात्री स्मृति प्रतीक चिन्ह ले जाना चाहते हैं उनके लिए श्राइन बोर्ड ने बस अड्डा कटरा, अद्धकुआरी, सांझीछत, मुख्य भवन और वैष्णवी धाम जम्मू में सोविनियर शॉपस संचालित कर रखी हैं। इन सोविनियर शॉपस पर माता रानी को अर्पित की गई चुन्नियां, चोले, साड़ियां, शाल आदि सामान्य कीमतों पर उपलब्ध हो जाते हैं। यात्री इन्हें प्राप्त करके आशीर्वाद स्वरूप स्मृति प्रतीक के रूप में अपने घरों में पूजा स्थलों पर रख सकते हैं।
सोविनियर शॉपस में अन्य महत्वपूर्ण वस्तुओं के इलावा आडियो कैसेटस, सी डी‘ज, श्राइन बोर्ड द्वारा प्रकाशित तरह तरह की पुस्तकें, पवित्र पिण्डियों के लेमिनेटेड चित्र, पटसन के थैले, बंगाली चूड़ा आदि भी उपलब्ध रहते हैं। तीर्थ यात्री इस बात का ध्यान रखें कि ये सारी चीजें केवल श्राइन बोर्ड द्वारा संचालित सोविनियर शॉपस पर ही उपलब्ध हैं। यह अन्य किसी प्राइवेट दुकान पर नहीं मिलती।

श्राइन बोर्ड ने गारंटी शुदा शुद्ध सोने और चांदी के सिक्के भी विकसित कर लिए हैं। ये सिक्के माता रानी के चरणों में चढ़ाए गए सोने चांदी से बनाए गए हैं और इन सिक्कों पर पवित्र पिण्डियों का चित्र अंकित किया गया है। ये सिक्के पवित्र गुफा के एकदम बाहर प्रसाद कांऊटर पर और भवन पर स्थित सभी बैंकों में उपलब्ध रहते हैं। सिक्कों की कीमतें उनकी चुनी गई श्रेणी के साथ साथ सोने चांदी की तत्कालीन मुल्य दरों पर निर्भर करती हैं।

सी डी (आरती आडियो)

ऊपर वर्णित वस्तुएं श्राइन बोर्ड द्वारा संचालित निम्नलिखित सोविनियर शॉपस पर उपलब्ध हैं :-

हवाई अड्डाए जम्मू। वैष्णवी धाम, जम्मू। सरस्वती धाम, जम्मू। यात्रा रजिस्ट्रेशन कांऊटर कटरा के निकट। त्रिकुटा भवन, कटरा। और भवन।

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