निवेश रणनीति

निवेशकों के लिए अवसर

निवेशकों के लिए अवसर
Happy New Year: निवेशकों के लिए वर्ष 2022 का क्या हो संकल्प, जानिए यहां

Alwar: अलवर में इन्वेस्ट समिट का हुआ आयोजन, नौ हजार करोड़ का निवेश, 34 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

Alwar News: अलवर में 'अलवर इन्वेस्ट समिट' का आयोजन हुआ है. जिले में 306 औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगभग 9 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. इसमें जिले के करीब 34 हजार लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.

By: ABP Live | Updated at : 07 Apr 2022 09:23 PM (IST)

(अलवर इन्वेस्ट समिट)

Alwar Invest Summit: जिला प्रशासन, उद्योग, वाणिज्य केंद्र और रीको के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को तान्या रिजोर्ट अलवर में इन्वेस्ट समिट का आयोजन हुआ. इसमें अलवर जिले में 306 औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगभग 9 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ ही जिले के करीब 34 हजार लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.

निवेशकों और राज्य का होगा विकास

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इन्वेस्ट समिट जैसे कार्यक्रम निवेशकों के लिए अवसर के पीछे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का उद्देश्य यह है कि राजस्थान निवेशकों के लिए पहली पसंद बने. इसके लिए उन्होंने उद्योग प्रोत्साहन के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. इनसे निवेशकों को राज्य में अधिक से अधिक सुलभ सुविधाएं, संसाधन और सहयोग उपलब्ध होगा जिससे निवेशकों और राज्य का विकास होगा.

उन्होंने कहा कि अलवर हर प्रकार से अग्रणी है. यहां भरपूर प्राकृतिक संसाधन, कृषि उपज, यातायात के मार्ग की विविधता, उत्कृष्ट सड़क, रेल मार्ग, पर्यटन स्थल, यहां स्थपित वैश्विक औद्योगिक इकाइयां, बाजार की उपलब्धता और सबसे सुगम राज्य सरकार की नीतियां निवेश के लिये सर्वाधिक अनुकुलता प्रदान करती है.

News Reels

उद्योग मंत्री ने कही ये बात

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उद्योग मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने कहा कि अलवर इन्वेस्ट समिट के मंच से वे आज प्रदेश ही नहीं अपितु देश-विदेश के सभी निवेशकों को आमंत्रित करती हूं. वे यहां आएं और अलवर में फल फूल रहे औद्योगिक विकास और यहां पर उपलब्ध विपुल संभावनाओं और अवसरों को देखें, परखें, समझें और फिर यहां निवेश करें.

मंत्री श्रीमती रावत ने कही ये बात

मंत्री श्रीमती रावत ने बताया कि अलवर इन्वेस्ट समिट में 190 औद्योगिक इकाइयों में लगभग पांच हजार 516 करोड रुपये का निवेश और 17 हजार 366 लोगों को रोजगार देने के प्रस्तावों पर एमओयू साइन किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इसी कडी में अलवर जिले के लिए दिल्ली सहित अन्य राज्यों में रोड शो किये जिसमें 116 इकाइयों से लगभग 3 हजार 430 करोड रूपये के निवेश और लगभग 17 हजार रोजगार के अवसरों के प्रस्ताव पर एमओयू साइन हुए थे. इस प्रकार कुल मिलाकर अलवर जिले में 9 हजार करोड़ रुपए का निवेश अर्जित किया है जिसमें 306 निवेशकों से एमओयू किया गया. इससे करीब 34 हजार रोजगार के नवीन अवसर सृजित होंगे.

करोड़ों का आएगा निवेश

जिले के प्रभारी और शिक्षा मंत्री डॉ. बीड़ी कल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में शुरू किया गया इन्वेस्ट राजस्थान एक औद्योगिक क्रांति है जिसके सफल होने से प्रदेश में करोड़ों रूपयों का निवेश आएगा और हमारा प्रदेश अन्य प्रदेशों से बढ़त हासिल करेगा.

विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि अलवर जिले ने औद्योगिक विकास में नये आयाम स्थापित किये है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है जो कि ऐतिहासिक कदम है.

देश के सामने प्रस्तुत किया उदाहरण

राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देशन पर राजस्थान फाउंडेशन और उद्योग विभाग ने संयुक्त रूप से इन्वेस्ट समिट की जिम्मेदारी उठाई. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की उद्योग प्रोत्साहन नीति ने देश के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने विदेश, प्रदेश और जिला इन्वेस्ट समिट के आयोजनों के माध्यम से अब तक करीब 10 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं.

अलवर इन्वेस्ट के ब्रोशर का विमोचन

इस अवसर पर मुख्य अतिथि और मंत्रीगणों ने अलवर इन्वेस्ट समिट के ब्रोशर का विमोचन भी किया. ब्रोशर में अलवर में निवेशकों के लिए उपयोगी जानकारियां एवं निवेश के नये अवसरों व योजनाओं की जानकारी उपलब्ध है. बीडा भिवाडी के सीईओ रोहिताश्व सिंह तोमर ने बताया कि अलवर जिले में प्रमुख औद्योगिक सैक्टरों में सबसे अधिक निवेश करने वाली कंपनियों में रियल स्टेट सैक्टर में अलवर में सिग्नेचर कंपनी द्वारा 500 करोड़ रुपये, ऑटो मोबाइल सैक्टर में घीलोठ में ग्रीन्सलेज द्वारा 356 करोड़ रुपये, इलैक्ट्रीकल और इलैक्ट्रोनिक्स सैक्टर में घीलोठ में ओकीनावा स्कूटर्स और मोटर साइकिल द्वारा 302 करोड़ रुपये और अन्य कंपनियों ने करोड़ों का निवेश किया गया है.

ये भी पढ़ें-

Published at : 07 Apr 2022 09:23 PM (IST) Tags: Rajasthan Alwar Alwar invest summit हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

निवेशकों के लिए अवसर! बायोटेक फर्म आ रही है आईपीओ, दिवंगत झुनझुनवाला की भी कंपनी में हिस्सेदारी

सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) को सौंपे गए ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, आईपीओ में 20.93 मिलियन शेयरों की शुद्ध पेशकश-बिक्री या इसके प्रमोटर हेलिक्स इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड के पास पूरी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह समर्थित है। क्वाड्रिया कैपिटल फंड एल.पी. आपको बता दें कि क्वाड्रिया कैपिटल एशिया में हेल्थ फोकस्ड प्राइवेट इक्विटी फंड है। क्वाड्रिया कैपिटल ने 2016 में कॉनकॉर्ड में 20 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 475.30 करोड़ रुपये का निवेश किया था। कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और जेफरीज इंडिया इस इश्यू के लीड मैनेजर हैं।

पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने एक साल पहले के 616.94 करोड़ रुपये के मुकाबले 712.93 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था। वहीं, शुद्ध लाभ पिछले वर्ष के 234.89 करोड़ रुपये के मुकाबले 175 करोड़ रुपये रहा शेयर बाजार के बड़े बुल मार्केट राकेश झुनझुनवाला का रविवार को निधन हो गया। अब झुनझुनवाला समर्थित कॉनकॉर्ड बायोटेक लिमिटेड ने प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश के माध्यम से धन जुटाने के लिए सेबी को एक मसौदा पत्र सौंपा है।

पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने एक साल पहले के 616.94 करोड़ रुपये के मुकाबले 712.93 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था। वहीं, शुद्ध लाभ पिछले साल के 234.89 करोड़ रुपये के मुकाबले 174.93 करोड़ रुपये रहा। इस अवधि के लिए इसकी कुल उधारी 60.59 करोड़ रुपये थी। दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला की बात करें तो उन्होंने अपनी निवेश शाखा रेयर एंटरप्राइजेज के जरिए कंपनी में 24 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी रखी है।

Happy New Year: निवेशकों के लिए वर्ष 2022 का क्या हो संकल्प, जानिए यहां

पिछले दो वर्षों में, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी (Covid-19 Epidemic) के प्रकोप के बाद से, सभी ने किसी न किसी रूप में कोई सबक ज़रूर सीखा है। बदले व्यापार मॉडल (Business Model) और नीतियां, तकनीक पर अधिक जोर तथा कुछ और चीजों ने भारतीय इक्विटी बाजार (Equity Market) के प्रति दृष्टिकोण बदल दिया है। वर्ष 2020 की वास्तविकता और 2021 में उसके बाद की उथल-पुथल को अधिकांश निवेशक भूले नहीं होंगे। हमने जो उतार-चढ़ाव देखे हैं, उसके बाद आशा है कि 2022 सभी के लिए स्थिरता और सकारात्मकता की भावना लेकर आएगा।

what should be the resolution of the year 2022 for investors, know here

Happy New Year: निवेशकों के लिए वर्ष 2022 का क्या हो संकल्प, जानिए यहां

एक्सिस एएमसी के चीफ बिजनेस ऑफिसर राघव अयंगर का कहना है कि जिस तरह से डॉक्टर नियमित स्वास्थ्य जांच के लाभ पर लगातार जोर देते हैं, उसी तरह निवेश सलाहकारों ने निवेश पोर्टफोलियो के लिए समय-समय पर जांच की आवश्यकता को ज़रूरी बताया है। इसे 'वेल्थ चेक-अप' के रूप में देखें। नए साल की शुरुआत निवेशकों को अपने वित्तीय पोर्टफोलियो को फिर से देखने का अवसर प्रदान करती है। यह शीघ्र ही गुजर जाने वाले वर्ष की समीक्षा निवेशकों के लिए अवसर करने का एक अच्छा समय है। सृजित की गयी संपत्ति, जोखिम का आकलन करें, किये गये निवेशों और परिसंपत्ति आवंटन का मूल्यांकन करें ताकि नए साल में एक नए, समग्र निवेश परिप्रेक्ष्य के साथ प्रवेश करें जिससे कि बाजार अवसरों का लाभ ले सकें। हम यहां चर्चा कर रहे हैं कुछ संकल्पों की, जिन पर निवेशक वर्ष 2022 के लिए विचार कर सकते हैं.

सभी असेट क्लास में हो एक्सपोजर

किसी विशेष असेट के लिए निवेशक का एक्सपोजर उसके निवेश उद्देश्य, समय सीमा और क्षेत्र के प्रदर्शन से निर्धारित होता है। जबकि लक्ष्य-आधारित निवेश की अवधारणा भारत के लिए नई नहीं है। निवेशकों को ऐसे उत्पादों को देखने की जरूरत है जो सीधे उनके लक्ष्यों से जुड़े हों। मल्टीकैप और फ्लेक्सी-कैप उत्पादों के आने से निवेशकों को अपेक्षाकृत न्यूनतम जोखिम के साथ लार्ज, मिड और स्मॉल कैप सेगमेंट में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने की अनुमति मिलती है। यह एक आदर्श वन-स्टॉप निवेश सोल्यूशन बन जाता है। निवेशकों को ऐसे असेट क्लास को शामिल करने की आवश्यकता है जो उनका पैसा बढ़ाने की क्षमता रखते हैं।

रिस्क-टू-रिटर्न प्रोग्रेस चार्ट

जबकि अनजान निवेशक 'जोखिम' को अत्यधिक संकट के संकेत के रूप में देख सकते हैं, लेकिन अनुभवी निवेशक समझते हैं कि 'जोखिम' और 'रिटर्न' एक दूसरे के समावेशी हैं। निवेशकों को अपने जोखिम को समझने और अपनी जरूरतों के अनुसार इसे पुनर्संतुलित करने के लिए अपने पोर्टफोलियो को सूक्ष्मता से विभाजित करने की आवश्यकता है। जोखिम-समायोजित रिटर्न यह सुनिश्चित करने के लिए ड्रॉडाउन को मापता है कि जोखिम बीटा-समायोजित रिटर्न के बराबर हो।

पैसिव प्रोडक्ट में अवसरों का लाभ उठाएं

भारत में निवेशक समुदाय के बीच निष्क्रिय निवेश ने अपना उचित महत्व प्राप्त करना शुरू कर दिया है। निवेशकों के लिए अवसर वे न केवल सेंसेक्स के वेटेज और रिटर्न की नकल करके एक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि वे फंड मैनेजर की ओर से कम ट्रैकिंग त्रुटि और किसी भी पूर्वाग्रह को भी सुनिश्चित करते हैं। भारत में, निवेशक ईटीएफ, फंड ऑफ फंड्स और इंडेक्स फंड्स के माध्यम से निष्क्रिय रूप से निवेश कर सकते हैं। अब वे किसी एकल सूचकांक को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं, लेकिन वे विषयगत और क्षेत्र उन्मुख फंड पेश करने के लिए विकसित हुए हैं जो निवेशकों को रिटर्न का वादा करते हैं।

निवेश के उद्देश्यों को रिअसेस करें

पिछले दो वर्षों में चीजें काफी बदली हैं। लोगों की जरूरतें और प्राथमिकताएं भी समय के साथ बदली हैं और नए साल की शुरुआत निवेश उद्देश्यों का मूल्यांकन करने का एक अच्छा समय है। हो सकता है कि आप उच्च शिक्षा की योजना बना रहे हों, या आप परिवार शुरू करने का इरादा रखते हैं, या आप बाजार में नए अवसर के लिए एक कोष का निवेश करना चाहते हैं, तो पुनर्संतुलन की आवश्यकता हो सकती है। यह जरूरी है कि निवेशक वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के आधार पर अपने उद्देश्यों का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए अपने पोर्टफोलियो पर नज़र डालें।

होम-बेस से परे विस्तार करें

भारतीय इक्विटी बाजार निश्चित रूप से निवेशकों के लिए नए और अभिनव अवसर प्रदान करने के लिए विकसित हो चुका है। हालांकि, वैश्विक बाजारों में एक्सपोजर के फायदों पर विचार करने की जरूरत है, खासकर यदि आप जोखिम के अपेक्षाकृत उच्च जोखिम को समायोजित करने की स्थिति में हैं। उभरती और विकसित अर्थव्यवस्थाओं के पास ऐसे कई रास्ते हैं जिन पर निवेशक लंबी अवधि के धन सृजन के अवसरों का लाभ उठाने पर विचार कर सकते हैं। निवेशक इनमें फंड ऑफ फंड्स आदि के जरिए निवेश कर सकते हैं।

इमर्जेंसी के लिए निवेश करें

महामारी से सबसे बड़ी सीख यह मिली है कि जीवन में किसी भी चीज़ या घटना के बारे में पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है। जब आप लगभग निश्चित हो जाते हैं कि चीजें वापस सामान्य हो गई हैं, ऐसे समय में भी सबसे बुरी आपदाएं आ सकती हैं। इस मामले में, केवल एक चीज जो हम कर सकते हैं वह है बॉय स्काउट्स के आदर्श वाक्य 'तैयार रहें' का पालन करना। इमर्जेंसी फंड में निवेश करना बेहद महत्वपूर्ण है जिससे निवेशक को कम समय में अर्थसुलभता मिल सकेगी। इसके लिए किसी ओवरनाइट फंड, लिक्विड फंड, लो ड्यूरेशन डेट फंड या फ्लोटर फंड पर विचार किया जा सकता है।

क्वालिटी से समझौता नहीं करें

जैसे-जैसे दुनिया नये नॉर्मल के अनुरूप स्वयं को ढाल रही है, कोई भी निवेशकों से अच्छे मूल्यांकन और दीर्घकालिक रिटर्न को प्राथमिकता देने की उम्मीद कर सकता है जो उनके उद्देश्य को पूरा करेगा। सभी कंपनियां या सेक्टर वो वैल्यूएशन नहीं देंगे जो वो वर्तमान में ट्रेडिंग कर रहे हैं। यह आवश्यक है कि हम 'गुणवत्तापूर्ण' निवेश पर ध्यान केंद्रित करें जो लंबी अवधि में धन सृजन के अवसर प्रदान करते हैं।

UP में बढ़ेंगे निवेश और रोजगार के अवसर, लागू हुई नई औद्योगिक निवेश नीति, जानिए इसकी खासियतें

अगले साल फरवरी में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होगी.

अगले साल फरवरी में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होगी.

UP Industrial Investment & Employment Promotion Policy 2022- उत्तर प्रदेश सरकार की नई नीति में निवेशकों को कई तरह की सुविधाएं देने की बात कही गई है. नई नीति में निवेशकों को तेजी से भूमि आवंटन करने के लिए भी प्रावधान किए गए हैं.

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 03, 2022, 19:14 IST

हाइलाइट्स

राज्‍य में निवेश करने वाले निवेशक सब्सिडी के लिए तीन विकल्‍पों में से कोई एक विकल्‍प चुन सकेंगे.
निजी औद्योगिक पार्कों के विकास के लिए प्रोत्‍साहन देने के प्रावधान भी नीति में किए गए हैं.
गैर कृषि, बंजर और अनुपयोगी जमीन की पूलिंग को बढ़ावा देकर भूमि बैंक बनाए जाएंगे.

नई दिल्‍ली. उत्तर प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यूपी सरकार ने आज नई औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति को मंजूरी दे दी है. नई नीति में निवेशकों को राज्‍य में निवेश करने पर कई तरह की सब्सिडी देने की बात कही गई है. अगले साल फरवरी में आयोजित होने जा रही ‘यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ से पहले लागू की गई इस नीति का मकसद देश-विदेश से निवेश आकर्षित करने के साथ-साथ प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने वाला एक प्रगतिशील और प्रतिस्पर्धी औद्योगिक इकोसिस्‍टम बनाना भी है.

प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बताया कि राज्‍य में निवेश करने वाले निवेशक सब्सिडी के लिए 3 विकल्‍पों में से कोई एक विकल्‍प चुन सकेंगे. राज्‍य में होने वाले निवेश को भी 4 श्रेणियों में बांटा गया है. वृहद 50 करोड़ रुपये से ज्यादा लेकिन 200 करोड़ रुपये से कम होने वाले निवेश को वृहद निवेश, 200 करोड़ या उससे ज्यादा लेकिन 500 करोड़ से कम के निवेश को मेगा, 500 करोड़ या उससे ज्यादा मगर 3,000 करोड़ से कम के निवेश को सुपर मेगा और 3,000 करोड़ या उससे अधिक के निवेश को अल्ट्रा मेगा निवेश श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है.

सब्सिडी के तीन विकल्‍प
नंदी ने बताया कि उपरोक्‍त चारों श्रेणियों में निवेश करने वाले इनवेस्‍टर्स को निवेश प्रोत्‍साहन सब्सिडी प्राप्‍त करने के तीन विकल्‍प दिए जाएंगे. निवेशक पूंजीगत सब्सिडी, शुद्ध एसजीएसटी प्रतिपूर्ति तथा उत्पादन आधारित प्रोत्साहन ‘टॉपअप’ सब्सिडी में से किसी एक का लाभ ले सकेगा. नंद गोपाल ‘नंदी’ ने कहा कि नीति का उद्देश्य दुनिया भर से निवेश जुटाते हुए राज्य में रोजगार पैदा करने वाला एक प्रगतिशील, अभिनव और प्रतिस्पर्धी औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है.

निजी औद्योगिक पार्क बनाने पर मिलेगी सहायता
नंदी ने बताया कि राज्य में उपलब्ध भूमि बैंक में बढ़ोतरी करने के लिए निजी औद्योगिक पार्कों के विकास के लिए प्रोत्‍साहन देने के प्रावधान किए गए हैं. निवेश के क्षेत्र के आधार पर 45 करोड़ रुपये की सीमा के तहत बुंदेलखंड और पूर्वांचल में 20 एकड़ या उससे अधिक के निजी औद्योगिक पार्क को तथा मध्यांचल और पश्चिमांचल में 30 एकड़ या उससे ज्यादा के निवेशकों के लिए अवसर औद्योगिक पार्क बनाने वालों को 25 प्रतिशत पूंजीगत सब्सिडी दी जाएगी. 100 एकड़ से अधिक के पार्कों के लिए अधिकतम सब्सिडी की सीमा को बढ़ाकर 50 करोड़ रुपये कर दिया गया है.

निवेशकों को जल्‍द मिलेगी जमीन
प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार ने बताया कि नई औद्योगिक नीति में सुपर मेगा और उससे अधिक की निवेश परियोजनाओं और राज्य या केंद्र की सार्वजनिक क्षेत्र की औद्योगिक परियोजनाओं के लिए तेजी से जमीन आवंटन करने की भी व्‍यवस्‍था की गई है. अब औद्योगिक विकास प्राधिकरण या विकास प्राधिकरण क्षेत्रों में निवेशकों को सीधे भूमि आवंटित की जा सकेगी. नीति में औद्योगिक इस्तेमाल के लिए गैर कृषि, बंजर और अनुपयोगी जमीन की पूलिंग को बढ़ावा देकर भूमि बैंक बनाने को भी बढ़ावा देने की बात कही गई है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

निवेश पोर्टफोलियो का गठन

What is Investment Portfolio

एक निवेश पोर्टफोलियो का मुख्य उद्देश्य सबसे विश्वसनीय और लाभदायक निवेश के चयन के माध्यम से एक विकसित निवेश नीति की प्राप्ति के दायरे में एक इष्टतम परिणाम प्राप्त करना है । एक पोर्टफोलियो निवेश आस्तियों के विभिंन प्रकार के शामिल है ।

निवेश के प्रकारों का वर्गीकरण:

  • भौतिकता की डिग्री से: गैर-सामग्री और सामग्री;
  • निवेश की परिपक्वता अवधि तक: अल्पकालिक, मध्यम अवधि और लंबी अवधि;
  • लाभप्रदता द्वारा: उच्च-उपज, मध्यम आय और लाभप्रद निवेश (सामाजिक और पर्यावरणीय परियोजनाओं में पूंजी का निवेश, जो लाभ की तलाश नहीं है);
  • निवेश में भागीदारी की विशेषता द्वारा: प्रत्यक्ष निवेश (निवेशक सीधे निवेशक के चयन में हिस्सा लेता है), अप्रत्यक्ष निवेश (निवेश निधि, सलाहकार, म्यूचुअल फंड और अन्य निर्धारित करते हैं निवेशक);
  • जोखिम की डिग्री से: उच्च जोखिम, मध्यम जोखिम, कम जोखिम और जोखिम मुक्त निवेश;
  • एक के प्रकार से: रियल (रियल कैपिटल की खरीद), वित्तीय (स्टॉक्स, बांड और अंय प्रतिभूतियों निवेशकों के लिए अवसर में निवेश), सट्टा (संपत्ति की खरीद ( मुद्रा जोड़े, कीमती धातुओं, स्टॉक, आदि) भविष्य में उनकी कीमतों के संभावित परिवर्तन के माध्यम से लाभ बनाने के लिए असाधारण);
  • तरलता के स्तर से: अत्यधिक तरल (समय वे नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है की एक छोटी अवधि में), औसत रूप से तरल (वे 1 से 6 महीने नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है), कम तरल (वे 6 महीने से नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है ), तरल (वे अपने दम पर नहीं महसूस किया जा सकता है, लेकिन केवल संपत्ति के एक भाग के रूप में)

अपनी सक्रियता की प्रक्रिया में निवेशक विभिन्न विशेषताओं के साथ एक के चुनाव के संबंध में कठिनाइयों का सामना करते हैं । उनमें से ज्यादातर के एक निश्चित सेट के गठन, दूसरे शब्दों में मान-एक पोर्टफोलियो का निर्माण । कई लिखत जो एक निवेश पोर्टफोलियो फार्म, लेकिन मुख्य वाले हैं: स्टॉक्स, बांड, सोना, मुद्राओं और अचल संपत्ति ।

एक निवेश पोर्टफोलियो के गठन के चरणों

  • विनिवेश नीति और पोर्टफोलियो के प्रकार का निर्धारण .
  • पोर्टफोलियो प्रबंधन की रणनीति का निर्धारण. .
  • एक पोर्टफोलियो के आस्तियों का विश्लेषण और गठन निवेश पोर्टफोलियो में संपत्ति सहित के लिए सामांय मानदंड उनकी लाभप्रदता, जोखिम और तरलता के अनुपात हैं.
  • तथ्यात्मक प्राप्त लाभप्रदता और जोखिम की तुलना के संदर्भ में पोर्टफोलियो की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना.
  • एक पोर्टफोलियो की लेखा परीक्षा आदेश में अपनी सामग्री को पहले से ही बदल आर्थिक स्थिति, प्रतिभूति के निवेश की गुणवत्ता और एक निवेशक के लक्ष्यों को नहीं बना .

लाभ पैदा करने की विधि द्वारा और जोखिम के स्तर से, निवेश पोर्टफोलियो निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किए जाते हैं: रूढ़िवादी, उदारवादी और आक्रामक.

  • रूढ़िवादी पोर्टफोलियो एक मामूली जोखिम भरा है और इसलिए, कम मुनाफे अल्पकालिक ऋण, बांड और एक ंयूनतम जोखिम के साथ अंय उपकरणों से मिलकर पोर्टफोलियो है.
  • आक्रामक पोर्टफोलियो एक बेहद जोखिम भरा और एक बेहद लाभदायक पोर्टफोलियो है, जो मुख्य रूप से शेयरों के होते हैं । इस तरह के पोर्टफोलियो सामान्यतः निवेशक , जो जोखिम लेने के लिए तैयार हैं और जो मनोवैज्ञानिक रूप से बड़े उतार-चढ़ाव के लिए प्रतिरोधी हैं, द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं .
  • मॉडरेट पोर्टफोलियो एक संतुलित पोर्टफोलियो है और, एक नियम के रूप में, यह दोनों उच्च उपज और कम आय के शामिल है, लेकिन एक ही समय में विश्वसनीय संपत्ति.

पोर्टफोलियो निवेश का मुख्य कार्य निवेश आस्तियों के सेट से प्राप्त करना है ऐसी विशेषताएँ, जो किसी पृथक रूप से ली गई वस्तु में धन निवेश करने के मामले निवेशकों के लिए अवसर में अप्राप्य हैं. पोर्टफोलियो बनाने का अंतिम लक्ष्य जोखिम और लाभप्रदता के अधिक इष्टतम संयोजन को प्राप्त करना है । जोखिम ज्यादातर कम है, जब विभिंन गैर संबंधित संपत्ति एक पोर्टफोलियो में शामिल हैं । दूसरे शब्दों में, विविधीकरण समग्र पोर्टफोलियो मूल्य के सप्ताह की कमी को जंम देना चाहिए, जब किसी भी परिसंपत्ति का मूल्य तेजी से गिरता है.

वित्तीय बाजारों में पोर्टफोलियो ट्रेडिंग

पर्सनल कम्पोजिट इंस्ट्रूमेंट्स के विकास के साथ PCI( geworko तरीका ), वहां व्यापार के बजाय वित्तीय बाजारों में आस्तियों के विभिंन विभागों के व्यापार के पोर्टफोलियो का एक सुविधाजनक अवसर दिखाई अलग से उपकरणों लिया । के माध्यम से इस प्रौद्योगिकी पोर्टफोलियो व्यापार अलग से लिया वित्तीय साधनों के व्यापार के समान दो विभागों के आधार पर महसूस किया है, जब एक परिसंपत्ति (बेस पोर्टफोलियो) आधार भाग के रूप में कार्य करता है, और अंय परिसंपत्ति (बोली पोर्टफोलियो) के रूप में कार्य करता है उद्धृत भाग. इसके अलावा, एक व्यापारी अपने अनूठे उपकरणों, जो बाजार में अस्थिरता के लिए प्रतिरोधी रहे हैं, लाभप्रदता और जोखिम के इष्टतम संयोजन की भविष्यवाणी और ऐतिहासिक डेटा के आधार पर अपने उपकरणों के व्यवहार का विश्लेषण के व्यापार का अवसर मिलता है . इस तकनीक के जरिए पोर्टफोलियो ट्रेडिंग केवल प्रोफेशनल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ही संभव है nettradex .

रेटिंग: 4.81
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 124
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *