निवेश रणनीति

विदेशी मुद्रा व्यापार

विदेशी मुद्रा व्यापार
अभी दुनिया में, खासकर हमारा सामान (तैयार पोशाक, जेम-ज्वेलरी और इंजीनियरिंग का सामान) मांग न होने के चलते बिक ही नहीं रहा है। इलेक्ट्रानिक सामान बिक भी रहे हैं तो इंजीनियरिंग के सामान की बिक्री में अगस्त में ही पिछले साल की तुलना में 78 फीसदी की गिरावट आ गई है। उधर हमारा तेल का आयात बढ़ता ही जा रहा यही। पिछले साल की तुलना में बीते अगस्त में हमने 37 फीसदी ज्यादा पेट्रोलियम पदार्थों का आयात किया। आयात निर्यात बढ़ाने घटाने के और आँकड़े भी इसी दिशा को बताते हैं लेकिन सबसे बड़ा सच तो व्यापार घाटे के बेहिसाब बढ़ाने से दिखता है। सरकार सोई नहीं होगी लेकिन सारी दुनिया के आर्थिक हालात पर उसका वश चलता हों ऐसा भी नहीं है।

रुपये में विदेशी व्यापार की मंजूरी से मुद्रा पर दबाव घटेगाः विशेषज्ञ

मुंबई, 12 जुलाई (भाषा) रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार लेनदेन की अनुमति देने से व्यापार सौदों के निपटान के लिए विदेशी मुद्रा की मांग घटने के साथ घरेलू मुद्रा की गिरावट रोकने में भी मदद मिलेगी। विशेषज्ञों ने यह बात कही।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गत सोमवार को बैंकों से कहा कि भारतीय रुपये में बिल बनाने, भुगतान और आयात-निर्यात सौदों को संपन्न करने के अतिरिक्त इंतजाम रखें। भारत से निर्यात बढ़ाने और रुपये में वैश्विक कारोबारी समुदाय की बढ़ती रुचि को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा, ‘इस व्यवस्था से रुपये पर विदेशी मुद्रा व्यापार दबाव कम होगा क्योंकि आयात के लिए डॉलर की मांग नहीं रह जाएगी।’

बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने एक रिपोर्ट में कहा कि इस कदम से डॉलर की मांग पर दबाव तात्कालिक रूप से कम हो जाना चाहिए।

व्यापार घाटा कहीं देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ न दे!

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अगर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन की मानें तो अर्थव्यवस्था में सब अच्छा ही अछा है। हमारी अर्थव्यवस्था के दुनिया में पांचवें स्थान पर होने के उत्साह में वे काफी कुछ दावे करने से नहीं चूकतीं। विदेशी मुद्रा व्यापार प्रत्यक्ष करों की वसूली में तीस फीसदी का उछाल और जीएसटी की वसूली के नित बढ़ते आँकड़े अर्थव्यवस्था का हाल ठीक होने के दावे को मजबूत करते हैं।

अब इसमें करखनिया सामानों का उत्पादन गिरने, महंगाई के चलते बिक्री कम होने तथा महंगाई और बेरोजगारी का हिसाब निश्चित रूप से शामिल नहीं है। छोटे और सूक्ष्म उद्योग धंधों की हालत और खराब हुई है जिसने रोजगार के परिदृश्य को ज्यादा खराब किया है। और इसमें अगर विदेश व्यापार की ताजा स्थिति और बढ़ते घाटे को जोड़ लिया जाए विदेशी मुद्रा व्यापार तो साफ लगेगा कि वित्त मंत्री सिर्फ अर्थव्यवस्था का उतना हिस्सा ही देखना और दिखाना चाहती हैं जो गुलाबी है।

लगातार दूसरे सप्ताह भारत का विदेशी विदेशी मुद्रा व्यापार मुद्रा भंडार बढ़ा, एफसीए और स्वर्ण भंडार में भी हुआ इजाफा

विदेशी मुद्रा भंडार

LagatarDesk : भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरे सप्ताह बढ़त इजाफा हुआ है. 18 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में देश का भंडार 2.54 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा व्यापार बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पहुंच गया. इससे पहले 1 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत के कोष में जबदस्त उछाल देखने को मिला था. यह 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.715 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था. जो अगस्त 2021 के बाद सबसे अधिक इजाफा है. आरबीआई ने शुक्रवार को आंकड़ा जारी कर इस बात की जानकारी दी. अक्टूबर 2021 में भारत का भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. लेकिन गिरते रुपये को थामने और अन्य कारणों के कारण आरबीआई ने डॉलर बेच दिया. जिसकी वजह से इसमें लगातार गिरावट दर्ज विदेशी मुद्रा व्यापार की गयी है. (पढ़ें, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव आज, 27 नवंबर को आयेगा रिजल्ट)

एक साल में करीब 100 अरब डॉलर कम हो गया भारत का कोष

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 4 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 28 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में यह 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 561.08 अरब डॉलर पर पंहुच गया था. जबकि इससे पहले देश का कोष लगातार घट रहा था. 21 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.85 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर पर आ गया था. 14 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.50 अरब डॉलर घटकर 528.37 अरब डॉलर पर आ गया था. 7 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया था. वहीं 30 विदेशी मुद्रा व्यापार सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.66 अरब डॉलर पर पहुंच गया. जबकि 3 सितंबर 2021 को विदेशी मुद्रा भंडार 642.45 बिलियन डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था.

समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार और एसडीआर बढ़ा

आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में भी इजाफा हुआ है. 18 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 31.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.011 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पहले 11 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में यह 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर पर जा पहुंचा. इससे पहले 4 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में स्वर्ण विदेशी मुद्रा व्यापार भंडार 70.5 करोड़ डॉलर घटकर 37.057 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 28 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में गोल्ड रिजर्व 55.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.762 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. 18 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ (IMF) में विदेशी मुद्रा व्यापार मिला देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट 35.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.906 अरब डॉलर हो गया.

बता दें कि बीते कुछ दिनों से डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा था, जिसकी वजह से आरबीआई को भारत के कोष से डॉलर बेचना पड़ रहा था. इसलिए विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिल रही थी. लेकिन हाल विदेशी मुद्रा व्यापार के दिनों में रुपया थोड़ा मजबूत हुआ है. आरबीआई ने भी डॉलर की जबरदस्त खरीदारी की है. जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा हुआ है.

बड़े स्तर पर छंटनी करने के बाद अब Elon Musk ने शुरू की हायरिंग

Kavita Singh Rathore

Elon Musk started hiring in Twitter : Twitter के मालिक की कुर्सी संभालते ही टेस्ला कंपनी के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति Elon Musk कंपनी के कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ाते हुए ही नज़र आ रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने सबसे पहले भारतीय मूल के Twitter के CEO पराग अग्रवाल को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया था। उसके बाद 3000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी कर डाली। वहीँ, अब यह खबर सामने आई है कि, अब Elon Musk ने छंटनी रोकटे हुए और कर्मचारियों की फिरसे हायरिंग करना शरू कर दिया है।

Elon Musk ने शुरू की हायरिंग :

9 बैंकों को दी गई अनुमति

यह भी देखा गया कि कैसे मास्को को यूक्रेन पर आक्रमण के लिए अधिक गंभीर पश्चिमी प्रतिबंधों का विदेशी मुद्रा व्यापार सामना करना पड़ा। इस कार्रवाई को मास्को के साथ वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देने के रूप में देखा गया। बता दें कि भारतीय व्यापार सचिव विदेशी मुद्रा व्यापार सुनील बर्थवाल ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की कि रूस के साथ रुपये के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नौ बैंकों को ‘Vostro’ खाते खोलने की अनुमति दी गई है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पहले सरकार को दो भारतीय बैंकों के साथ नौ विशेष Vostro खाते खोलने की अनुमति दी थी ताकि विदेशों में भारतीय रुपये में व्यापार किया जा सके।

आरबीआई द्वारा जुलाई में रुपये में विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए नियम स्थापित करने के बाद, प्राधिकरण प्राप्त करने वाले पहले विदेशी ऋणदाता क्रमशः रूस के सबसे बड़े और दूसरे सबसे बड़े बैंक, Sberbank और VTB बैंक रहे।

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