ब्रोकर कैसे चुनें

शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके

शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके
भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (Sebi) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए खुलासा जरूरतों को कड़ा करने समेत कई नियमों में बदलावों को मंजूरी दी है.

stock broker kaise bane

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ: निवेश का बेहतर विकल्प

मुंबई- अगर आप इक्विटी में नए हैं और सीधे शेयरों के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो सही शेयर में निवेश का निर्णय लेना आसान नहीं है। इससे पहले आपको कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसकी कारोबारी संभावनाओं, मूल्यांकन, उद्योग की गतिशीलता, बाजार की स्थितियों आदि को समझने की जरूरत है। यहीं पर निफ्टी 50 ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) सामने आता है।

ईटीएफ एक विशिष्ट इंडेक्स को ट्रैक करता है। इससे एक्सचेंजों पर स्टॉक की तरह कारोबार किया जाता है, लेकिन इसे म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा ऑफर किया जाता है। आप बाजार समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ की यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं। इस संबंध शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके में निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए एक शुरुआती प्वॉइंट में से एक है।

निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इसलिए, निफ्टी 50 ईटीएफ एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में उम्दा विविधीकरण प्रदान करता है। एक विविध पोर्टफोलियो किसी निवेशक के लिए जोखिम को कम करता है, जो कि किसी स्टॉक में निवेश करने के मामले में नहीं शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके होता है। केवल ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट खाते की जरूरत पड़ती है। जिनके पास डीमैट खाता नहीं है वे निफ्टी 50 इंडेक्स फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।

शेयर मार्केट क्या है? (What is the Share market?)

शेयर मार्केट में जाकर Stock Broker बनने से पहले एक सबसे बेसिक चीज जान लेते हैं कि Share Market Kya Hota Hai?

Share Market एक ऐसा मार्केट है जहां पर कंपनियों के शेयर बेचे और खरीदे जाते हैं. कंपनियाँ अपने वैल्यूशन के हिसाब से अपने शेयर जारी करती है और कई निवेशक और आम जनता इन्हें खरीदती है. जिसके एवज में निवेशक पैसे देता है और कंपनी हिस्सेदारी देती है. ये सारा काम जिस मार्केट में हो रहा है उसे शेयर मार्केट कहा जाता है.

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है? (Stock Broker Meaning and Definition in Hindi)

अब स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए पहले ये जानना जरूरी है कि Stock broker kya hota hai? तो इसे एक उदाहरण से समझते हैं.

सबसे पहले कोई कंपनी अपने शेयर को बेचना चाहती है. तो वो पहले उसे सभी जगह से रजिस्टर्ड करवाएगी, सेबी से परमिशन लेगी और फिर शेयर मार्केट में अपने शेयर देगी. ये शेयर वो शेयर मार्केट में मौजूद उन कंपनियों को देती है जो इन शेयर को बेचने और खरीदने का काम करते हैं.

अब इन्हीं कंपनियों में वो कर्मचारी होते हैं जो निवेशकों को ये बताते हैं कि ‘सर एक बढ़िया शेयर आया है. आप इसे खरीद लीजिये. आगे चलकर इसका भाव आसमान को छूएगा.’ सामने वाला इनसे प्रभावित होकर या अपना निर्णय लेकर उन शेयर को खरीद लेता है.

तो ये जो निवेशक को प्रभावित करने वाला व्यक्ति है वही स्टॉक ब्रोकर कहलाता है. किसी शेयर को खरीदने और बेचने में इनका महत्वपूर्ण योगदान होता है. असल में देखा जाए तो किस कंपनी के शेयर बेचने है और किसके खरीदने हैं ये इन पर ही निर्भर रहता है. एक आम व्यक्ति शेयर मार्केट की इतनी ज्यादा समझ नहीं रखता इसलिए लोग स्टॉक ब्रोकर की बातों पर विश्वास करके अपना पैसा लगा देते हैं.

स्टॉक ब्रोकर का काम क्या होता है? (Stock broker job description)

  • एक स्टॉक ब्रोकर का काम होता है शेयर को खरीदना और बेचना.
  • जब भी कोई नई कंपनी अपने शेयर लेकर आती है तो स्टॉक ब्रोकर ही होते हैं जो कई बड़े निवेशकों को इनके शेयर में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. वहीं शेयर को खरीदने का कार्य भी इन्हीं का होता है.
  • यदि कोई निवेशक शेयर को शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके बेच रहा है तो उसे खरीदने वाले भी स्टॉक ब्रोकर ही शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके होते हैं. हालांकि ये सारा काम अपनी कंपनी या फर्म के लिए करते हैं जिनके संबंध सीधे उन कंपनियों से होते हैं जो अपने शेयर उतार रही है.
  • इसके अलावा नए निवेशक तलाशना और उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित करना भी एक स्टॉक ब्रोकर का काम होता है.
  • एक स्टॉक ब्रोकर को निवेशक का Demat account open करना और जरूरी कागजी कार्यवाही करना पड़ती है.

हिमालय के अदृश्य बाबा चलाते रहे भारत का शेयर बाज़ार – स्टॉक एक्सचेंज घोटाला

हाल में आई वेब सीरीज स्कैम 1992 में आप सबने देखा होगा की आखिर कैसे हर्षद मेहता ने शेयर बाजार में करोड़ों की हेराफेरी की लेकिन क्या शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके हो जब आपको ये बताया जाए की कई सालों तक उस पूरे शेयर बाजार को एक ऐसा व्यक्ति चला रहा था जिसका इन सब से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं था। सेबी द्वारा एक शिकायत के बाद हुई जांच और उसमें हुए खुलासे ऐसे हैं की आपके होश उड़ जायेंगे।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत और दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार है। यहां प्रतिदिन करोड़ों ट्रांजेक्शन होते हैं। एनएसई का दैनिक मार्केट कैप तकरीबन 64 हजार करोड़ रुपए है। अब अगर हम आपको बताए की इतना बड़ा शेयर बाजार कई सालों तक एक योगी के इशारों पर चलती रही तो क्या होगा। आप यकीन करें या न करें लेकिन यही सच्चाई है और इसका खुलासा खुद सेबी ने किया है। ये कहानी ऐसी है की इसका खुलासा और इसकी जांच करने में खुद सेबी को 6 साल का वक्त लग गया। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर क्या है पूरी कहानी।

मामूली बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार

मुंबई, शेयर बाजार में बुधवार को मामूली बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 21.शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके 86 अंक बढ़कर 55,588.27 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 9.85 अंकों की बढ़त के साथ 16,594.40 अंक पर खुला।

हरे निशान के साथ खुले शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बढ़त देखी गयी। बीएसई का मिडकैप 31.55 अंक बढ़कर 23,175.37 अंक पर और स्मॉलकैप 132.48 अंकों की तेजी के साथ 26,503.29 अंकों पर खुला।

बीएसई का 30 शुरुआती के लिए स्टॉक चलाने के 6 तरीके शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते दिन 359.33 अंक टूटकर 55566.41 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 76.85 अंक फिसलकर 16584.55 अंक पर रहा था।

Also Read

बाजार नियामक ने शेयर बिक्री की पेशकश (OFS) के ढांचे में अधिक लचीलापन लाने के लिए बड़े बदलाव करने का भी फैसला किया है. इसमें गैर-प्रवर्तक शेयरधारकों के लिए न्यूनतम शेयरधारिता की आवश्यकता को समाप्त करना शामिल है.

वर्तमान में किसी कंपनी में कम से कम 10 प्रतिशत हिस्सेदारी और 25 करोड़ रुपये के शेयरों की पेशकश करने वाले इच्छुक गैर-प्रवर्तक शेयरधारक ओएफएस के ढांचे में भाग लेने के पात्र हैं.

इसके अलावा पूंजी बाजार नियामक निवेशकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए म्यूचुअल फंड यूनिट में भी खरीद-फरोख्त के लिए द्वि-स्तरीय सत्यापन की प्रक्रिया को लागू करने का फैसला किया है. सेबी ने कहा कि इस संबंध में नया मसौदा अगले साल एक अप्रैल से लागू किया जाएगा.

वर्तमान में सभी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (AMC) को ऑनलाइन लेनदेन के लिए द्वि-स्तरीय सत्यापन और ऑफलाइन लेनदेन के लिए हस्ताक्षर लेकर निकासी लेनदेन का सत्यापन करना होता है.

रेटिंग: 4.95
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 879
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *