USD की वसूली

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सावधान! स्मार्टफोन में हैं ऐसे ऐप्स तो लग सकता है फटका, फर्जी ट्रायल के नाम पर वसूल रहे मोटी रकम
TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा
Mar 27, 2021 | 10:47 AM
जिन मोबाइल ऐप में कम समय के लिए फ्री ट्रायल होता है, उन्हें फ्लिकवेयर कहते हैं. बीते कुछ समय में इन ऐप्स ने डाउनलोडर्स से खूब पैसा कमाया है. ये ऐप्स यूजर्स से बड़े सब्सक्रिप्शन फीस चार्ज करते हैं और USD की वसूली यूजर्स को कई बार तो इसके बारे में पता भी नहीं होता है. ये ऐप्स उन यूजर्स को टार्गेट करते हैं, जिन्हें सब्सक्रिप्शन मॉडल के बारे में खास जानकारी नहीं है. सब्सक्रिप्शन के लिए तब भी USD की वसूली चार्ज वसूला जाता है, जब यूजर्स ने ऐप तक USD की वसूली डिलीट कर दिया है.
अवास्ट ने रिपोर्ट में किया खुलासा
इस एक ट्रिक से सैकाड़ों ऐप्स करीब 400 मिलियन डॉलर USD की वसूली रेवेन्यू के तौर पर जेनरेट करते हैं. भारतीय रुपये में यह रकम करीब 2897 करोड़ रुपये होती है. ये ऐप्स आपको ऐप्पल और गूगल के प्ले स्टोर पर मिल जाएंगे. सिक्योरिटी सॉलुशन कंपनी अवास्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बारे में जानकारी दी है.
अवास्ट की टीम ने ऐसे 204 मोबाइल ऐप्स का पता लगाया है. इनमें से 134 ऐप्स ऐप्पल के ऐप स्टोर पर हैं, जबकि 70 ऐप्स गूगल प्ले स्टोर USD की वसूली पर हैं. इन्हें 500 मिलियन बार इंस्टॉल किया जा चुका है. ये ऐप्स शुरू में ट्रायल के तौर पर काम करते हैं. बाद में सब्सक्रिप्शन चार्ज करते USD की वसूली हैं. कुछ ऐप्स तो यूजर्स से 3,432 डॉलर सालाना यानी 2.48 लाख रुपये तक चार्ज करते हैं.
इस साइबरसिक्योरिटी फर्म ने बताया कि ऐसा बहुत कम होता है, जब कोई यूजर ऐप्स के लिए इतनी बड़ी रकम चुकाए. खासतौर पर तब, जब उनके पास बेहद सस्ते में इन ऐप्स का विकल्प मौजूद हो. ये ऐप्स पाम रीडींग, कैमरा फिल्टर्स, इमेज रीडींग और म्युजिकल इंस्ट्रूमेंट्स जैसे ऐप्स होते हैं.
यूजर्स को झांसे में फंसाने के लिए क्या तरीका इस्तेमाल करते हैं ये ऐप्स?
इन ऐप्स को अरबों बार डाउनलोड किया जा चुका है और ज्यादातर डेवलपर्स के लिए बेहद आकर्षक माने जाते हैं. दरअसल, जो लोग इन ऐप्स को इंस्टॉल करते हैं उनके एक छोटे से हिस्से से भी इन ऐप्स जमकर कमाई होती है.
ये ऐप्स रोचक थीम्स और लुभावने विज्ञापन से लोगों को डाउनलोड करने पर मजबूर करते हैं. जब तक यूजर को पता चलता है, तब तक इन ऐप्स के जरिए अच्छा खासा पैसा वसूल जा चुका होता है.
राहत की खबर! विदेशी मुद्रा भंडार में आया भारी उछाल, USD की वसूली 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 561.08 अरब डॉलर हुआ
Forex Reserve: एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया था. वहीं देश का गोल्ड रिजर्व 55.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.76 अरब डॉलर USD की वसूली हो गया.
Forex Reserve: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 28 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 561.08 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. पिछले दिनों देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) में गिरावट का रुख देखा गया. इससे पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार 3.84 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रह गया था. एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया था.
गोल्ड रिजर्व भी बढ़ा
आंकड़ों के अनुसार, मूल्य के संदर्भ में देश का गोल्ड रिजर्व 55.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.76 अरब डॉलर हो गया. केंद्रीय बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 18.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.62 अरब डॉलर हो गया है.
विदेशों में अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने और लगातार विदेशी निवेश के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 53 पैसे की तेजी के साथ 82.35 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में रुपया 82.85 पर खुला और कारोबार के दौरान 82.35 से 82.25 के दायरे में घट-बढ़ के बाद कारोबार के अंत में 53 पैसे की तेजी के साथ 82.35 प्रति डॉलर पर USD की वसूली बंद हुआ. पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.88 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
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इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.34 प्रतिशत घटकर 112.54 रह गया.
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Twitter पर लग सकता है 1900 करोड़ रुपए का जुर्माना, जानिए इसके पीछे की वजह
नई दिल्ली। यूजर्स के डाटा ( User Data ) को लेकर पूरी दुनिया में गंभीर तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। इसके लिए अमरीकी सीनेट्स के सामने दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस, दुनिया के सबसे मूल्यवान कंपनी एप्पल, गूगल तक को सपष्टीकरण देना पड़ा था। वहीं अमरीकी सरकार इसी डाटा की वजह से चीनी कंपनी बाइटडांस से टिकटॉक के अमरीकी ऑपरेंशंस खरीदकर बाहर करने के फिराक में हैं। अब जो मामला सामने आया है वो और भी चौंकाने वाला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ( Twiiter ) ने विज्ञापन के लालच में यूजर्स के मोबाइल नंबर USD की वसूली और ईमेल आईडी का इस्तेमाल ( Use of users mobile numbers and email IDs ) किया है। अब इस मामले में ट्विटर पर 1900 करोड़ रुपए का जुर्माना ( Fine on Twitter ) वसूला जा सकता है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
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