मुद्रा टेबल

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नई दिल्ली. इस सप्ताह भी देश के विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट आई है. रुपए को सपोर्ट करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने डॉलर को बेचा जिसके कारण इस सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.6 बिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 619.6 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. पिछले सप्ताह इसमें 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी. रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण मुद्रा टेबल करेंसी मार्केट में वोलाटिलिटी काफी ज्यादा है. ऐसे में आरबीआई ने गिरते रुपए को संभालने के लिए डॉलर रिजर्व को बेचा है.
रिजर्व बैंक के होल्डिंग में गोल्ड रिजर्व भी होता है. सोने की कीमत में आई गिरावट के कारण रिजर्व बैंक का गोल्ड रिजर्व 1.7 बिलियन डॉलर घटकर 42 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया. फॉरन करेंसी असेट यानी FCA में 703 मिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 553 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया.
इस सप्ताह MCX पर अप्रैल डिलिवरी वाला सोना 51888 रुपए के स्तर पर बंद हुआ. जून डिलिवरी वाला सोना 52381 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर बंद हुआ. यूक्रेन क्राइसिस के बीच 8 मार्च को अप्रैल डिलिवरी वाला सोना 55558 रुपए प्रति दस ग्राम के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया. हालांकि, उसके बाद से लगातार इसमें गिरावट देखी जा रही है. जून डिलिवरी वाला सोना 56163 रुपए के स्तर तक पहुंचा था. उसके बाद से इसमें भी लगातार गिरावट आ रही है.
रिजर्व बैंक समय-समय पर डॉलर रिजर्व को बेचकर करेंसी की वैल्यु को बरकरार रखता है. शेयर बाजार से फॉरन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स लगातार बिकवाली कर रहे हैं जिसके कारण डॉलर आउटफ्लो था. यही वजह है कि रिजर्व बैंक को डॉलर रिजर्व बेचना पड़ा. हालांकि, पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से विदेशी निवेशक खरीदारी कर रहे हैं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि विदेशी निवेशक जैसे-जैसे खरीदारी करेंगे, वैसे-वैसे रुपए में मजबूती आएगी. रिलायंस सिक्यॉरिटीज के सीनियर रिसर्च ऐनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में रुपया 76 के स्तर तक पहुंच सकता है.
विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया कारोबार के अंत में 11 पैसे की तेजी के साथ 76.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76.15 पर खुला. कारोबार के दौरान रुपए ने 76.12 रुपए के दिन के उच्चस्तर और 76.29 के निचले स्तर को छुआ. गुरुवार को रुपया छह पैसे के सुधार के साथ 76.33 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
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JNU Times
Current affairs: bitcoin को राष्ट्रीय मुद्रा बनाने वाला पहला देश कोनसा है?
अल साल्वाडोर देश ने सबसे पहले बिटकॉइन की लीगल बनाया और अपने देश में लीगल तरीके से चलाने का प्रस्ताव पास किया।
लेकिन सोशल मीडिया पर एक और खबर सामने आ रही है जिसमे बिटकॉइन को राष्ट्रीय मुद्रा घोषित करने वाला दुनिया का पहला देश अल साल्वाडोर को बताया जा रहा है।
पार्थ-अर्पिता के कुबेर भंडार में 7 देशों की मुद्रा भी
शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी मित्र अर्पिता मुखर्जी के कुबेर भंडार में सात देशों की मुद्रा भी मिली है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से अदालत में सोमवार को दायर पहले आरोपपत्र में विदेशी मुद्रा की बरामदगी का भी उल्लेख किया है।
शिक्षक भर्ती घोटाला: 103 करोड़ की संपत्ति जब्त
ईडी की ओर से दायर पहले आरोपपत्र में जिक्र
कोलकाता. शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी मित्र अर्पिता मुखर्जी के कुबेर भंडार में सात देशों की मुद्रा भी मिली है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से अदालत में सोमवार को दायर पहले आरोपपत्र में विदेशी मुद्रा की बरामदगी का भी उल्लेख किया है।
सूत्रों के मुताबिक आरोपपत्र में कहा गया है कि अर्पिता के कोलकाता स्थित फ्लैट से नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, हांगकांग, बांग्लादेश, सिंगापुर और अमेरिका की मुद्रा बरामद की गई। हालंाकि आरोपपत्र में बरामद की गई विदेशी मुद्रा की कुल राशि का जिक्र नहीं किया गया है।
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असली लाभार्थी पार्थ चटर्जी ही
ईडी के आरोपपत्र में इस बात का दावा किया गया है कि अर्पिता के ठिकानों से बरामद नकदी, आभूषण और विदेशी मुद्रा के असली लाभार्थी पार्थ चटर्जी ही हैं। आरोप पत्र में कहा गया है कि अर्पिता के दक्षिण कोलकाता स्थित डायमंड सिटी साउथ स्थित फ्लैट से 21 करोड़ 90 लाख, बेलघरिया के फ्लैट से 27 करोड़ 90 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं। वहीं दोनों फ्लैटों से 76.97 लाख और 4. 31 करोड़ के गहने बरामद किए गए हैं।
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ईएसआई जोका ले जाए गए पार्थ
सीबीआइ के अधिकारी मंगलवार को पार्थ चटर्जी को मेडिकल जांच के लिए जोका के ईएसआई उस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। उन्हें गत रविवार को अस्पताल नहीं ले जाया गया था। उनकी मेडिकल जांच निजाम पैलेस में ही की गई थी। अदालत ने पूर्व के आदेश में उनकी प्रत्येक 48 घंटे में स्वास्थ्य जांच का निर्देश दिया है।
सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को भी निजाम पैलेस में आए चिकित्सक ने पार्थ चटर्जी की मेडिकल जांच के बाद कुछ परीक्षण की सलाह दी। जिसके बाद उन्हें जोका ले जाया गया।
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बच्चा गोद लेना चाहती मुद्रा टेबल थी अर्पिता
अर्पिता मुखर्जी बच्चा गोद लेना चाहती थी। उन्हें पार्थ चटर्जी ने अनापत्तिप्रमाण पत्र प्रदान किया था। ईडी की ओर से शिक्षक भर्ती घोटाले में जमा किए गए आरोपपत्र में इस बात का उल्लेख है। आरोपपत्र में दावा किया गया है कि जांच एजेंसी ने अर्पिता के फ्लैट से पार्थ चटर्जी की ओर से जारी किया गया अनापत्ति प्रमाण पत्र बरामद किया है। ईडी ने दावा किया कि पत्र में पार्थ ने खुद को अर्पिता का करीबी पारिवारिक मित्र भी बताया है। साथ ही पत्र में उनकी ओर से कहा गया है कि अगर अर्पिता बच्चे को गोद लेती हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
इसके साथ ही आरोपपत्र में इस पूरे मामले में पार्थ चटर्जी का उत्तर भी शामिल किया गया है। जिसमें शिक्षक घोटाले के आरोपी पार्थ कहते हैं कि एक जनप्रतिनिधि के तौर पर कई लोग उनके पास विभिन्न विषयों पर प्रमाणपत्र लेेने आते हैं। उन्होंने ऐसे कई प्रमाणपत्र बनाए हैं। सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं। पार्थ ने जांचकर्ताओं के सामने स्वीकार किया कि प्रमाणपत्र के नीचे उनके ही हस्ताक्षर हैं।