ट्रेडिंग टूल्स

ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये?

ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये?

और आपको बता दें कि इस आर्टिकल में हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिरकार फ़ास्टैग काम कैसे करता है और इसके इस्तेमाल से लोगों का समय किस तरह से बचेगा और उसी के साथ यदि आपके पास पहले से ही फ़ास्टैग है या आप उसे खरीदने की सोच रहे हैं तो हम आपको उन सभी बैंकों की लिस्ट भी देंगे जो फास्टैग रिचार्ज करती हैं| और यदि आप जानना चाहते हैं की फास्टैग का ऑनलाइन रिचार्ज यूपीआई के माध्यम से कैसे होता है तो वह भी हमने विस्तार से बताया है।

मंत्री के आपत्ति जताने पर बैठक छोड़कर चले गए जिला कलेक्टर

जयपुर, 21 नवंबर (भाषा) राजस्थान के बीकानेर शहर में एक कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा ने मंच पर बैठे जिला कलेक्टर द्वारा मोबाइल फोन देखे जाने आपत्ति जताई और कहा कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। इस पर जिला कलेक्टर बिना कुछ बोले मंच से चले गए हालांकि कुछ देर बाद वह मंच पर ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? लौट आए।

मीणा रविंद्र रंगमंच में एक कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित कर रहे थे। मंच पर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल सहित अन्य लोग बैठे थे।

अपने संबोधन के दौरान मंत्री की नजर कलेक्टर पर पड़ी जो अपने मोबाइल फोन में व्यस्त थे। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि वह उनकी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं। उन्होंने कहा,’आप हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं। क्या इस सरकार पर नौकरशाह (ब्यूरोक्रेट) इतने हावी हो गए हैं?”

इसके जवाब में कलेक्टर बिना कुछ बोले सोफे से उठ खड़े हुए। उसी समय मंत्री ने कहा, ‘आप यहां से जाइए।’ इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

मीणा यहां राजीविका योजना के तहत लाभ ले रही महिलाओं से संवाद कर रहे थे। संपर्क करने पर मंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कलेक्टर लगातार अपने फोन में व्यस्त थे और उनके संबोधन के दौरान उठाए गए मुद्दों को नहीं सुना।

मीणा ने कहा,’‘महिलाओं ने मनरेगा जैसी योजनाओं के बारे में कुछ बातें कही थीं और मैंने कलेक्टर को यह बताया, लेकिन उन्होंने नहीं सुना और वे अपने फोन को देखने में व्यस्त थे। वह बार-बार फोन पर भी बात कर रहे थे।’’

मीणा ने कहा कि एक मंत्री कलेक्टर को कुछ महत्वपूर्ण बात बता रहा है और कलेक्टर अपने फोन में व्यस्त रहे … यह लापरवाही है। इससे जनता में क्या संदेश जाता है?

उन्होंने पूछा कि जब कलेक्टर मंत्री की बात नहीं सुनेंगे तो आम जनता की कैसे सुनेंगे और उनकी शिकायतों का समाधान कैसे होगा। मंत्री ने कहा कि वह घटना के बारे में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद जिला परिषद में समीक्षा बैठक हुई और उस बैठक में भी कलेक्टर ने वही रवैया दिखाया।

वहीं इस बारे में जब जिला कलेक्टर से जब बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

वहीं, राजस्थान आईएएस एसोसिएशन ने इस मामले को लेकर शाम को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन मुख्य सचिव उषा शर्मा को सौंपा। इसमें कुछ जनप्रतिनिधियों व मंत्रियों द्वारा अधिकारियों को निशाना बनाए जाने की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए कतिपय मंत्रियों के व्यवहार को निंदनीय व अस्वीकार्य बताया गया है।

विपक्ष दल भाजपा के नेता और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस घटनाक्रम को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एसोसिएशन के पत्र को ट्वीट पर साझा करते हुए कहा,’‘कांग्रेस की गुटबाजी की चक्की में प्रशासनिक अधिकारी पीसने को मजबूर हो रहे हैं। राज्य में पहले सत्तारूढ़ दल में आंतरिक कलह तो जगजाहिर थी ही और अब सत्ता के मद में चूर अहंकारी मंत्रियों के रवैये के कारण नौकरशाहों के साथ भी अंतर्द्वंद्व प्रारम्भ हो गया है।’’

भाषा पृथ्वी कुंज संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

दिग्गज निवेशक Howard Marks से जानें, शेयर बाजार में सफल होने के लिए कैसे करें निवेश

दुनिया के दिग्गज निवेशकों में से एक Howard Marks का मानना है कि किसी के पोर्टफोलियो का 5 या 10 सालों में कैसा प्रदर्शन रहता है, निवेश की दुनिया में बस यही मायने रखता है

दुनिया के दिग्गज निवेशकों में से एक और अमेरिकी हेज फंड ओकट्री कैपिटल (Oaktree Capital) के को-फाउंडर, हावर्ड मार्क्स (Howard Marks) निवेश को लेकर कुछ टिप्स दिए हैं। उनका मानना है कि किसी के पोर्टफोलियो का 5 या 10 सालों में कैसा प्रदर्शन रहता है, निवेश की दुनिया में असल में बस यही मायने रखता है। Howard Marks ने अपने हालिया लेटर में कहा, "मुझे लगता है कि लोग अगर निकट अवधि या रोज बदलने वाली परिस्थितियों पर कम फोकस करें और इसकी जगह भविष्य में लंबी अवधि में प्रदर्शन की संभावना को लेकर जानकारी जुटाएं, तो वे ज्यादा सफल होंगे।"

'कंपनी की अर्निंग पर संभावना पर करें फोकस'

अनुभवी निवेशक और लेखक Howard Marks ने कहा कि भविष्य में किसी कंपनी की अर्निंग ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? की क्या संभावना है, इनवेस्टमेंट प्रोफेशनल्स को इसकी स्टडी पर अधिक फोकस करना चाहिए। साथ ही उन्हें कंपनी को उसकी संभावना के मुताबिक आकर्षक कीमत पर खरीदना चाहिए और जब तक अर्निंग से जुड़ी संभावना आकर्षक बना रहे, तब अपने निवेश को होल्ड करना चाहिए। उन्होंने कहा कि निवेशकों को अपने होल्डिंग में तभी बदलाव करना चाहिए, जब वे किसी चीज की पुष्टि नहीं कर पा रहे हों।

FASTag क्या हैं। FASTag कैसे काम करता हैं।

FASTag क्या हैं। FASTag कैसे काम करता हैं।: यदि आप एक बिजनेसमैन है या फिर एक एंप्लॉय हैं जो रोज़ अपने काम के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाता है और हाईवे का इस्तेमाल करता है तो आपको हाईवे पर बीच-बीच में पढ़ने वाले टोल प्लाजा के बारे में तो पता ही होगा और कई बार टोल टैक्स कटवाने के समय पर ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? काफी लंबी लाइन लग जाती है जिससे लोगों को काफी ज्यादा कीमती समय बर्बाद होता है और यदि आप भी इसी चीज से बचना चाहते हैं तो आज हम आपको फ़ास्टैग के बारे में सारी जानकारी देंगे और बताएंगे कि इससे आम लोग अपना समय कैसे बचा सकते हैं|

What is fastage. Fastage kaise kaam karta hain.


और आपको बता दें कि इस आर्टिकल में हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिरकार फ़ास्टैग काम कैसे करता है और इसके इस्तेमाल से लोगों का समय किस तरह से बचेगा और उसी ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? के साथ यदि आपके पास पहले से ही फ़ास्टैग है या आप उसे खरीदने की सोच रहे हैं तो हम आपको उन सभी बैंकों की लिस्ट भी देंगे जो फास्टैग रिचार्ज करती हैं| और यदि आप जानना चाहते हैं की फास्टैग का ऑनलाइन रिचार्ज यूपीआई के माध्यम से कैसे होता है तो वह भी हमने विस्तार से बताया है।

फास्टैग क्या है?(What is FASTag)

Table of Contents

फ़ास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कनेक्शन की एक तकनीक है. दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग से अपने वाहन को गुजारने के लिए सरकार द्वारा टोल टैक्स लिया जाता है, यह टोल टैक्स वसूलने के लिए हाईवे पर जगह जगह टोल प्लाजा बनाये जानते हैं. लोगों द्वारा यहाँ पर भुगतान पहले कैश के माध्यम से किया जाता था. किन्तु फिर सरकार ने इसे ऑनलाइन कर दिया है. इसे ही फ़ास्टैग सुविधा कहते हैं।

प्रत्येक 4 पाहिया वाहन चालकों को अपने वाहन में फ़ास्टैग लगाना होता है.यह टोल मालिक से टोल भुगतान करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक के द्वारा सीधे भुगतान कर लेता है। फास्टैग वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपका होता है। जैसे ही यह टोल प्लाजा के स्कैनर के नजदीक आता है, तुरंत ऑनलाइन भुगतान हो ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? जाता है। ये फ़ास्टैग लगवाने के लिए उनको पहले रजिस्ट्रेशन करना होता है जिसके बाद यह उनके वाहन के लिए जारी किया जाता है. इससे टोल प्लाजा पर उन्हें कैश में भुगतान नहीं करना पड़ता यह ऑनलाइन ही ऑटोमेटिक हो जाता है.

टोल प्लाजाओं पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होनेवाली परेशानियों का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया है. इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग स्कीम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी. जिसे धीरे-धीरे पूरे देश के टोल प्लाजाओं पर लागू किया जा रहा है. फास्टैग सिस्टम की मदद से आपको टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगी।

फास्टैग की मदद से आप टोल प्लाजा में बिना रूके अपना टोल प्लाजा टैक्स दें सकेंगे. आपको बस अपने वाहन पर फास्टैग लगाना होगा. आप ये टैग किसी आधिकारिक टैग जारीकर्ता या सहभागिता बैंक से खरीद सकते हैं.

फास्टैग कैसे काम करता है?(How FASTag works)

फास्टैग टोल प्लाजा कलैक्शन के लिए एक प्रीपेड रिचार्जेबल टैग्स है, जो की वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। जैसा की आपको ऊपर बताया गया है, की यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) की मदद से कार्य करता है। जब आप किसी भी टोल प्लाजा को पार करते है, और आपका वाहन टोल प्लाजा के सेंसर की रेंज में आता है, तो आपका टोल प्लाजा भुगतान लिंक्ड बैंक खाते, या प्रीपेड वॉलेट से अपने आप हो जाता है।

जब आपके वॉलेट से पैसे ख़त्म हो जाते है, तो आपको FASTag को फिर से Recharge कराना होता है। FASTag जारी होने की तिथि से लेकर अगले 5 वर्ष तक मान्य होता है। 5 वर्ष पुरे होने पर आपको अपने वाहन की विंडस्क्रीन पर नया फास्टैग लगवाना होता है। इसके अलावा आप जो रीचार्ज ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? अपने फास्टैग वॉलेट में करवाते है, उसकी किसी भी प्रकार की अवधि नहीं होती है, यह बैलेंस आपके खाते में हमेशा सक्रिय रहता है।

FASTag रिचार्ज कैसे करें?(How to recharge FASTag)

भारत में कई ऐसे लोग हैं जो फास्टेक का इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन उन्हें उसका रिचार्ज करना नहीं आता है और यदि आप भी उनमें से हैं और यदि आप फास्टैग का रिचार्ज करना चाहते हैं तो आप उसे बड़ी आसानी से कर सकते हैं और फास्टैग रिचार्ज करने के लिए सबसे पहले आपको प्ले स्टोर से फास्टैग ऐप डाउनलोड करना होगा और आप इसकी मदद से आसानी से ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं और आपको बता दें कि यह एक आईएचएमसीएल (IHMCL) का ऑफिशल एप है जिससे आप फास्टैग रिचार्ज कर सकते हैं और इस ऐप का इस्तेमाल करके आप यूपीआई से पेमेंट कर सकते हैं और आपको इस ऐप की मदद से फास्टैग रिचार्ज कैसे करना है यह हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताते हैं :-

Apple और One+ को देगा ये सीधा टक्कर Vivi का 5G स्मार्टफोन! तगड़ी बैटरी पावर और इसके कमाल के फीचर्स आप हो जाएंगे जबरा फैन !

Vivo V22 5G 2022 : अगर आप भी बड़े बड़े ब्रांड के स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के शौकीन हैं और आपका बजट थोड़ा सा कम है तो आप Apple और OnePlus जैसे बड़े ब्रांड की ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? इस स्मार्टफोन को सीधा टक्कर देने मार्केट में आ गया Vivi का 5G स्मार्टफोन के धांसू फीचर्स एक आप हो जाएंगे इसके जबरा फैन ! चाइनीस निर्माता कंपनी Vivo द्वारा हाल ही में लांच किए गए स्मार्टफोन Vivo V22 5G बढ़ती लोकप्रियता देख लोग काफी हैरान है !

क्योंकि इतने कम कीमत में इतने शानदार फीचर्स पूछो मत | आइए एक नजर डालते हैं विवो द्वारा बनाए गए इस नए स्मार्टफोन के फीचर्स और इस स्पेसिफिकेशन के बारे में सभी जानकारी !

Vivo V22 5G 2022

अगर आप एक ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? dslr कैमरा हेतु नया स्मार्टफोन की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए सबसे शानदार स्मार्टफोन रियल मी का रियलमी 8 प्रो मिल जाएगा जो एक डीएसएलआर कैमरा को सीधे तौर पर टक्कर दे रहा है | इसलिए आप कैमरा हेतु बेहतरीन स्मार्टफोन में आप वीवो ओप्पो और रियल मी के कुछ स्मार्टफोन की तरफ रुख कर सकते हैं |

इस पोस्ट में क्या है?

देखे धांसू Vivo V22 5G की फीचर्स

अगर आप एक अपने बजट अनुसार 5G स्माटफोन करने की सोच रहे हैं तो यह आपके लिए अच्छा विकल्प Vivo V22 5G साबित हो सकता है | सबसे पहले हम बात करेंगे प्रोसेसर के रूप में आपको इस स्मार्टफोन में Qualcomm SM7125 Snapdragon 720G (8 nm) के साथ चिपसेट मिल जाएगा |

फिलहाल आपको इस स्मार्टफोन में Android 11 का सपोर्ट और अपडेट मिलता रहेगा | पिछली साइड में आपको 6.44 इंच का फूल एचडी अमोलेड स्क्रीन मिलेगी | रेजोल्यूशन 1080 x 2400 Pixels का सपोर्ट भी उपलब्ध है जिसमें डेंसिटी 409 ppi है और 5G कनेक्टिविटी को भी सपोर्ट करता है |

देखें Vivo V22 5G कैमरा और RAM स्टोरेज

Vivo V22 5G Smartphone स्मार्टफोन में आप को एक ही वेरिएंट देखने को ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? मिलेगा जिसमें 8GB का RAM और 128GB का इंटरनल स्टोरेज मिलेगा | इसमें 4500 mAh की पावरफुल तगड़ी बैटरी मिलेगी | Li-Polymer फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है |

कैमरा हेतु आपको 3 रियल कैमरा मौजूद है| पहला 64 MP, कैमरा सेंसर मिलेगा और 8MP (ultrawide), तीसरा 2MP मेगापिक्सल का (depth) कैमरा भी मिलेगा | फ्रंट में सेल्फी हेतु आपको 44 MP, f/2.0, (wide) का दमदार कैमरा किया गया है |

Vivo V22 5G 2022

इसके अलावा कनेक्टिविटी में 5G सपोर्ट के अलावा 4G 3G 2G नेटवर्क मौजूद रहे | इसके अतिरिक्त आपको Wi-Fi 802.11, ac/b/g/n/n 5GHz, Mass storage device, USB charging,फीचर्स शामिल किए गए |

Vivo V22 5G 2022 – महत्वपूर्ण लिंक देखें

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NPS में आप भी करते हैं निवेश? जान लीजिए इसके कुछ जरूरी नियम

NPS Scheme: रिटायरमेंट के बाद का लाइफ सुकून और टेंशन फ्री गुजरे, इसके लिए आपकी जेब में पैसे भी रहने जरूरी हैं. इसलिए जॉब के शुरुआती दिनों में ही रिटायरमेंट प्‍लानिंग और उसके लिए निवेश शुरू कर देनी चाहिए. आज के समय में रिटायरमेंट पर एक बड़े कॉर्पस के साथ-साथ मंथली पेंशन पाने के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (Nation pension System) एक अच्‍छा विकल्‍प है. NPS में भारत का कोई भी नागरिक जिसकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है, कुछ जरूरी प्रक्रियाओं के बाद इस स्कीम से जुड़ सकता है. मार्केट में पेंशन को लेकर कई दूसरे प्रोडक्‍ट भी हैं. अगर आपने NPS में निवेश शुरू किया है या करने की प्‍लानिंग कर रहे हैं, तो उससे जुड़े कुछ जरूरी नियम जान लेना चाहिए.

NPS के जरूरी नियम

  • NPS निवेश में उम्र सीमा 18-70 साल है. पहले उम्र सीमा 65 साल तक थी.
  • 65-70 साल के भारतीय नागरिक, OCI निवेश कर सकते हैं.
  • पेंशन फंड में एंट्री की उम्र सीमा 70 साल है.
  • NPS से निकासी के नियम सरल हुए हैं.
  • ₹5 लाख या कम रकम एकमुश्त निकालना आसान है.
  • रकम के 40% से एन्युटी लेना अनिवार्य होता है.
  • 65 साल के बाद इक्विटी में 50% तक एलोकेशन करा सकते हैं.
  • 3 साल से पहले निकासी प्री-मैच्योर एग्जिट मानी जाएगी.
  • प्री-मैच्योर निकासी में 80% से एन्युटी लेना जरूरी है.
  • प्री-मैच्योर निकासी- ₹2.5 लाख से कम पूरी तरह निकाल सकते हैं.

NPS: कुछ खास बातें

इक्विटी एक्सपोजर और डेट एक्सपोजर दोनों का बेनेफिट देने की अपनी अनूठी क्षमता के कारण एनपीएस रिटायरमेंट सेविंग्‍स के लिए अच्छे निवेश ऑप्‍शन में से एक है. इसमें रिस्‍क प्रोफाइल के आधार पर इक्विटी और डेट के बीच निवेश रेश्‍यो चुनने का ऑप्‍शन मिलता है. नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत दो प्रकार के अकाउंट टियर 1 और टियर 2 खोले जा सकते हैं. इसमें टियर 1 पेंशन अकाउंट होता है और टियर 2 वॉलेंटरी सेविंग्‍स अकाउंट. टियर 1 अकाउंट कोई भी व्‍यक्ति खोल सकता है लेकिन टियर-2 अकाउंट तभी खोला जा ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाये? सकता है, जब आपके पास टियर-1 अकाउंट हो.

दूसरी ओर, एनपीएस में एक्‍स्‍ट्रा टैक्‍स बेनेफिट का ऑप्‍शन भी निवेशकों को मिलता है. यह ध्‍यान रखें कि कंट्रीब्‍यूशन पर आपको जो टैक्‍स छूट मिलती है, वह सिर्फ टियर-1 अकाउंट पर मिलती है. एनपीएस के तहत इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80CCD(1B) के तहत 50 हजार रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है. अगर आप सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की लिमिट पूरी कर चुके हैं, तो एनपीएस आपको एक्स्ट्रा टैक्स सेविंग्स में भी मदद कर सकता है. इस योजना की मेच्योरिटी पर 60 फीसदी तक रकम निकालने पर टैक्स नहीं लगता है.

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