कमोडिटी मार्केट क्या है

सर्राफा बाजार में रौनक बढ़ी, जानिए पटना में क्या है आज सोना चांदी की कीमत
राजधानी पटना के सर्राफा बाजार में रौनक अब बढ़ गई है. लग्न का सीजन शुरू होने से खरीददार मार्केट में पहुंच रहे हैं और सोने चांदी की बिक्री बढ़ गई है. पटना (Gold Silver Price In Bihar) में आज 22 कैरट सोना का दाम 48, 380 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि 24 कैरेट सोना 52, 780 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
पटनाः राजधानी पटना के सर्राफा बाजार में रौनक अब बढ़ गई है. लग्न का सीजन शुरू होने के साथ-साथ ज्वेलरी खरीददारी के लिए ज्वेलरी दुकानों में लोगों की संख्या (Gold Silver Sales Increased In Bihar) भी बढ़ने लगी है. ऐसे में बुधवार को सोना के भाव में उछाल देखने को मिला वहीं चांदी का भाव स्थिर बना हुआ है. आज पटना में 22 कैरट सोना का दाम 48, 380 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि 24 कैरेट सोना 52, 780 प्रति 10 ग्राम है. जबकि चांदी प्रति किलो 61, 200 रुपये के भाव पर है.
सोना की कीमत में कमीः बुधवार को पटना में 22 कैरेट सोना 150 के ढ़लान के साथ 48380 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर है. वहीं 24 कैरेट सोना भी 220 के ढ़लान के साथ 52780 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर है. जबकि चांदी 600 रुपये के उछाल के साथ प्रति किलो 61200 रुपये के भाव पर है. अभी के समय लगन का समय चल रहा है. शादी और अन्य फंक्शन के लिए लोग ज्वेलरी की खरीदारी करते हैं, इस वजह से सर्राफा बाजार में रौनक बढ़ी हुई है.
सोने की डिमांड तेजी से बढ़ीः पटना में पिछले कुछ दिनों से सोने की डिमांड तेजी से बढ़ी है और इसके पीछे वजह है कि बिहार के विकास को गति मिलने के साथ लोगों के जीवन शैली में बदलाव आया है. लोगों में सोना पहनने का प्रचलन बढ़ रहा है इसके अलावा कमोडिटी मार्केट क्या है ज्वेलर्स भी कम वजन में भड़क दाल डिजाइन तैयार कर रहे हैं जो लोगों को आकर्षित कर रही है खासकर मध्यम वर्गीय परिवार को ध्यान में रखते हुए ज्वेलर्स ज्वेलरी तैयार कर रहे हैं क्योंकि बिहार में मध्यम वर्गीय परिवार का एक बड़ा मार्केट है.
हॉलमार्क सोना लोगों की पसंद: आमतौर पर 22 कैरेट सोने की ही ज्वेलरी बनती है. उसमें सोना व्यापारियों के द्वारा मेकिंग चार्ज भी एड करके बेचा जाता है. अधिकांश लोग हॉल मार्क के गहनों की खरीदारी करते हैं. हॉलमार्क के गहनों की खरीदारी करने में लोगों को भले थोड़ा सा ज्यादा पैसा देना पड़ता है, लेकिन भविष्य में हॉलमार्क के गहने बेचने पर पूरा पैसा वापस भी मिल जाता है. जिस कारण से हॉलमार्क के गहने लोग ज्यादा पसंद कर रहे है. बहुत से लोग सोने के भाव में गिरावट होने का भी इंतजार करते रहते हैं. जैसे ही सोने का भाव बाजारों में कम होता है, तो लोग खरीदारी करके रख लेते हैं.
ऐसे फिक्स होता है सोने चांदी का रेटः बताते चलें कि पटना में सोना चांदी का रेट मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड फ्यूचर प्राइस पर आधारित होते हैं. इसके अलावा अन्य करेंसी मूवमेंट पर भी यह आधारित होते हैं. यदि पटना में लोग सोने में निवेश करना चाहते हैं तो सोने का बिस्किट या सिक्का खरीद सकते हैं. इसके अलावा गोल्ड ईटीएफ में भी निवेश कर सकते हैं. हर शहर में सोने का दाम ज्वेलरी एसोसिएशन द्वारा फिक्स किया जाता है और इसमें अधिकांश का हुआ ज्वेलर्स होते हैं जो टॉप ज्वेलर्स अपने शहर के हैं. पटना में आने वाले कमोडिटी मार्केट क्या है पर्व त्योहारों और अंतरराष्ट्रीय मार्केट इत्यादि का भी असर सोने के बाजार पर पड़ता है.
मार्केट: कमोडिटी बाजार एमसीएक्स, आईसीईएक्स लॉकडाउन के दौरान घटाएंगे ट्रेडिंग की अवधि
नई दिल्ली. देश के कमोडिटी बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) ने 21 दिनों के लॉकडाउन की अवधि के लिए अपनी-अपनी ट्रेडिंग अवधि को घटाने का फैसला किया है। नई समय सारणी के मुताबिक ये एक्सचेंज पहले की तरह सुबह 9 बजे खुलेंगे। लेकिन सामान्य समय से 6 घंटे पहले यानी, शाम 5 बजे बंद हो जाएंगे। नई समयावल 30 मार्च से लागू होगी।
30 मार्च से 14 अप्रैल 2020 तक लागू रहेगी नई समयावली
एमसीएक्स ने एक सर्कुलर में कहा कि नए कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी और 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए उन्होंने इस मुद्दे पर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से चर्चा की। इसके बाद सोमवार को ट्रेडिंग टाइम में बदलाव करने का फैसला किया गया। नई समयावली 14 अप्रैल 2020 तक लागू रहेगी।
ब्रोकर लॉकडाउन में एक्सचेंज में ट्रेडिंग को पूरी तरह से बंद करने की मांग कर रहे थे
एक्सचेंज ने आगे कहा कि जीटीसी/जीटीडी वैलिडिटी वाले ऑर्डर्स के कैंसिलेशन के लिए प्री-ओपन सेशन ट्रेडिंग की शुरुआत से 15 मिनट पहले शुरू होगा। इसके साथ ही 2, 6 और 14 अप्रैल को इवनिंग सेशन (ट्रेडिंग सेशन) नहीं होगा। किसी भी कमोडिटी के लिए स्टैगर्ड डिलीवरी टेंडर अवधि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एक्सचेंज के ताजा फैसले से ब्रोकरों को कुछ राहत मिली होगी, हालांकि वे लॉकडाउन की अवधि में एक्सचेंज के ट्रेडिंग को पूरी तरह से बंद कर दिए जाने की मांग कर रहे थे। मध्य रात तक ऑफिस को खुली रखने में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कोरोनावायरस से अब तक देश कमोडिटी मार्केट क्या है में 649 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वायरस से 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
Commodity मार्केट क्या है? इसमें कैसे काम किया जाता है?
नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करता हूं आप सही होंगे और स्टॉक मार्केट में अच्छा खासा प्रॉफिट कर रहे होंगे तो आज की इस नई पोस्ट में हम जानेंगे कि कमोडिटी मार्केट क्या है? और इसमें कैसे काम किया जाता है, बात करेंगे इंडियन कमोडिटी मार्केट के विषय में मतलब कि भारतीय वस्तु बाजार या भारतीय वायदा बाजार क्या होता है दोस्तों कुछ लोग कमोडिटी मार्केट को डब्बा बाजार भी कहते हैं दोस्तों यह ब्लॉग पोस्ट उन लोगों के लिए जो कमोडिटी मार्केट में मार्केट में काम करने की इच्छा रखते हैं
दोस्तों जैसे शेयर बाजार में बिकवाली होती हैं उसी प्रकार कमोडिटी बाजार में भी खरीद और बिक्री होती हैं लेकिन कमोडिटी बाजार में शेयर की खरीदी नहीं होती है कमोडिटी मार्केट में अर्थव्यवस्था की वस्तुएं खरीदी जाती हैं जो कि मनुष्य द्वारा बनाई जा सकती है कि गेहूं ,सोयाबीन आपका जैसे कृषि उत्पाद आते हैं और खनन से प्राप्त वस्तुएं जैसे सोना ,चांदी ,कच्चा तेल आदि का व्यापार होता है
दोस्तों भारत में मुख्य रूप से कमोडिटी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स कमोडिटी एक्सचेंज कमोडिटी ट्रेडिंग की शुरुआत 2003 में हुई थी इसमें मुख्य रूप से शामिल है सोना ,चांदी का तेल सोयाबीन, तेल ,सरसों 2019 शुक्रवार 9:00 से 11:30 तक का है सोमवार से शुक्रवार 9:00 से 5:00 बजे का है 8% की जाती है जो सोने का कॉन्ट्रैक्ट 10 ग्राम का है
उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि सोना 30,000 कर रहा है और आज का मार्जिन 15% तो आपको अपने अकाउंट में लेने से क्लोज करने तक कम से कम 45 सो रुपए रखने होंगे हम देखते हैं कि कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग किस प्रकार से होती हैं उदाहरण से समझते हैं
जैसे कि आप की दुकान पर जाते हैं और जब सोने का दाम बढ़ जाता है उसे वापिस भेज देते हैं कमोडिटी मार्केट में भी होता है कोई भी कमोडिटी खरीदना है और जब सोने का दाम बढ़ जाए तो उसे बेचना है यह काम हम दुकान से लिए सोने के साथ कर सकते हैं और कमोडिटी मार्केट सोने के साथ भी कर सकते हैं खरीदना और बेचना लेकिन कमोडिटी मार्केट में इसके अलावा और कर सकते हैं
पहले भेजना फिर खरीदना मतलब कि हमें पहले ज्यादा दाम में सोना बेचना है और फिर जब हो जाए तो हमें खरीदी करना है इसे कहते हैं सेलिंग करके दोनों ही परिस्थितियों में खरीदी करना है और ज्यादा में भेजना है इसे समझने के लिए इसे समझते हैं पहले हम देखते हैं पहले खरीदी करना फिर भेजना जैसे कि आपने कमोडिटी बाजार में खरीदा और कुछ समय का भाव इसमें आपका फायदा हुआ फिर खरीदना आपको इसकी मदद से पता चला कि बेच दिया गया प्वाइंट का फायदा हुआ इसको कहते हैं बेचना और खरीदना इन दोनों में ध्यान रखने वाली बात यह है कि हमें और ज्यादा गांव में यही खासियत है कि आप भी कर सकते हैं आपको यह पता चलना चाहिए कि बाहर और का होता है तेज गति से भरता और गिरता है
अगर सीधे शब्दों में कमोडिटी मार्केट क्या है कहें तो कमोडिटी मार्केट शेयर बाजार की तुलना में ज्यादा रिस्की होता है लेकिन अगर आप इस प्रश्न को ध्यान में रखकर काम करें तो बहुत अच्छा बना सकते हैं क्योंकि इसमें ज्यादा ट्रेडिंग के अवसर मिलते हैं अक्सर ऐसा देखा गया है जिनका फायदा उठाने के चक्कर में निवेशक बहुत ज्यादा कमोडिटी मार्केट क्या है नुकसान उठा लेते हैं कमोडिटी मार्केट में स्टोरी का उपयोग करना बहुत जरूरी होता है जो कि यहां से बचा सकती हैं जिन्हें टेक्निकल एनालिसिस का ज्ञान नहीं है और कमोडिटी मार्केट में कुछ सालों से काम कर रहे हैं
उनका ही हिट होने के लिए लेकिन ऐसा नहीं है लगाने का तरीका होता है उसको पर लगाया जाए इसकी मदद से पता चलता है इसके विषय में आपको पहले ही बता चुका हूं अगर आपने अभी तक नहीं देखा है यह अन्य पोस्ट देख सकते है , तो अभी हमने बात करी थी कमोडिटी मार्केट की आशा करता हूं यहां तक आपको समझ में आ गया होगा तो अब हम जानेंगे कमोडिटी और इक्विटी मार्केट में क्या क्या अंतर है हम इतने ज्यादा गहराई में नहीं जाएंगे हम ऊपर ही ऊपर से जानेंगे इक्विटी मार्केट और कमोडिटी मार्केट में क्या अंतर है तो चलिए देखते हैं
EQUITY VS COMMODITY
तो चलिए जानते हैं कि कमोडिटी मार्केट और इक्विटी मार्केट में क्या अंतर है,कमोडिटी मार्केट और इक्विटी मार्केट में कुछ अंतर अभी हम जानेंगे शो स्टार्ट करते हैं,
अगर सिंपल भाषा में कहा जाए तो इक्विटी एक स्टॉक है एक पार्ट ऑफ कंपनी है जो कि हमें कंपनी कंपनी की ओवरऑल इवैल्यूएशन का जो कि कोई भी खरीद सकता है स्टॉक मार्केट से कमोडिटी मार्केट क्या है अब इसमें कितने शेयर लिस्टेड है और डिपेंड करता है अलग-अलग कंपनी के ऊपर डिपेंड करता है, इक्विटी हमें ओनरशिप देती है उस कंपनी में अगर हम किसी कंपनी के शेयर भाई करते हैं तो और उसके साथ साथ हम उस कंपनी के डिविडेंड भी प्राप्त कर सकते हैं और प्राइस का आप और डाउन होने से हम इसमें अच्छा खासा प्रॉफिट भी कम हो सकते हैं वही कमोडिटी मार्केट में रॉ मैटेरियल या कोई कॉन्ट्रैक्ट को खरीदा और बेचा जा सकता है जिसमें या तो हम उस सामान को अपने घर पर मंगवा सकते हैं और प्राइस का मूवमेंट को अफेयर डाउन होने से हम इसमें भी प्रॉफिट कमा सकते हैं
चलिए और भी कुछ अच्छी बातें जानते हैं इक्विटी और कमोडिटी मार्केट के बारे में जो क्यों इतनी खुशी हो रही है 1 तरीके से कंपनी का शेयर होल्डर बन जाता है चाहे आपने कंपनी के कितने बहन भाई करें वही कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग करने से आप कंपनी के ओनर नहीं बनते हैं बराबर कमोडिटी मार्केट में आप कंपनी के कांटेक्ट को बाय ओर सेल करते हैं और अच्छा खासा प्रॉफिट कमाते हैं
आशा करता हूं इस ब्लॉक बहुत से आपको आपके सवालों के जवाब और कमोडिटी मार्केट का बेसिक ज्ञान आपको प्राप्त हो चुका होगा अब आगे की इंफॉर्मेशन के लिए आप अन्य ब्लॉग पोस्ट भी पढ़ सकते हैं ऐसे ही और ब्लॉक पोस्ट पढ़ने के लिए हमें फॉलो कर सकते हैं धन्यवाद
मार्केट: कमोडिटी मार्केट क्या है कमोडिटी बाजार एमसीएक्स, आईसीईएक्स लॉकडाउन के दौरान घटाएंगे ट्रेडिंग की अवधि
नई दिल्ली. देश के कमोडिटी बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) ने 21 दिनों के लॉकडाउन की अवधि के लिए अपनी-अपनी ट्रेडिंग अवधि को घटाने का फैसला किया है। नई समय सारणी के मुताबिक ये एक्सचेंज पहले की तरह सुबह 9 बजे खुलेंगे। लेकिन सामान्य समय से 6 घंटे पहले यानी, शाम 5 बजे बंद हो जाएंगे। नई समयावल 30 मार्च से लागू होगी।
30 मार्च से 14 अप्रैल 2020 तक लागू रहेगी नई समयावली
एमसीएक्स ने एक सर्कुलर में कहा कि नए कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी और 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए उन्होंने इस मुद्दे पर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से चर्चा की। इसके बाद सोमवार को ट्रेडिंग टाइम में बदलाव करने का फैसला किया गया। नई समयावली 14 अप्रैल 2020 तक लागू रहेगी।
ब्रोकर लॉकडाउन में एक्सचेंज में ट्रेडिंग को पूरी तरह से बंद करने कमोडिटी मार्केट क्या है की मांग कर रहे थे
एक्सचेंज ने आगे कहा कि जीटीसी/जीटीडी वैलिडिटी वाले ऑर्डर्स के कैंसिलेशन के लिए प्री-ओपन सेशन ट्रेडिंग की शुरुआत से 15 मिनट पहले शुरू होगा। इसके साथ ही 2, 6 और 14 अप्रैल को इवनिंग सेशन (ट्रेडिंग सेशन) नहीं होगा। किसी भी कमोडिटी के लिए स्टैगर्ड डिलीवरी टेंडर अवधि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एक्सचेंज के ताजा फैसले से ब्रोकरों को कुछ राहत मिली होगी, हालांकि वे लॉकडाउन की अवधि में एक्सचेंज के ट्रेडिंग को पूरी तरह से बंद कर दिए जाने की मांग कर रहे थे। मध्य रात तक ऑफिस को खुली रखने में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कोरोनावायरस से अब तक देश में 649 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वायरस से 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
Gold-Silver Rate Today, 21 Nov 2022: सस्ता हो गया सोना-चांदी, अभी जान लें कीमत
Gold and Silver Rate Today (आज का सोने-चांदी का भाव), 21 November 2022: अमेरिकी फेड रिजर्व की ओर से दिसंबर की बैठक में दरों में 0.50 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद है। सोने को मुद्रास्फीति के खिलाफ एक बचाव के कमोडिटी मार्केट क्या है कमोडिटी मार्केट क्या है रूप में देखा जाता है।
Gold and Silver Rate Today, 21 November 2022: सोमवार को सोने और चांदी की कीमत में गिरावट दर्ज की गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोना वायदा (Gold Price) 0.11 फीसदी या 58 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 52,530 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह चांदी वायदा (Silver Price) 0.59 फीसदी या 359 रुपये की गिरावट के साथ 60,516 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
चीन में कोविड-19 (Covid-19) के नए प्रतिबंधों से होने वाले आर्थिक प्रभाव पर निवेशकों की नजर है। पिछले सप्ताह चीन में फिजिकल सोने के प्रीमियम में तेजी से गिरावट आई क्योंकि खरीद धीमी हो गई। भारत में फिजिकल सोने के डीलरों को पिछले सप्ताह चार महीनों में सबसे बड़ी छूट की पेशकश करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि घरेलू कीमतों में उछाल से मांग प्रभावित हुई।
दो हफ्तों में 2,500 रुपये महंग हुआ सोना
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, हाजिर बाजार में गुरुवार को सबसे ज्यादा शुद्धता वाला सोना 52,953 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिका, जबकि चांदी की कीमत 61,320 रुपये प्रति किलोग्राम थी। पिछले दो हफ्तों में सोने की हाजिर कीमत में करीब 2,500 रुपये का उछाल आया, जबकि समीक्षाधीन अवधि के दौरान चांदी की हाजिर कीमतों में करीब 2,600 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई है।
ग्लोबल मार्केट में सस्ती हुई सभी कीमती धातुएं
ग्लोबल मार्केट में सभी कीमती धातुओं की कीमत में गिरावट आई। सोना 0.64 फीसदी गिरकर 1767 डॉलर पर आ गया। चांदी 0.02 फीसदी नीचे 21.16 डॉलर पर आ गई। कॉपर में 1.33 फीसदी की गिरावट आई और यह 365 डॉलर पर पहुंच गया। जिंक 2.18 फीसदी फिसलकर 2987 डॉलर पर पहुंच गया। एल्युमिनियम की कीमत में 0.87 फीसदी की गिरावट आई और यह 2391 डॉलर पर पहुंच गया।
डॉलर के मुकाबले फिसला रुपया
विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा की मबजूती और घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी की वजह से सोमवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया 12 पैसे टूटकर 81.86 के स्तर पर आ गया। पिछले सत्र में यानी शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा की तुलना में भारतीय रुपया 10 पैसे टूटकर 81.74 के स्तर पर बंद हुआ था।
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